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चीन के शिनजियांग में तेज भूकंप,सुबह 8 बजे तक 40 झटके किए गए महसूस


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नई दिल्ली : चीन एक बार फिर से भूकंप के तेज झटकों से दहल गया. यहां के दक्षिणी झिजियांग प्रांत में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक स्थानीय समय के अनुसार देर रात करीब दो भूकंप आया था. ये भूकंप चीन के अक्सू प्रांत में वुशू काउंटी में आया था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.2 मापी गई. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के मुताबिक भूकंप का केंद्र चीन के दक्षिणी शिनजियांग क्षेत्र में 80 किलोमीटर की गहराई में था.

120 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त

इस भूकंप में छह लोग घायल हो गए और 120 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र की सरकार के मुताबिक एक पोस्ट दो घायलों की हालत गंभीर है वगीं और चार लोगों को मामूली चोटें आई हैं. भूकंप से घरों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. इसमें 47 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं जबकी 78 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं.

आज सुबह 8 बजे तक आए 40 झटके

चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार, आज सुबह 8 बजे तक 40 झटके दर्ज किए गए हैं। चीन के वीबो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नेटिजेंस ने बताया कि भूकंप उरुमकी, कोरला, काशगर, यिंग और आसपास के इलाकों में जोरदार महसूस किया गया।शिन्हुआ के अनुसार, भूकंप को देखते हुए शिनजियांग रेलवे विभाग ने तुरंत परिचालन बंद कर दिया और भूकंप से 27 ट्रेनें प्रभावित हुईं। चीन के भूकंप प्रशासन ने कहा कि तुरंत भूकंप राहत मुख्यालय के कार्यालय और आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय के साथ मिलकर आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया और स्थानीय बचाव प्रयासों के लिए एक समूह भेज दिया गया है।

अल्माटी में निवासी अपने घरों से बाहर निकले

पिछले 24 घंटों में, शिनजियांग में कुछ बड़े भूकंप आए हैं। निकटवर्ती कजाकिस्तान में, आपातकालीन मंत्रालय ने 6.7 की तीव्रता वाले नवीनतम भूकंप की सूचना दी। कजाकिस्तान के सबसे बड़े शहर, अल्माटी में निवासी अपने घरों से भाग निकले। किसी नुकसान की सूचना अब तक नहीं दी गई है। इसके करीब 30 मिनट बाद झटके उज्बेकिस्तान में भी महसूस किए गए।

दिल्ली- एनसीआर में भी भूकंप का असर

चीन में आए भूकंप का असर भारत में भी हुआ. यहां दिल्ली- एनसीआर के साथ ही देश के दूसरे हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. काफी देर तक भूकंप से धरती कांपती रही. भूकंप का इतना तेज था कि ठंड के बावजूद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर खुली जगहों पर पहुंच गए. 2024 में भारत में आने वाला ये दूसरा भूकंप है. इससे पहले 11 जनवरी को भी दिल्ली-एनसीआर समेत जम्मू-कश्मीर में भूकंप आया था. जिसका केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद में था.

किर्गिस्तान और कजाकिस्तान में भूकंप

भारत के साथ ही किर्गिस्तान और कजाकिस्तान में भी भूकंप का असर देखने को मिला. इन देशों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. रूसी समाचार एजेंसी तास ने बताया कि कजाख की राजधानी अल्माटी में लोग भूकंप से डर कर घरों से बाहर निकल आए. खबर है कि किर्गिस्तान और झिंजियांग बॉर्डर पर कई घरों को नुकसान पहुंचा है. कई घर जमींदोज हो गए . जिसकी वजह से कुछ लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं.

पिछले साल दिसबंर में भी चीन में आया था तेज भूकंप

आपको बता दें कि पिछले साल दिसंबर में भी चीन में जोरदार भूकंप आया था. 18 दिसंबर को चीन के गांसु और किंघाई प्रांतों में भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 6.2 थी. इस भूकंप में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग जख्मी हो गए थे. वहीं हजारों मकान मलबे में तब्दील हो गए थे.

  • चीन में पश्चिमी शिनजियांग क्षेत्र के एक दूरस्थ इलाके में सोमवार देर रात 7.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसमें छह लोग घायल हो गए और 120 से अधिक मकान ध्वस्त या क्षतिग्रस्त हो गए।
  • शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र की सरकार ने अपने आधिकारिक वीबो अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं और चार को मामूली चोटें आयी हैं। इसके अलावा 47 मकान ध्वस्त हो गए, 78 मकान क्षतिग्रस्त हुए और कुछ कृषि भवन ढह गए हैं।
  • सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने चीन के भूकंप नेटवर्क केंद्र के हवाले से बताया कि स्थानीय समयानुसार देर रात दो बजे अक्सू प्रांत की वुशु काउंटी में भूकंप आया।
  • अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप तियान शान पर्वत श्रृंखला में आया जो भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र हैं लेकिन वहां इस पैमाने पर भूकंप कभी-कभार ही आता है।
  • उसने बताया कि इस इलाके में सबसे अधिक 7.1 तीव्रता का भूकंप 1978 में आया था।
  • सरकारी प्रसारणकर्ता सीसीटीवी ने बताया कि भूकंप आने के बाद कई झटके महसूस किए गए। करीब 200 बचावकर्ताओं को भूकंप के केंद्र स्थल पर भेजा गया है।
  • रूसी समाचार एजेंसी तास ने बताया कि भूकंप के झटके पड़ोसी देश किर्गिस्तान और कजाखस्तान में भी महसूस किए गए।

भूकंप क्यों आता है?

हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

4 नवंबर को नेपाल में आया था 6.4 तीव्रता का भूकंप

4 नवंबर 2023 को रात 11:32 बजे नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 157 लोगों की मौत हुई थी। तब दिल्ली-NCR के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में भी झटके महसूस किए गए थे। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।इसके बाद 6 नवंबर को दिल्ली-NCR में शाम 4 बजकर 16 मिनट पर फिर एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र भी नेपाल में था। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.6 आंकी गई। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी झटके महसूस किए गए।

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