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भारतराजनीति

इंडिया ब्लॉक से नीतीश कुमार को मिला था PM का ऑफर ,JDU ने किया बड़ा दावा

नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित होने के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की आज शनिवार (08 जून) को दिल्ली में बैठक हुई. बैठक के बाद जब कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल से पूछा गया कि जेडीयू नेता केसी त्यागी ने दावा किया है कि I.N.D.I.A गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को पीएम पद ऑफर किया गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई जानकारी उनके पास नहीं है.

राहुल गांधी को विपक्ष का नेता बनाए जाने का प्रस्ताव पास हुआ

कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमें ऐसे किसी ऑफर की जानकारी नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा वहां की समीक्षा के लिए कमिटी बनाई जाएगी. वहीं, इस बैठक में राहुल गांधी को विपक्ष का नेता बनाए जाने का प्रस्ताव पास हुआ. इस प्रस्ताव को लेकर केसी वेणुगोपाल ने ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति के सदस्यों ने प्रस्ताव पारित किया है कि राहुल गांधी के लोकसभा सभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया जाना चाहिए.

जदयू ने किया बड़ा दावा

पीएम मोदी कल यानी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इससे पहले जदयू ने बड़ा दावा किया है। जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा है कि इंडिया ब्लॉक की तरफ से नीतीश कुमार को पीएम पद का ऑफर दिया गया था।उन्होंने एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने इंडिया ब्लॉक से आए इस ऑफर को ठुकरा दिया है। वो एनडीए के साथ बने रहेंगे।केसी त्यागी के दावे को राजद ने जुमलेबाजी करार दिया है। पार्टी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि केसी त्यागी प्रस्ताव देने वाले का नाम बताएं।आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि बड़ी बात यह कि राजनीति न एक दिन में शुरू होती है और न एक दिन में खत्म। केसी त्यागी जो बातें कह रहे हैं, उसको तथ्यों के साथ सामने लाए। किस नेता ने प्रस्ताव दिया था। आप जुमलेबाज पार्टी के साथ हैं तो आप भ्रम और जुमलेबाजी करके अपनी राजनीतिक स्थिति को बनाए रखना चाहते हैं।

क्या कहा था केसी त्यागी ने?

जेडीयू नेता केसी त्यागी ने दावा करते हुए कहा, “नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनने के लिए इंडिया ब्लॉक से एक प्रस्ताव मिला. उन्हें उन लोगों से यह प्रस्ताव मिला, जिन्होंने उन्हें इंडिया ब्लॉक के संयोजक बनने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने इसे मना कर दिया है और हम एनडीए के साथ दृढ़ता से हैं.” ये दावा उन अटकलों के बीच किया गया था कि इंडिया ब्लॉक जेडीयू और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) पर डोरे डाल रहा था. ये दोनों ही पार्टियां बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA की सहयोगी हैं.

नतीजों में एनडीए को मिला पूर्ण बहुमत

इंडिया ब्लॉक ने एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों को गलत साबित करते हुए 2024 के लोकसभा चुनावों में एक मजबूत प्रदर्शन किया और 543 सीटों में से 234 जीता. दूसरी ओर, एनडीए ने 293 सीटें हासिल कीं, जिसमें बीजेपी 240, बहुमत के निशान से 32 कम थी.

अभी भी समय है, इंडिया गठबंधन के साथ आएं नीतीश – माले

काराकाट से चुने गए माले के सांसद राजाराम सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार शुरू से थ्री सी की बात करते रहे हैं। वो जीरो टॉलरेंस वाले नेता खुद को बताते रहे हैं। हम उनसे अपील करते हैं कि इस बार उनकी परीक्षा की घड़ी है। नीतीश कुमार को जनादेश का सम्मान करना चाहिए और हमारा साथ देना चाहिए, अभी भी समय है। जनादेश इसलिए आया है कि नरेन्द्र मोदी सत्ता से छुट्टी पाएं। नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के साथ आएं।वहीं माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि तीन सीट पर चुनाव लड़कर हम दो सीट पर जीते। नालंदा में कड़ी टक्कर दी। हमें जो उम्मीद थी वैसा परिणाम इंडिया गठबंधन को नहीं मिला। इंडिया गठबंधन को पूर्णिया सीट जोड़ कर देखें तो दस सीटें मिली, हमें उम्मीद थी कि 20 सीटें गठबंधन को मिलेंगी। हम इसकी समीक्षा करेंगे।

कांग्रेस का अपमानित करने का इतिहास

बीजपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि नीतीश कुमार को पता है कि इंडी गठबंधन ने कैसे बेइज्जत कर नीतीश कुमार को बाहर किया है। कांग्रेस का अपमानित करने का इतिहास ही रहा है। उन्होंने चंद्रशेखर से लेकर गुजराल तक को अपमानित किया है। नीतीश कुमार इससे परिचित हैं। इस वजह से नीतीश कुमार ने प्रस्ताव को ठुकराया है।लोकसभा चुनाव में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 12 सीटें आई हैं। आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है। यानी ये दोनों नेता नई केन्द्र सरकार के गठन में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।

विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार रहे चुके हैं नीतीश कुमार

बता दें कि लोकसभा चुनाव में बहुमत के आंकड़े को छूने में भाजपा असफल रही। हालांकि, एनडीए सरकार बनाने के लिए जेडीयू और टीडीपी ने भाजपा का समर्थन किया है। चुनाव में जेडीयू को 12 लोकसभा सीटें मिली है। वहीं टीडीपी को 16 सीटें सीटें प्राप्त हुई है। आईएनडीआई गठबंधन (I.N.D.I.A. Alliance) के सूत्रधार रह चुके नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कह दिया है कि वो इस एनडीए सरकार को अपना समर्थन देते रहेंगे।

भाजपा में मिल रहा जेडीयू को सम्मान: केसी त्यागी

केसी त्यागी ने आगे कहा कि आईएनडीआई गठबंधन के नेताओं द्वारा नीतीश कुमार के साथ किए गए दुर्व्यवहार की वजह से उन्होंने विपक्ष से रिश्ता तोड़ लिया है। वहीं,जेडीयू को भाजपा सम्मान दे रही है।

अग्निवीर योजना पर फिर से विचार करने की जरूरत

बताते चलें कि जेडीयू ने देश के दो बड़े विषयों पर अपना रुख स्पष्ट किया है। वह सेना में भर्ती वाली अग्निवीर योजना की समीक्षा और समान नागरिक संहिता पर सभी राज्यों से बातचीत के पक्ष में है। जदयू की अपेक्षा राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित गणना कराने की भी है।केसी त्यागी ने कहा कि अग्निवीर योजना का काफी विरोध हुआ। लोकसभा चुनाव में भी इसका असर देखा गया है। इसलिए इसपर फिर से विचार करने की जरूरत है

नीतीश कुमार ने कब छोड़ा INDIA का साथ

जनवरी में ममता बनर्जी ने जब गठबंधन के लिए संभावित पीएम उम्मीदवार के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम पेश किया था उस के कुछ ही दिनों बाद इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ कर नीतीश कुमार बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में वापस आ गए थे. नीतीश कुमार और एन चंद्रबाबू नायडू की पार्टियों सहित बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास 293 सीटें हैं, जबकि बहुमत के लिए सिर्फ 272 सीटें चाहिए. वहीं इंडिया गठबंधन ने 234 सीटें जीतीं.

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