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महुआ मोइत्रा मामले सीबीआई ने और भी जांच बढ़ाई


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नई दिल्ली – केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस की नेता और पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों पर जांच आगे बढ़ाई है। एजेंसी ने इस मामले में मोइत्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले वकील जय अनंत देहाद्राई को पूछताछ के लिए समन भेजा है। उन्हें 25 जनवरी को प्राथमिक जांच के लिए पेश होने को कहा गया है।

तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों

सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई को सीबीआई ने तलब (Anant Dehadrai Summoned By CBI) किया है।तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के मामले में जय अनंत देहाद्राई को जांच एजेंसी ने तलब किया है।सीबीआई ने उनको गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाया है।जांच एसेंजी महुआ (Mahua Moitra) को लेकर उनसे सवाल-जवाब करेगी। बता दें कि महुआ मोइत्रा को संसद में घूस लेकर सवाल पूछने के मामले में लोकसभा से सस्पेंड कर दिया गया था।महुआ मोइत्रा पर संसद में सरकार के खिलाफ सवाल पूछने के बदले बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से 2 करोड़ रुपये नकद और “लग्जरी गिफ्ट ” समेत रिश्वत लेने का आरोप लगा था।

पूर्व सांसद पर गंभीर आरोप

एक समय में मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्राई ने पूर्व सांसद पर गंभीर आरोप लगाए थे। हालांकि महुआ ने इन आरोपों का खंडन किया था।जांच एजेंसी ने देहाद्राई को अपना बयान दर्ज कराने के लिए बृहस्पतिवार को दोपहर दो बजे एजेंसी की एसी-3 यूनिट के समक्ष पेश होने के लिए कहा।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने इन आरोपों का लेकर मोइत्रा के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराते हुए लोकपाल से संपर्क किया था कि उन्होंने संसद में सवाल पूछने के बदले में रिश्वत ली।मोइत्रा को एक कारोबारी से उपहार और रिश्वत लेने का दोषी पाए जाने पर पिछले महीने लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था। लोकसभा ने अपनी आचार समिति की रिपोर्ट को स्वीकार करने के बाद मोइत्रा को सदन से निष्कासित कर दिया था।

क्या हैं महुआ मोइत्रा पर आरोप?

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से उपहार के बदले संसद में सवाल पूछने का आरोप है। इस मामले में ही लोकसभा की आचार समिति ने उन्हें सांसद पद से निष्कासित करने की सिफारिश की थी। बाद में स्पीकर ओम बिरला ने इस पर कार्रवाई करते हुए मोइत्रा को निष्काषित कर दिया था।भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी समूह पर सवाल पूछने के लिए सांसद मोइत्रा ने रिश्वत ली थी। यहां तक कि मोइत्रा पर संसद की लॉगिन क्रेडेंशियल साझा करने का भी गंभीर आरोप है। मोइत्रा ने कहा था, लॉगिन और पासवर्ड साझा करने संबध में कोई विनियमन नहीं है।

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