Close
विश्व

कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल जाबेर अल सबाह का 86 साल की उम्र में निधन

नई दिल्ली – कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-सबह का निधन हो गया है। उन्हें एक मेडिकल इमरजेंसी के चलते नवंबर में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जानकारी के अनुसार उनके निधन का समाचार चलाने से पहले कुवैत टीवी पर कुरान की आयतें चलाई गईं।शेख नवाफ को साल 2006 में उनके सौतेले भाई शेख सबह अल-अहमद अल-सबह ने क्राउन प्रिंस नामित किया था। इसके बाद साल 2020 में शेख सबह अल अहमद अल सबह के निधन के बाद उन्होंने अमीर के तौर पर शपथ ली थी। शेख नवाफ को अपनी डिप्लोमेसी और क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए जाना जाता था।

2020 में अमीर के रूप में शपथ ली

शेख नवाफ ने अपने पूर्ववर्ती दिवंगत शेख सबा अल अहमद अल सबा की 2020 में मृत्यु के बाद अमीर के रूप में शपथ ली थी। बता दें कि शेख सबा अपनी कूटनीति और शांति स्थापना के लिए जाने जाते थे। शेख नवाफ ने पहले कुवैत के आंतरिक और रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया था। हालांकि उनकी बढ़ती उम्र के कारण विश्लेषकों का मानना था कि उनका कार्यकाल छोटा होगा।

देश के तमाम टीवी चैनलों पर एंटरटेनमेंट् प्रोग्राम अचानक बंद

से ही शेख के निधन की खबर आई। देश के तमाम टीवी चैनलों पर एंटरटेनमेंट् प्रोग्राम अचानक बंद कर दिए गए। इसके बाद शोक संदेश दिखाए गए। शेख नवाफ नवंबर से ही काफी बीमार चल रहे थे। हालांकि, उनकी सेहत से जुड़ी कोई जानकारी सार्वजनिक रूप से कभी नहीं दी गई।कुछ दिन पहले खबर आई थी कि शेख नवाफ को इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया है। मार्च 2021 में भी वो इलाज के लिए अमेरिका गए थे। कहा जाता है कि इराक और सऊदी अरब की इंटेलिजेंस एजेंसियां उनकी सेहत पर पैनी नजर रख रही थीं। इसकी वजह यह बताई जाती है कि रॉयल फैमिली में सत्ता को लेकर अंदरूनी खींचतान चल रही थी।

कुवैत दुनिया का छठा सबसे बड़ा तेल भंडार

कुवैत के शासक का पद संभालने की कतार में अब शेख मेशाल अल अहमद अल जाबेर है। वह 83 वर्ष के हैं और उन्हें दुनिया का सबसे उम्रदराज युवराज माना जाता है। लगभग 4.2 मिलियन लोगों का घर कुवैत में दुनिया का छठा सबसे बड़ा तेल भंडार स्थित है। 1991 के खाड़ी युद्ध में सद्दाम हुसैन की इराकी सेना को खदेड़ने के बाद से यह अमेरिका का एक कट्टर सहयोगी रहा है। कुवैत देश में लगभग 13,500 अमेरिकी सैनिकों के साथ-साथ मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना के अग्रिम मुख्यालय की मेजबानी करता है।

कौन होगा अगला शासक

देश का अमीर बनने से पहले उन्होंने कुवैत के इंटीरियर और डिफेंस मंत्री के पद पर भी सेवाएं दी थीं। लेकिन सरकार में उनकी सक्रिय सहभागिता नहीं देखी गई थी। हालांकि वह अमीर पद के लिए एक गैरविवादित चेहरा थे। शेख नवाफ का कार्यकाल मुख्य रूप से घरेलू मुद्दों पर केंद्रित रहा था क्योंकि यह देश कई राजनीतिक विवादों से जूझ रहा था।कुवैत के नेताओं का स्वास्थ्य देश में एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। इस देश ने महल के दरवाजों के पीछे सत्ता को लेकर आंतरिक संघर्ष खूब देखा है। माना जा रहा है कि शेख नवाफ के सौतेले भाई और कुवैत के उप शासक शेख मेशल अल अहमद अल जबर (83) के हाथों में अब कुवैत की सत्ता आ सकती है।

Back to top button