CBSE 12th Exam : जानिए किस आधार पर 12वीं के छात्रों को दिए जाएंगे मार्क्स
नई दिल्ली – सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। पीएम मोदी की मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अन्य कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग हुई इसके बाद यह फैसला लिया गया।
Government of India has decided to cancel the Class XII CBSE Board Exams. After extensive consultations, we have taken a decision that is student-friendly, one that safeguards the health as well as future of our youth. https://t.co/vzl6ahY1O2
— Narendra Modi (@narendramodi) June 1, 2021
मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा से कहीं ज्यादा छात्रों की सेहत महत्वपूर्ण है। इस बैठक में सीबीएसई के चेयरमैन के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। कोरोना के बीच बच्चों पर तनाव डालना ठीक नहीं है।
सरकार के इस फैसले पर मीता सेनगुप्ता ने यह बताया कि सरकार इन प्रश्नों के जो भी समाधान देगी वह समझदारी, अनुभव और बुद्धिमता पर आधारित होंगे। यह फैसले कुछ लोगों के लिए सही नहीं होंगे और हो सकता है कि उन्हें कुछ परेशानी आए, मगर सरकार ने इन सभी समस्याओं को कम करने के लिए समाधान दिए हैं। सरकार के फैसले के बाद बच्चों के रिजल्ट के मूल्यांकन को लेकर सेनगुप्ता ने कुछ सुझाव दिए हैं जैसे मूल्यांकन के लिए कक्षा 10वीं के बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट, 11वीं और 12वीं के इंटरनल एसेसमेंट को जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि कक्षा 11वीं और 12वीं के इंटरनल एसेसमेंट सीबीएसई के सर्कुलर के आधार पर होते हैं।
इसी बीच एजुकेशन स्ट्रेटजिस्ट मीता सेनगुप्ता ने यह बोला कि इस परिस्थिति में अमीर लोग अपने कार से एग्जाम सेंटर पहुंच जाएंगे मगर गरीब लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा जो इस समय खतरों से खाली नहीं है। इसीलिए यह फैसला लेना आवश्यक था।