नई दिल्ली – छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की 392वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ‘महान महानायक’ और भारत का गौरव (Pride Of India) बताया. उन्होंने कहा, ‘मैं छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर नमन करता हूं. उनका उत्कृष्ट नेतृत्व और समाज कल्याण पर पीढ़ियों से लोगों को प्रेरणा देता रहा है. जब सच्चाई और न्याय के मूल्यों के लिए खड़े होने की बात आई तो वे अडिग थे.
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती की शुरुआत महात्मा फुले ने की थी. उन्होंने रायगढ़ में शिवाजी महाराज के मकबरे की पहचान की.यह दिन सबसे पहले पुणे में मनाया गया था. मराठा राजा की जयंती मनाने की परंपरा प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक द्वारा जारी रखी गई थी. उन्होंने लोगों के बीच शिवाजी के योगदान पर प्रकाश डाला.
शिवाजी जयंती महाराष्ट्र में राजकीय अवकाश है. यह बहुत धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है. मराठों के समृद्ध और विविध सांस्कृतिक इतिहास को भी इस दिन मनाया जाता है. बच्चे उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए शिवाजी के रूप में तैयार होते हैं. भोजन और अन्य मिठाइयाँ भी परोसी जाती हैं.