वॉशिंगटन – फ़िलहाल पुरे देश की अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने तहस-महस कर दिया हैं। Worldometer के रिपोर्ट के मुताबिक विश्व में covid19 से संक्रमित देशो की सूचि में अमेरिका कुल 33,626,097 covid19 मामलो के साथ प्रथम और भारत 24,046,120 मामलो के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
जब वैक्सीन की कमी है तो ज़्यादा लोगों को कम से कम वैक्सीन की पहली डोज़ मिले इसके लिए पहली और दूसरी डोज़ के बीच की अवधि को बढ़ाना उचित अप्रोच है। इस देरी से वैक्सीन की प्रभावशीलता पर नकारात्मक असर होने की संभावना नहीं है:ANI से डॉ.एंथनी फाउची,अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ pic.twitter.com/UVeEhibGFB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2021
फ़िलहाल किसी भी देश के पास कोरोना वायरस की असरकारक दवा नहीं हैं। जिसके चलते सभी देश में मास्क और कोरोना वैक्सीन ही आखरी विकल्प हैं। भारत ने अपने सभी नागरिको को वैक्सीन मिल पाए उसके लिए संभंवत प्रयास कर रही हैं। देश में सभी राज्यों में एकसाथ वैक्सीन की मांग को पूरी करना कठिन कार्य हैं जिसके चलते कई राज्यों को वैक्सीन की कमी का सामना करना पद रहा हैं। अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ.एंथनी फाउची ने भारत की इस वैश्विक महामारी के दौरान जिस तरह से लोगो की मदद की जा रही हे उसकी प्रसंशा की।
भारत दुनिया में सबसे बड़ा नहीं तो सबसे अच्छा वैक्सीन उत्पादक है, आपको अपने लोगों के लिए उन संसाधनों का इस्तेमाल करना होगा: डॉ.एंथनी फाउची, अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ #COVID19 pic.twitter.com/09xtk0D9Hu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2021
डॉ.एंथनी फाउची ने ट्वीट करके कहा ” जब वैक्सीन की कमी है तो ज़्यादा लोगों को कम से कम वैक्सीन की पहली डोज़ मिले इसके लिए पहली और दूसरी डोज़ के बीच की अवधि को बढ़ाना उचित अप्रोच है। ” उन्होंने ये भी कहा ” भारत दुनिया में सबसे बड़ा नहीं तो सबसे अच्छा वैक्सीन उत्पादक है, आपको अपने लोगों के लिए उन संसाधनों का इस्तेमाल करना होगा। “