चुनाव आयोग ने किया राज्यसभा चुनावों की तारीख का एलान,राज्यसभा के लिए होगी सियासी भिड़ंत
नई दिल्लीः भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने सोमवार को 15 राज्यों के 56 सीटों पर होने वाले राज्यसभा के चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है. राज्यसभा के 56 मौजूदा सांसदों का कार्यकाल में अप्रैल की शुरुआत में खत्म होने के कारण खाली सीटों के लिए ये चुनाव हो रहे हैं. चुनाव आयोग के नोटिफिकेशन के मुताबिक, इन सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होना है, जिसके लिए 8 फरवरी को नोटिफिकेशन जारी होगा. चुनावों का ये पूरा प्रोसेस 29 फरवरी तक पूरा हो जाएगा.
27 फरवरी को मतदान
चुनाव आयोग ने 56 राज्यसभा सीटों पर चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया. 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होगा. चुनाव आयोग ने बताया कि इन 56 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म होना है. इनपर 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा. नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है.
इन 15 राज्यों में होने हैं चुनाव
जिन राज्यों में राज्यसभा चुनाव होने हैं उनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, ओडिशा, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं। बता दें कि राज्य सभा के एक-तिहाई सदस्य हर दो साल में सेवानिवृत्त होते हैं।
56 सीटों में से सबसे ज्यादा 10 उत्तर प्रदेश की हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र-बिहार की 6-6 सीटें हैं. जबकि मध्यप्रदेश-पश्चिम बंगाल की 5-5 सीटें हैं. कर्नाटक और गुजरात की 4-4 राज्यसभा सीटों पर भी 27 फरवरी को मतदान होगा. इसके अलावा तेलंगाना-राजस्थान और ओडिशा की 3-3 सीटों पर मतदान होगा. इसके अलावा छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हरियाणा और हिमाचल की 1-1 सीट पर मतदान होगा.
27 फरवरी को ही आएंगे नतीजे
राज्यसभा की 56 सीटों पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी और इसी दिन नतीजे आएंगे. चुनाव के लिए आयोग 8 फरवरी को अधिसूचना जारी करेगा. नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है. नामांकन पत्रों की जांच की तारीख 16 फरवरी है. उम्मीदवार 20 फरवरी तक नाम वापस ले सकेंगे.
क्या है मतदान की प्रक्रिया?
वोटिंग प्रोसेस में, हर एक विधायक के मतपत्र में चुने जाने वाले उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट होती हैं। विधायक उम्मीदवारों के नाम के सामने अपनी प्राथमिकताएं अंकित करके वोट करते हैं। अगर कोई उम्मीदवार पहले दौर में वोटों का आवश्यक कोटा हासिल कर लेता है, तो उसे निर्वाचित घोषित कर दिया जाता है।अगर नहीं, तो सबसे कम वोट पाने वाले उम्मीदवार को हटा दिया जाता है और उनके वोट विधायकों द्वारा बताई गई प्राथमिकताओं के आधार पर बचे हुए उम्मीदवारों को स्थानांतरित कर दिए जाते हैं। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहती है जब तक सभी रिक्तियां भर नहीं जाती।
लोकसभा चुनाव से पहले अहम हैं ये चुनाव
चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव का ऐलान ऐसे वक्त पर किया, जब पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं. ऐसे में राज्यसभा चुनाव को काफी अहम माना जा रहा है. इन 56 सीटों पर चुनाव के बाद संसद के उच्च सदन की सियासी तस्वीर बदल जाएगी.