Close
भारतराजनीति

खारिज हुआ श्याम रंगीला का नामांकन,पीएम मोदी के खिलाफ लड़ने वाले थे चुनाव,जानें वज़ह

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिमिक्री कर चर्चा में आने वाले श्याम रंगीला ने इस बार लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री को ही चुनौती देने का फैसला किया था। लेकिन बुधवार को उनके अरमानों पर पानी फिर गया जब निर्वाचन आयोग ने उनके नामांकन को खारिज कर दिया। श्याम रंगीला ने वाराणसी संसदीय क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया है। जानकारी के अनुसार उनका नामांकन इसलिए रद्द कर दिया गया क्योंकि उन्होंने शपथ पत्र पूरा नहीं भरा था।

नामांकन क्यों हुआ रिजेक्ट?

श्याम रंगीला ने वाराणसी से नामांकन पत्र दाखिल किया था. आज (15 मई) श्याम रंगीला को जांच के लिए बुलाया गया था. जांच के बाद शाम को बाहर निकले श्याम रंगीला ने बताया कि कड़ी मेहनत और मुश्किलों का सामना करके हमने 14 मई को वाराणसी लोकसभा सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए थे. हमने सारे कागजात और ज़रूरी चीज़ें ध्यान में रखते हुए नामांकन किया था. लेकिन आज हमें बताया गया कि नामांकन के दौरान लिए गए शपथ को आपने पूरा नहीं किया है. इसके कारण आपका नामांकन पत्र रिजेक्ट कर दिया गया है.

पर्चा खारिज होने पर क्या बोले श्याम रंगीला?

इसे लेकर कॉमेडियन श्याम रंगीला की ओर से भी रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा कि कल 27 नामांकन हुए थे और आज 32 खारिज हो गए। चुनाव आयोग पर हंसी आ रही है। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा कि यह तय था कि वाराणसी से मुझे चुनाव लड़ने नहीं दिया जाएगा। अब साफ हो गया था। दिल जरूर टूटा है, हौसला नहीं। उन्होंने लोगों से परेशान न करने की अपील भी की है और कहा है कि जो सूचना होगी सोशल मीडिया पर साझा करता रहूंगा।

श्याम रंगीला को माँ गंगा का आशीर्वाद नहीं मिला

श्याम रंगीला ने कहा कि शायद मुझे माँ गंगा का आशीर्वाद नहीं मिला. साथ ही उन्होंने वाराणसी जिला प्रशासन पर नामांकन प्रक्रिया को भ्रमित करने का आरोप लगाया. वाराणसी सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि “आप सभी के सहयोग और मेरे प्रयास से कल प्रशासन ने एक दिन में 27 नामांकन लिए, देखने वाले जल्द ही जान जाएंगे कि अगला कौन जाएगा.”

नामांकन फाइल करने में भी आई थी दिक्कत

बता दें कि श्याम रंगीला को अपना नामांकन फाइल करने में भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था। पीएम मोदी ने नामांकन के बाद वह कलेक्ट्रेट पहुंचे थे लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया था। इसके बाद उन्होंने स्थानीय निर्वाचन अधिकारी से लेकर प्रदेश और मुख्य निर्वाचन अधिकारी तक से इस बात की शिकायत की थी। इसके बाद उन्हें नामांकन फाइल करने की अनुमति मिल पाई थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि हम अब वाराणसी की जनता के लिए एक ऑप्शन बनने वाले हैं।

श्‍याम रंगीला मशहूर कॉमेडियन

श्‍याम रंगीला की यूट्यूब चैनल से कमाई श्‍याम रंगीला मशहूर कॉमेडियन हैं। ये पीएम मोदी व राहुल गांधी समेत कइयों की मिमिक्री करते हैं। कॉमेडी वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड करते हैं। @ShyamRangeela यूट्यूब चैनल पर 948K subscribers हैं। NetWorthSpot नाम की एक वेबसाइट कहती है कि यूं तो श्‍याम रंगीला की संपत्ति स्‍पष्‍ट नहीं है, मगर अनुमान है कि श्‍याम रंगीला की यूट्यूब चैनल से कमाई $100 हजार के आस-पास है।

पांच दिन पहले लगाए थे ये आरोप

10 मई को श्‍याम रंगीला ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा था- वाराणसी में नामांकन फॉर्म प्राप्त करने की प्रक्रिया इतनी जटिल कर दी गई है कि फॉर्म लेना बहुत ज्‍यादा मुश्किल हो गया है। घंटों लाइन में लगने के बाद चुनाव कार्यालय से कहा गया कि आप दस प्रस्तावकों के आधार कार्ड की कॉपी (हस्ताक्षर समेत) और उनके फोन नंबर पहले दीजिए तभी फॉर्म के लिये ट्रेजरी चालान फॉर्म मिलेगा। जबकि ऐसा कोई प्रावधान चुनाव आयोग के नियमों में नहीं है। मैं चुनाव आयोग से प्रार्थना करता हूं कि वो वाराणसी ज़िला प्रशासन को उचित दिशानिर्देश देकर, इस देश के लोकतंत्र में हमारे विश्वास को मज़बूती दें।’

उम्‍मीदवारी के लिए पर्चा भरने से रोका जा रहा- श्‍याम रंगीला

गौरतलब है कि श्‍याम रंगीला पिछले तीन दिनों से सोशल मीडिया पर दावा कर रहे थे कि उन्‍हें वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उम्‍मीदवारी के लिए पर्चा भरने से रोका जा रहा है। 14 मई को नामांकन करने का अंतिम दिन था। बीजेपी प्रत्‍याशी नरेंद्र मोदी ने चार प्रस्‍तावकों के साथ अपना नामांकन किया। इस मौके पर कई केंद्रीय मंत्री और कई राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री भी मौजूद रहे। इसके बाद श्‍याम रंगीला समेत कई और प्रत्‍याशियों का भी नामांकन पत्र लिया गया।

Back to top button