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BREAKING : बदला खेल रत्न पुरस्कार का नाम, अब राजीव गांधी की जगह मेजर ध्यानचंद के नाम पर होगा खेल रत्न पुरस्कार


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नई दिल्ली – भारतीय खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का फैसला लिया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि काफी लोगों की अनुरोध मिलने के बाद ये फैसला लिया गया है। ऐसे में अब खेल रत्न पुरस्कार को राजीव गांधी की जगह मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा, ”मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जो भारत के लिए सम्मान और गौरव लाए. यह सही है कि हमारे देश का सर्वोच्च खेल सम्मान उन्हीं के नाम पर रखा जाएगा।” उन्होंने कहा, ”मुझे पूरे भारत के नागरिकों से खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं. उनकी भावना का सम्मान करते हुए, खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा।”

पीएम मोदी ने आगे कहा, पुरुष और महिला हॉकी टीम अपने असाधारण प्रदर्शन से हमारे पूरे देश की कल्पना पर छा गई है। हॉकी के प्रति एक नए सिरे से रुचि शुरू हो रही है जो भारत की लंबाई और चौड़ाई में उभर रही है. यह आने वाले समय के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।

इस अवॉर्ड को साल 1991-1992 में शुरू किया गया था। तब इसका नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। खिलाड़ियों की सराहना और खेल के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए इस अवॉर्ड की स्थापना हुई थी।

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