x
ट्रेंडिंगभारत

केरल में सतत शिक्षा पहल द्वारा आयोजित परीक्षा में 104 साल की बुजुर्ग महिला ने कर दिया कमाल


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

तिरुवंतपुरम – दुनिया में हम सभी को सुनने को जरूर मिला होगा की कुछ लोग अपने साथ एक अनोखा टैलेंट लेकर आते है जो उनकी बढ़ती उम्र के साथ भी उनके साथ ही रहता है। ऐसा ही एक किस्सा केरल से सामने आ रहा है। साक्षरता के मामले में केरल देश का सबसे अग्रणी राज्य है। केरल की 104 साल की वयोवृद्ध महिला कुट्टियम्मा ने साबित कर दिया है कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती।

बता दे की केरल राज्य साक्षरता मिशन के अंतर्गत एक परीक्षा आयोजित की गयी थी। इस मिशन का प्राधिकरण राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित है और इसका उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए साक्षरता, सतत शिक्षा और आजीवन सीखने को बढ़ावा देना है। वर्तमान में, यह चौथी, सातवीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए समकक्षता कार्यक्रम प्रदान करता है।

केरल के शिक्षा मंत्री वायुदेवन शिवनकुट्टी ने शुक्रवार को राज्‍य सरकार की सतत शिक्षा पहल के तहत आयोजित एक परीक्षा में बेहतर अंक हासिल करने वाली 104 साल की कुट्टियम्मा की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। उत्साह से भरी हुईं वयोवृद्ध महिला कुट्टियाम्मा की तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए केरल के शिक्षा मंत्री वायुदेवनशिवनकुट्टी ने लिखा की कोट्टयम की 104 साल की बुजुर्ग महिला कुट्टियाम्मा ने केरल राज्य साक्षरता मिशन की परीक्षा में 89/100 अंक प्राप्त किए है। ज्ञान की दुनिया में प्रवेश करने में उम्र कोई बाधा नहीं होती है। अत्यंत सम्मान और प्रेम के साथ, मैं कुट्टियम्मा और अन्य सभी नए शिक्षार्थियों को शुभकामनाएं देता हूं।

बता दे की कुट्टियम्‍मा थोड़ा ऊंचा सुनती हैं. इसलिए जब केरल स्‍टेट लिटरेसी मिशन टेस्ट शुरू हुआ, तब उन्होंने पर्यवेक्षकों से कहा कि उन्‍हें जो कुछ भी बोलना है वे जरा ऊंचा बोलें। टेस्ट के बाद किए गए एक सवाल पर उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया था, मैं जितना कुछ जानती थी, वह सब टेस्ट में लिख दिया है। अब नंबर देने का काम तो परीक्षक का है।

Back to top button