Russia-Ukraine War : यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी ने की पुतिन से बातचीत, 25 मिनट तक चली डिस्कशन
नई दिल्ली – रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ गया है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार की रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की, हिंसा को तत्काल रोके जाने की अपील की। आपको बता दें कि दोनों नेताओं के बीच 25 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई।
पीएमओ (PMO) ने बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के संबंध में हाल के घटनाक्रम के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने लंबे समय से दृढ़ विश्वास को दोहराया कि रूस और नाटो समूह के बीच मतभेदों को केवल बातचीत के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है. प्रधानमंत्री ने हिंसा को तत्काल समाप्त करने की अपील की और राजनयिक वार्ता और वार्ता के रास्ते पर लौटने के लिए सभी पक्षों से ठोस प्रयास करने का आह्वान किया.
PM Narendra Modi speaks to Russian President Vladimir Putin
Pres Putin briefed PM about the recent developments regarding Ukraine. PM reiterated his long-standing conviction that the differences between Russia & NATO can only be resolved through honest and sincere dialogue: PMO
— ANI (@ANI) February 24, 2022
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से छात्रों की सुरक्षा के संबंध में भारत की चिंताओं के बारे में रूसी राष्ट्रपति को भी अवगत कराया और बताया कि भारत उनके सुरक्षित निकास और भारत लौटने को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है. दोनों नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि उनके अधिकारी और राजनयिक दल सामयिक हित के मुद्दों पर नियमित संपर्क बनाए रखेंगे.
25 मिनट की बातचीत में पीएम मोदी ने सबसे ज्यादा इसी बात पर जोर दिया कि युद्ध से किसी भी तरह का समाधान नहीं निकलने वाला है. पीएम मोदी के मुताबिक अगर रूस के नाटों देशों संग विवाद हैं तो वो भी सिर्फ बातचीत के जरिए हल होने चाहिए. बातचीत में पीएम मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों पर भी विस्तार से चर्चा की. साफ कर दिया कि वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षा भारत सरकार के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है. बातचीत के अंत में दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आगे भी हर मुद्दे पर मंथन किया जाएगा और कूटनीतिक चैनल को मजबूत करने का काम किया जाएगा.