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नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 21 लोगो की मौत


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काठमांडू – नेपाल में बीते कई दिनों से जारी भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है और भूस्खलन की घटनाएं भी देखने को मिल रही है। जिससे लोगो के मन में काफी खौफ भरा माहौल है। नेपाल में मंगलवार को भारी बारिश के कारण आइ बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के कारण कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि लगभग 24 लोग लापता हुए थे। अब तक कम से कम 77 लोगों की मौत हो गई है और 34 शव बरामद किए गए है।

गृह मंत्रालय के अधिकारी दिल कुमार तमांग ने बताया कि भारत की सीमा से लगने वाले पूर्वी नेपाल के पांचथर जिले में 24, पड़ोसी इलाम में 13 और पश्चिमी नेपाल के डोटी में 12 लोगों की मौत हुई है। बाकी लोगों की मौत देश के पश्चिमी हिस्से में हुई है। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने बाढ़ और भूस्खलन में मारे गए लोगों और प्रभावितों के परिवारों को उचित सहायता देने की घोषणा की है। सरकार मृतकों के परिवारों को 1700 डॉलर (करीब 1,27266 रुपये) की राहत और घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराएगी।

सूत्रों के अनुसार, कई राजमार्ग बाधित हो गए है जबकि घरेलू उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। बारिश और बाढ़ ने देश के कई हिस्सों में धान की कटाई को बुरी तरह प्रभावित किया है। किसान धान की कटाई के लिए तैयार थे, लेकिन लगातार बारिश के कारण हजारों हेक्टेयर धान की फसल पानी में डूब गई है। राजधानी काठमांडू से लगभग 350 किमी पश्चिम में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पश्चिमी नेपाल के एक गांव सेती तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया है। यहां 60 लोग दो दिनों से बाढ़ में फंसे हुए है।

मौसम पूर्वानुमान विभाग (MFD) ने कहा कि कुछ और दिनों तक बारिश जारी रहेगी और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। बंगाल की खाड़ी और भारत के मध्य भाग में विकसित कम दबाव वाले मौसम सिस्टम का असर नेपाल की मौसम प्रणाली पर पड़ रहा है। नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से देश के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक आपदा की घटनाओं में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है और उन्हें बचाया जा रहा है।

नेपाल के अलावा भारत के उत्तराखंड राज्य में भी बाढ़ आ गई है। रविवार से लगातार हो रही बारिश के कारण आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या 52 हो गई है. जबकि 17 लोग घायल हुए है। अन्य पांच लोग लापता भी बताए जा रहे है।

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