x
भारतराजनीति

संदीप पाठक कौन है ? जो अरविंद केजरीवाल की गैर-मौजूदगी में आम आदमी पार्टी की संभाल रहे कमान


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः दिल्ली CM और आम आदमी पार्टी अध्यक्ष आज 15 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए। अब वे तिहाड़ जेल में रखे जाएंगे, लेकिन देशवासियों के दिल दिमाग में बड़ा सवाल है कि आखिर केजरीवाल की अनुपस्थिति में आम आदमी पार्टी को कौन संभालेगा? या कौन संभाल रहा है? पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां कैसे करेगी? पार्टी का कामकाज कौन देखेगा?

पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद

तो जानकारी के लिए बता दें कि आम आदमी पार्टी का कामकाज AAP के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक संभाल रहे हैं। संदीप पाठक अप्रैल 2022 से पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं। गुजरात में आम आदमी पार्टी के प्रभारी और पंजाब-हिमाचल प्रदेश में आप के सह-प्रभारी हैं। उन्हें राजनीति का काफी अनुभव हैं और अरविंद केजरीवाल की गैर-मौजूदगी में वही कामकाज संभाल रहे हैं। वे अरविंद केजरीवाल के करीबी हैं।

किसके हाथ होगी दिल्ली की सरकार?

सूत्र बताते हैं कि भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी रहीं सुनीता केजरीवाल अरविंद के साथ अनौपचारिक रूप से सरकार के कामकाज देखती रही हैं, वहीं करीब दस वर्षों से एक राजनीतिक परिवार का हिस्सा होने के कारण उनकी राजनीतिक समझ पर भी फौरी तौर पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है। पार्टी सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में सुनीता में अपना नेतृत्व देखते हैं।

जब राबड़ी ने संभाली थी कुर्सी

पूर्व में बिहार में ऐसा उदाहरण भी रहा है, जब मुख्यमंत्री रहे लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बना दिया था। इसी तरह, हाल ही में झारखंड में मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद उनकी गिरफ्तारी होने पर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाने की तैयारी कर ली गई थी, लेकिन भाभी सीता सोरेन द्वारा विरोध करने पर परिवार के विश्वस्त चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था।हालांकि, कल्पना सोरेन अब पार्टी के प्रमुख चेहरे के रूप में उभर रही हैं और ऐसी संभावना भी जताई जा रही है कि यदि वह विधानसभा उपचुनाव जीतती हैं तो वह झारखंड की मुख्यमंत्री बनाई जा सकती हैं।आतिशी को सीएम बनाए जाने को लेकर भी पार्टी के भीतर चर्चा जोरों पर है। शिक्षा, पीडब्ल्यूडी और वित्त जैसे अहम विभागों के साथ ही दिल्ली सरकार के सर्वाधिक 14 विभाग आतिशी के पास हैं। उन्हें पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तरह सरकार चलाने में केजरीवाल का बढ़-चढ़कर सहयोग करते देखा गया है। प्रमुख विभाग संभालने के कारण उनका अनुभव भी अधिक है, ऐसे में पार्टी सूत्र यह भी मानते हैं कि सुनीता के इन्कार करने पर आतिशी को मुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है।

कौन हैं संदीप पाठक और कितना अनुभव?

संदीप पाठक आम आदमी पार्टी से शुरुआत से ही जुड़े हुए हैं। और आम आदमी पार्टी का ‘चाणक्य’ माने जाते हैं। वे पंजाब और गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रभारी नियुक्त हुए थे। उनके नेतृत्व में ही पंजाब में आप की सरकार बनी। गुजरात में पार्टी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। उनकी भूमिका को सराहते हुए केजरीवाल ने उन्हें राज्यसभा में सांसद बनाकर भेज दिया।

उनके अनुभव और पंजाब में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराने में उनकी भूमिका को देखते हुए केजरीवाल ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव भी बनाया। वे पार्टी के राजनीतिक मामले देखने वाली समिति के स्थायी सदस्य भी हैं। अब उन पर केजरीवाल की गैर-मौजूदगी में पार्टी, नेताओं, मंत्रियों, विधायकों, वर्करों का मनोबल बनाए रखने की जिम्मेदारी है।संदीप पाठक ने आम आदमी पार्टी को नेशनल पार्टी बनाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने हीं पंजाब में बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाया।

केजरीवाल की खड़ाऊं रखकर पार्टी चलाएंगे संदीप

पार्टी संयोजक की गिरफ्तारी के बाद पार्टी चलाने का दायित्व मौजूदा समय में सीधे तौर पर राज्यसभा सदस्य व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक पर आएगा। बीते कुछ समय में राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के आबकारी घोटाले में जेल चले जाने और अन्य राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा के पार्टी के कामकाज से दूरी बना लेने के बाद से संदीप पाठक ही पार्टी का कामकाज देख रहे हैं। संगठन से लेकर चुनाव तक हर मामले में वह केजरीवाल के प्रमुख सहयोगी की भूमिका में दिखाई देते रहे हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि केजरीवाल की खड़ाऊं रखकर संदीप पाठक ही पार्टी चलाएंगे। पार्टी के इस कठिन दौर में संगठन के लिए वही खेवनहार होंगे।

मुश्किल में चुनाव प्रचार और पार्टी विस्तार

मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के बाद अब पार्टी के सबसे प्रमुख चेहरे अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से जहां एक ओर मौजूदा लोकसभा चुनाव में दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों में पार्टी के प्रचार में समस्या खड़ी होगी, वहीं भविष्य में पार्टी के विस्तार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पार्टी ने मौजूदा लोकसभा चुनाव में दिल्ली और पंजाब के साथ ही हरियाणा, गुजरात और असम में भी प्रत्याशी उतारे हैं। ऐसे में केजरीवाल के बिना इन राज्यों में प्रचार करना पार्टी के लिए नाकों चने चबाने वाली स्थिति होगी।

संदीप पाठक का निजी जीवन

छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के बटहा गांव में जन्मे
बिलासपुर में स्कूली पढ़ाई, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से PHD
IIT दिल्ली में असिस्टेंट प्रोफेसर, ऑक्सफोर्ड और MIT में रिसर्चर रहे
43 रिसर्च पेपर पब्लिश, 490 रिसर्च वर्क में सहायक

Back to top button