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दिवालिया हो चुकी कंपनी को खरीदने की तैयारी में बाबा रामदेव


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नई दिल्ली – योगगुरु बाबा रामदेव एफएमसीजी सेक्टर के बाद अब एक और बिजनेस में हाथ आजमाने की तैयारी कर रहे हैं. ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, कथित तौर पर बाबा रामदेव के स्वामित्व वाली कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने कर्ज में डूबी टेक्नोलॉजी कंपनी रोल्टा इंडिया को खरीदने की रुचि जाहिर की है.तो पहले पुणे स्थित अशदन प्रॉपर्टीज ने रोल्टा को खरीदने के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई थी. इसके कुछ हफ्ते बाद बाबा रामदेव की अगुवाई वाली कंपनी ने रोल्टा को खरीदने के लिए 830 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है.

कर्ज में डूबी कंपनी रोल्टा इंडिया (Rolta India) को खरीदने को होड़ में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद भी शामिल हो गई है. पतंजलि ने इसके लिए 830 करोड़ रुपये का ऑल-कैश ऑफर दिया है.कुछ ही दिन पहले पुणे की कंपनी Ashdan Properties ने रोल्टा इंडिया को खरीदने के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई थी.अब पतंजलि ने एनसीएलटी की मुंबई पीठ में एक याचिका दायर करके मांग की है कि लेंडर्स को उसकी बोली पर विचार करने का आदेश दिया जाए.गुरुवार को एनसीएलटी ने Ashdan Properties की आपत्तियों को सुनने के बाद इसका फैसला कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स पर छोड़ दिया। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि पतंजलि ने बिडिंग प्रोसेस पूरी होने के बाद बोली लगाई है.

पतंजलि आयुर्वेद ने अपने इस ऑफर को बोली में शामिल करने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) से संपर्क किया है. अब एक पैनल कंपनी को ऑक्शन प्रोसेस में शामिल करने का फैसला करेगा. रोल्टा एक डिफेंस केंद्रित सॉफ्टवेयर कंपनी है. जनवरी 2023 में इस कंपनी को दिवालिया प्रक्रिया में शामिल किया गया था. दरअसल कंपनी पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 7,100 करोड़ रुपये और सिटीग्रुप के विदेशी बांड धारकों का 6,699 करोड़ रुपये बकाया है.यह कंपनी डिफेंस और होम लैंड सिक्योरिटी, बिजली, फाइनेंशियल सर्विसेज, विनिर्माण, रिटेल और हेल्थ सर्विसेज प्रदान करती है. वित्तीय वर्ष 2022 में कंपनी को ₹1000 करोड़ का घाटा हुआ, जबकि इस दौरान राजस्व केवल 38 करोड़ रुपये था.

पतंजलि का ऑफर 820 से 830 करोड़ रुपये का है और यह मौजूदा ऑफर से काफी बेहतर है. इसमें सारा पैसा कैश में देने की बात है और यह ऑफर एक ऐसी कंपनी की तरफ से आया है जिसके पास भरपूर कैश है.लेंडर्स के लिए यह अच्छी बात है लेकिन अब उन्हें फैसला करना है कि आगे कैसे बढ़ा जाए.लेंडर्स अब नई प्रोसेस शुरू करने के बारे में कानूनी राय ले रहे हैं. इसकी वजह यह है कि बोलियां पिछले महीने आमंत्रित की गई थीं और सबसे बड़े बोलीदाता की घोषणा हो चुकी है. एक अन्य सूत्र ने कहा कि यह एक मजबूत बोली है और इस पर विचार करना होगा क्योंकि यह बेहतर ऑफर है.अभी तक किसी प्लान पर वोटिंग नहीं हुई है, इसलिए लेंडर्स नए सिरे से प्रोसेस शुरू करवा सकते हैं.

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