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भारत

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर राजनेताओं द्वारा दी गयी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली – 1953 में जम्मू-कश्मीर में हुए आंदोलन में महत्वपूर्ण हिस्सा रह चुके डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज यानि मंगलवार को पुण्यतिथि है। उनकी मौत पर आज भी कही रहस्य छिपे हुए हैं। 23 जून 1953 को श्रीनगर की जेल में रहस्यमय हालात में उनकी मौत हो गई थी। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी भारतीय जनसंघ के संस्थापक व राष्ट्रवादी नेता, देश की अखंडता के लिये सर्वस्व समर्पित कर दी।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू कश्मीर में लागू परमिट सिस्टम तोड़ने के लिए आए थे। एक विधान एक निशान आंदोलन जिसके तहत उन्हें जम्मू कश्मीर पुलिस ने लखनपुर में ही गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन्हें 44 दिन जेल में रखा गया और 13 जून, 1953 को उनकी मौत हो गई।

महाराजा हरि सिंह के जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के बावजूद नेहरू और शेख अब्दुल्ला के समझौते के तहत अनुच्छेद-370 पूर्ण विलय में बाधा बन गया था। इतना ही नहीं राज्य में प्रवेश के लिए भी परमिट लेना आवश्यक था। प्रजा परिषद ने देश में जम्मू-कश्मीर के संपूर्ण विलय की मांग को लेकर पंडित प्रेमनाथ डोगरा के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में आंदोलन चलाया था।

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया है। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, “मां भारती के महान सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन।”

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