सुनील छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल को कहा अलविदा,कुवैत के खिलाफ खेलेंगे आखिरी मुकाबला
नई दिल्लीः भारतीय फुटबॉल आइकन सुनील छेत्री ने गुरुवार को 6 जून को कोलकाता में कुवैत के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने के अपने फैसले की घोषणा की, जिससे उनके दो दशक के शानदार करियर का अंत हो गया. लंबे समय से सेवारत राष्ट्रीय टीम के कप्तान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के माध्यम से अपने फैसले की घोषणा की. भारत वर्तमान में ग्रुप ए में चार अंकों के साथ शीर्ष पर चल रहे कतर के बाद दूसरे स्थान पर है.छेत्री ने मार्च में भारत के लिए अपना 150वां प्रदर्शन किया था और इस अवसर पर गुवाहाटी में अफगानिस्तान के खिलाफ गोल किया था. हालाँकि, भारत वह गेम 1-2 से हार गया.
सुनील छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल को कहा अलविदा
भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने गुरुवार 16 मई की सुबह एक वीडियो शेयर किए, जिसके जरिए उन्होंने अपने फैंस को बताया कि अब वह इंटरनेशनल फुटबॉल को अलविदा कह रहे हैं. उन्होंने कहा,’मुझे आज भी याद है जब मैंने अपना पहला मैच खेला था. मेरा पहला मैच, मेरा पहला गोल, ये मेरे सफर का सबसे यादगार पल रहा. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं देश के लिए इतने मैच खेल पाऊंगा.’ छेत्री ने बताया जब उन्होंने संन्यास लेने का तय किया तो उन्होंने सबसे पहले अपने माता-पिता और पत्नी को इस बारे में जानकारी दी.
भावुक हुए सुनील छेत्री
सुनील छेत्री सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में भावुक नजर आए. उन्होंने सुखी सर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने ही उनसे पहले मैच के दौरान कहा था कि अब आप स्टार्ट कर सकते हैं. छेत्री ने कहा कि वह फीलिंग बयां नहीं कर सकते हैं, उस मैच में ही उन्होंने पहला गोल किया था. जब उन्होंने नेशनल टीम की जर्सी पहनी तो वह अलग ही फीलिंग थी.
उन्होंने आगे कहा,’कुवैत के खिलाफ मैच में प्रेशर होगा, हमें अगले दौर में क्वालिफाई करने के लिए तीन प्वाइंट्स की जरूरत है, यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है.’ उन्होंने यह भी कहा कि अब भारतीय टीम की ‘नंबर नाइन’ जर्सी की अगली पीढ़ी को देने का मौका आ गया है.
100 वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले दूसरे भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी
साल 2018 में इंटरकॉन्टिनेंटल कप के दौरान सुनील, डेविड विला के साथ दुनिया के तीसरे सबसे एक्टिव अंतरराष्ट्रीय गोल स्कोरर बने थे। हाल ही में चार जून को सुनील ने अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। केनिया के खिलाफ इस मुकाबले में उन्होंने दो गोल दागे। वह 100 वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले दूसरे भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी हैं।छेत्री भारत की नेहरू कप ( 2007, 2009, 2012), दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (सैफ ) चैम्पियनशिप ( 2011, 2015, 2021 ) में खिताबी जीत के सूत्रधार रहे . वह 2008 एएफसी चैलेंज कप जीत में भी सूत्रधार रहे जिसकी मदद से भारत को 27 साल में पहली बार एएफसी एशियाई कप ( 2011) खेलने का मौका मिला.
फुटबॉल में सभी सम्मान मिले
सुनील छेत्री को भारतीय फुटबॉल में सभी सम्मान मिले. छेत्री ने अपने शानदार करियर में सात बार एआईएफएफ प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार जीता. उन्हें साल 2011 में अर्जुन पुरुस्कार और 2019 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया. साल 2021 में उन्हें खेल रत्न पुरस्कार मिला था और सुनील छेत्री यह सम्मान पाने वाले पहले फुटबॉलर थे.
भारतीय फुटबॉल की गोल मशीन
सुनील छेत्री भारतीय फुटबॉल की गोल मशीन है. 94 गोल, 150 मैच. सााल 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत करने वाले छेत्री सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल (94) करने वाले चौथे खिलाड़ी है. वह, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, अली डेई और लियोनेल मेस्सी के बाद सक्रिय खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं.
सुनील छेत्री का सफर
मोहन बागान के लिये 2002 में क्लब फुटबॉल में पदार्पण करने वाले छेत्री ने अमेरिका में मेजर लीग फुटबॉल टीम कंसास सिटी विजाडर्स के लिये 2010 में खेला और 2012 में पुर्तगाली फुटबॉल टीम में स्पोर्टिंग सीपी की रिजर्व टीम में रहे. सात बार एआईएफएफ के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे छेत्री ने ईस्ट बंगाल, डेम्पो, इंडियन सुपर लीग टीम मुंबई सिटी एफसी और बेंगलुरू एफसी के लिये खेला . बेंगलुरू एफसी के साथ उन्होंने आई लीग, आईएसएल, सुपर कप खिताब जीते.जानकारी के लिए बता दें कि सुनील छेत्री ने 12 जून 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ अपने इंटरनेशनल फुटबॉल करियर का आगाज किया था. सुनील छेत्री ने अपने इंटरनेशनल फुटबॉल करियर का पहला गोल भी पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू मैच में ही किया था.
पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक
SAFF Cup 2023 में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला गया. इस मुकाबले में सुनील छेत्री ने हैट्रिक मार इंडियन टीम को एकतरफा जीत दिली दी.भारतीय कप्तान ने 10वें मिनट में पहला गोल दागा. जबकि 15वें मिनट में गोल दाग टीम को 2-0 से आगे कर दिया. इसके बाद भारतीय कप्तान ने 74वें मिनट में पेनल्टी पर गोल कर टीम को 3-0 से आगे कर दिया. उदांता सिंह की तरफ से किए गए एक और गोल की बदौलत टीम इंडिया ने इस मैच को 4-0 से अपने नाम किया था.
भारतीय फुटबॉल संघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कही ये बात
भारतीय फुटबॉल संघ के अध्यक्ष और टीम के पूर्व गोलकीपर कल्याण चौबे एनडीटीवी से कहते हैं,”सचिन तेंदुलकर की तरह सुनील छेत्री का फुटबॉल से जाना, इस खेल को खलेगा. दो दशक तक वो भारत के स्टार बने रहे, सैकड़ों बच्चों को प्रेरित किया. हर खेल को ऊंचाई पर पहुंचने के लिए एक स्टार की जरुरत होती है और उस खेल को बहुत अच्छा करना होता है. सुनील छेत्री ने अपनी फिटनेस को इस उम्र तक बनाए रखा, वो युवाओं को प्रेरणा देते हैं और ना सिर्फ भारतीय फुटबॉल के लिए, बल्कि खेलों के दुनिया के लिए उनका जाना एक नुकसान है.” उनसे पूछने पर की उनकी भरपाई कौन करेगा, वो क