Russia Ukraine War : हमले का आज 5वां दिन, चेर्निहाइव में लोगों के घरों पर मिसाइल से हमला!
कीव – यूक्रेन पर रूस के हमले का आज 5वां दिन है। रूस की सेना ने रविवार को कहा कि यूक्रेन में उसके कुछ सैनिक हताहत हुए हैं। वहीं यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यूक्रेन की फौज ने खारकीव को रूस के कब्जे से मुक्त कराया है। यूक्रेन का दावा है कि कीव और खारकीव में रूस के 4 हजार से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया है। इसके अलावा भारत ने यूक्रेन से अपने करीब 2,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है।
यूक्रेन को लेकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने नैटो देशों को परमाणु हमले की धमकी दी है। पुतिन ने एटमी से लैस स्पेशल फोर्स को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। पुतिन ने कहा है कि पश्चिमी देश रूस पर हमला कर सकते हैं ऐसे में जवाब देने लिए तैयारी पूरी रहनी चाहिए। रूस की धमकी के बाद संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी 2 मार्च को आपात बैठक बुलाई है, वहीं अमेरिका ने कहा है कि पुतिन इस युद्ध को जिस तहर से बढ़ा रहे हैं वो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। वहीं रूस पर पाबंदियों का दौर जारी है। अमेरिका,ब्रिटेन, फ्रांस ने यूक्रेन पर कड़े प्रतिबंध लगाने के बाद अब कनाडा और यूरोपीय यूनियन ने रूस के लिए एयरस्पेस को बंद कर दिया है। इसके साथ ही रूस की मीडिया पर भी बैन लगा दिया है।
स्टेट कम्युनिकेशंस सर्विस के अनुसार, यूक्रेन में कीव से 150 किमी उत्तर में एक शहर चेर्निहाइव में एक मिसाइल से एक आवासीय इमारत पर हमला हुआ है। दो निचली मंजिलों में आग लग गई है। हताहतों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
यूक्रेन में फंसे 249 भारतीय नागरिकों को लेकर बुखारेस्ट (रोमानिया) से रवाना हुई 5वीं ऑपरेशन गंगा फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। यूक्रेन से दिल्ली पहुंचे छात्रों ने कहा कि सरकार ने हमारी बहुत मदद की है। भारतीय दूतावास द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की गई। सबसे बड़ी समस्या सीमा पार करना है। मुझे उम्मीद है कि सभी भारतीयों को वापस लाया जाएगा। कई और भारतीय अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। बेलारूस ने अपनी जमीन पर रूसी एटमी हथियारों की तैनाती की इजाजत दे दी है। यूक्रेन की मीडिया के मुताबिक इसे लेकर बेलारूस में जनमत संग्रह कराया गया। बेलारूस में गैर परमाणु और तटस्थ रोल छोड़ने को लेकर जनमत संग्रह हुआ, जिसमें 65 फीसदी लोगों ने नए बदलावों के समर्थन में वोट किया। जनमत संग्रह के बाद बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के अधिकारों में भी बढ़ोतरी की गई है।