रूस के साइबर हमले के बाद यूक्रेन में नेशनल इमरजेंसी, आज EU करेगा अहम बैठक
नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की स्थिति अपने चरम पर है। रूसी सैनिकों ने पूर्वी यूक्रेन में प्रवेश किया है। रूस ने बुधवार को यूक्रेन के बैंकों और रक्षा, विदेशी मामलों और आंतरिक सुरक्षा जैसी प्रमुख वेबसाइटों पर साइबर हमला किया। यूक्रेन की संसद ने रूसी हमले के मद्देनजर आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। आपातकाल की घोषणा के साथ, यूक्रेन ने 30 लाख लोगों को तुरंत रूस छोड़ने के लिए कहा है। इस बीच, रूस के खिलाफ अपनी रणनीति पर फैसला करने के लिए यूरोपीय संघ (EU) गुरुवार को अहम बैठक करने वाला है। बैठक बेलारूस में होगी। बता दें, बेलारूस पहले से ही रूस के पास है और बेलारूस की धरती पर रूसी सैनिक भी मौजूद हैं।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस-यूक्रेन तनाव के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रो से मुलाकात की और रूस-यूक्रेन संकट और भारत और फ्रांस के बीच राजनयिक, आर्थिक और रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।
रूस ने बुधवार को यूक्रेन के बैंकों और रक्षा, विदेशी मामलों और आंतरिक सुरक्षा जैसी प्रमुख वेबसाइटों पर साइबर हमला किया। यूक्रेन की संसद ने रूसी हमले के मद्देनजर आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। इस आपातकाल की घोषणा के साथ, यूक्रेन अपने 30 लाख लोगों से तत्काल रूस छोड़ने का आग्रह कर रहा है।
एएफपी समाचार एजेंसी के अनुसार, रूस के बढ़ते खतरे के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ने शांति की घोषणा की है। उनका कहना है कि उन्होंने व्लादिमीर पुतिन से बात करने के लिए कहा, लेकिन क्रेमलिन ने कोई जवाब नहीं दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि उन्होंने पुतिन के साथ बातचीत करने की असफल कोशिश की है।
अमेरिका ने रूस पर लगाए कड़े प्रतिबंध
रूस ने अमेरिकी प्रतिबंधों का कड़ा जवाब देने का संकल्प लिया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप कड़ी प्रतिक्रिया होगी। जरूरी नहीं है कि अमेरिकी प्रतिबंधों की नकल होगी, बल्कि पूरी स्थिति पर नजर रखने की जरूरत है। यह अमेरिका के लिए बेहद दर्दनाक होगा। मॉस्को ने यह भी कहा है कि वह जल्द ही अमेरिका के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा करेगा।