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सावधान! ऐसे पोजीशन में सोयेंगे तो आएंगे डरावने सपने! जानें इसके पीछे का रहस्य


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नई दिल्ली – सोने के बाद सपना आना आम बात है। लेकिन डरावने सपने का असर कभी-कभी हमारे हेल्थ पर भी पड़ता है। डरावने सपने आने का कारण कभी-कभी सोने के पोजीशन से भी होता है। दरअसल सोने के समय सीने पर हाथ रखने और सपनों का एक अलौकिक संबंध हैं। सबसे ज्यादा बुरे सपने ऐसी ही पोजीशन में आते हैं लेकिन ऐसा क्यों होता है।

रिसर्च के मुताबिक, हमारे सपने, हमारी नींद और तनाव समेत कई कारकों से प्रभावित होते हैं। कई मामलों में ये देखा गया है कि जो हम कल्पना करते हैं, सोने से पहले जो सोचते हैं उसका काफी हद तक सपनों पर असर हो सकता है। इसी तरह हमारे सोने के तरीके और सपनों के बीच एक संबंध देखा जा सकता है कि हमें बुरे सपने क्यों आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि सीने पर हाथ रखकर सोने से शरीर पर तनाव पड़ता है। यहां ये बात याद रखने की है कि जब हम सोते हैं तो शरीर में सोता है।

इस दौरान शरीर के हृदय, फेफड़े और मस्तिष्क बेहद ही न्यूनतम स्तर पर काम करते हैं। ऐसे में उन्हें हल्का सा भी तनाव परेशान कर सकता है। सोते समय हाथ को सीने पर रखने से शरीर पर भार पड़ता है ऐसे में मस्तिष्क इसे पढ़ने की कोशिश करता है। इस तरह आपके सपनों पर मस्तिष्क की इस क्रिया का असर पड़ता है।

कहा जाता है कि तनाव बढ़ने से मस्तिष्क के उस हिस्से में, जहां हमारी यादें संग्रहीत होती हैं, ऑक्सीजन की पहुंच बाधित होती है। यह हमारे अवचेतन कामकाज को प्रभावित करता है। एक तरह से यह अलार्म सेट कर देता है जिसके फलस्वरूप दिमाग हमें नकारात्मक इमेजरी या बुरे सपने के माध्यम से सचेत करने की कोशिश करता है। सपने की सबसे अधिक संभावना तब होती है जब मस्तिष्क सबसे अधिक सक्रिय होता है। इसलिए, आप जिस अवस्था में हैं, या जिस विशेष तरीके से आप सो रहे हैं, वह नाटकीय रूप से आपके सपनों देखे जाने को प्रभावित कर सकता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, नींद की अलग-अलग स्थिति आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों पर कुछ दबाव पैदा कर सकती है और आपके सपनों में परिवर्तन पैदा कर सकती है। हालांकि आपके सपनों के लिए थोड़ा बदलना संभव हो सकता है लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हमेशा उचित नहीं होता है। कुछ आसन, जैसे आपके पेट के बल सोना, नुकसानदेह हो सकता है। इसी तरह के फायदे और नुकसान हर दूसरी नींद की पोजीशन के साथ होते हैं। यहां ये याद रखना जरूरी है कि सपनों का सबसे ज्यादा संबंध आपके सोचने, दिमाग पर तनाव देने से ही है। इसलिए अच्छा है कि आप उसी पोजीशन में सोएं जो आपको आराम दे और रीढ़ के लिए उचित हो।

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