राहुल गाँधी के केंद्र सरकार पर दिए गए बयान से राजकीय माहौल हुआ गरम
नई दिल्ही – एक तरफ देश की स्थिति कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से बद से बदतर होती जा रही हैं और उस बीच covid19 की मौजूदा स्थिति पर राजकीय सिहासत जोर शोर से चल रही हैं।
INC के अध्यक्ष रह चुके राहुल गाँधी आये दिन अपने विवादित बयानों से ज्यादातर सुर्खियों में रहते हैं। जब से देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर जारी हे तबसे राहुल हर रोज केंद्र सरकार और उनकी नीतियों पर सवाल उठाते रहते हैं।फ़िलहाल जब देश खतरनाक महामारी से जंग लड़ रहा हो तब उस पर राजनीती करना क्या सही बात हे ?? भारत सरकार को इस महामारी से बहार निकालने के लिए कई मित्र विदेशी राष्ट्र, NGO , बॉलीवुड स्टार्स, सेलेब्स सभी एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं।
पिछले साल का अनियोजित लॉकडाउन जनता पर घातक वार था इसलिए मैं सम्पूर्ण लॉकडाउन के ख़िलाफ़ हूँ।
लेकिन PM की नाकामी व केंद्र सरकार की ज़ीरो रणनीति देश को पूर्ण लॉकडाउन की ओर धकेल रहे हैं।
ऐसे में ग़रीब जनता को आर्थिक पैकिज और तुरंत हर तरह की सहायता देना ज़रूरी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 6, 2021
उसी बीच राहुल गाँधी ने अपने सोशियल मीडिया पर ट्वीट करके कहा ” पिछले साल का अनियोजित लॉकडाउन जनता पर घातक वार था इसलिए मैं सम्पूर्ण लॉकडाउन के ख़िलाफ़ हूँ। लेकिन PM की नाकामी व केंद्र सरकार की ज़ीरो रणनीति देश को पूर्ण लॉकडाउन की ओर धकेल रहे हैं। “