x
लाइफस्टाइल

पैरों में कुछ इस तरह दिखाई देते हैं डायबिटीज के लक्षण,समय रहते हो जाएं सावधान


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः डायबिटीज की ऐसी बीमारी है जिसके लिए लोग दुआ करते हैं कि ये दुश्मन को भी न हो, क्योंकि इस कंडीशन में सेहत को लेकर जरा सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. अगर आप डायबेटिक नहीं है तो इसके खतरे और लक्षण के बारे में अंजान हो सकते हैं. जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है उनके शरीर में ब्लड का शुगर लेवल कम या ज्यादा होता रहता है. आज हम आपको इसके संकेत के बारे में बताएंगे.

मधुमेह एक क्रोनिक बीमारी है

जो आपके पूरे शरीर को प्रभावित करती है। डायबिटीज तब होता है जब आपका अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है या उस समय होता है जब शरीर अपने द्वारा उत्पादित इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है।डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है. वैसे तो यह बीमारी पूरी तरह से लाइफस्टाइल से जुड़ी हुई है लेकिन जिन लोगों को डायबिटीज हो गई है और वह अगर अपनी लाइफस्टाइल ठीक नहीं करते हैं तो यह खतरनाक रूप ले सकता है.

डायबिटीज कई प्रकार के होते हैं

टाइप 1, टाइप 2 डायबिटीज, प्रीडायबिटीज और गर्भकालीन। डायबिटीज पैर में दो प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है, न्यूरोपैथी और फेरिफेरल वैसक्यूलर डिजीज। डायबिटीज न्यूरोपैथी में आपकी नसों को प्रभावित और नुकसान पहुंचा सकता है, जबकि फेरिफेरल वैसक्यूलर डिजीज रक्त के प्रवाह को प्रभावित करता है, जिससे पैरों में ही कई लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं।

डायबिटीज होने पर पैरों से मिलने वाले संकेत

डायबिटीज होने पर हमारा शरीर कई तरह के इशारे देता है. हमारे पैरों से भी कुछ चेतावनी संकेत मिलती हैं जिन्हें वक्त पर पहचानना जरूरी है, वरना बल्ड शुगर लेवल अचानक से बढ़ जाएगा और आपकी हालत खराब हो सकती है. डॉ. इमरान अहमद ने बताया कि अगर आपके पैर कुछ अजीबो-गरीब इशारे दे रहे हैं तो तुरंत ब्लड ग्लूकोज टेस्ट करा लें.

पैरों में दर्द

जब आप डायबिटीज का शिकार होते हैं तो आपको डायबिटिक न्यूरोपेथी (diabetic neuropathy) हो सकती है. ये एक ऐसा मेडिकल कंडीशन है जिसमें नसें डैमेज हो जाती हैं जिसके कारण पैरों तेज दर्ज और सूजन हो सकता है, कई बार तो पैर सुन्न भी पड़ जाते हैं।

नाखून का रंग बदलना

डायबिटीज का हमला होने पर हमारे पैरों के नाखूनों का रंग बदल जाता है, हमारे नाखून जो आमतौर पर गुलाबी होते हैं वो अचानक से काले नजर आने लगते है. इस इशारे को हल्के में न लें और तुरंत खून की जांच कराएं.

स्किन का हार्ड होना

जब आपको डायबिटीज होती है तो आपके पैरों और तलवों की स्किन कड़ी होने लगती है, हलांकि ये गलत साइज के जूते पहने से भी हो सकता है, फिर भी ब्लड शुगर टेस्ट जरूर करा लें, ताकि आप डायबिटीज के कारण होने वाले नुकसान से बच सकें.

पैरों में अल्सर

जब आपको फुट अल्सर होता है तो पैरों में जख्म नजर आने लगता है और कई बार तो स्किन भी निकलने लगती है. अगर ये बीमारी हद से ज्यादा बढ़ जाए तो डॉक्टर को पैर काटने पर मजबूर होना पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि आप वक्त रहते डायबिटीज को पहचाने और ब्लड शुगर कंट्रोल में रखने की कोशिश करें.

​पैरों में दर्द, झुनझुनी और सुन्न होना

डायबिटीज के लक्षणमेयो क्लिनिक के अनुसार, डायबिटिक न्यूरोपैथी अक्सर पैरों में नसों को नुकसान पहुंचाती है, जिसके कारण पैरो या में दर्द झुनझुनी होती है। इसके अलावा, यह पाचन तंत्र, मूत्र पथ में परेशानी, रक्त वाहिकाओं और हृदय से संबंधित समस्याएं भी पैदा करती है। जबकि कुछ लोग केवल हल्के लक्षणों से पीड़ित होते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जिनके लक्षण काफी दर्दनाक और कमजोर करने वाले होते हैं।

​शुगर बढ़ने से भी पैरों में आ सकते हैं छाले

आम तौर पर, पैर के अल्सर की विशेषता त्वचा में दरार या गहरे घाव से होती है। डायबिटिक फुट अल्सर एक खुला घाव है जो मधुमेह के लगभग 15 प्रतिशत रोगियों को होता है। यह मुख्य रूप से पैर के तलवे पर पाया जाता है।

डायबिटीज में होती है एथलीट फुट की समस्या

मधुमेह एथलीट फुट सहित पैर की जटिलताओं के विकास की संभावना को बढ़ा सकती है। एथलीट फुट एक फंगल संक्रमण है जिसमें खुजली, लालिमा और दरार की समस्या रहती है। यह एक या दोनों पैरों को प्रभावित कर सकता है। यह स्थिति दवाओं की सहायता से ठीक की जा सकती है।

मधुमेह कॉर्न्स और कॉलस का कारण बन सकता है

वेबएमडी के अनुसार, कॉर्न्स पैर के अंगूठे के बोनी क्षेत्र के पास या पैर की उंगलियों के बीच कठोर त्वचा का एक निर्माण होता है, वहीं, कैलस पैर के नीचे की कठोर त्वचा के निर्माण को कहते हैं। कॉलस आमतौर पर खराब फिटिंग वाले जूते या त्वचा की समस्या के कारण होते हैं, जबकि कॉर्न जूते के दबाव के कारण होते हैं।

शुगर बढ़ने से नाखूनों में हो सकता है इंफेक्शन

मधुमेह वाले लोगों को भी ऑनिकोमाइकोसिस नामक फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जो आमतौर पर पैर की उंगलियों को प्रभावित करता है। इससे नाखून फीके पड़ (पीले-भूरे या अपारदर्शी), मोटे और भंगुर हो जाते हैं। अन्य मामलों में, नाखून उखड़ सकता है।

​डायबिटीज में गैंग्रीन की समस्या है आम

मधुमेह रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है जो आपकी उंगलियों और पैर की उंगलियों को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति करते हैं। गैंग्रीन तब होता है जब रक्त प्रवाह बंद हो जाता है और ऊतक मर जाते हैं।

डायबिटिक न्यूरोपैथी के सामान्य लक्षण

पैरों में जलन महसूस होना।
पैरों में दर्द और ऐंठन।
पैरों में झनझनाहट होना।
पैरों में तेज चुभन के साथ दर्द होना।
पैरों में गांठ या छाले।

समय रहते हो जाएं सचेत

यदि आपको अपने पैरों में लेख में बताए गए किसी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको बिना देर किए अपना ब्लड शुगर लेवल का टेस्ट करा लेना चाहिए। क्योंकि जितना जल्दी आप अपने डायबिटीज के लेवल को कंट्रोल कर पाएंगे। उतना ही जल्दी आप इसके गंभीर परिणामों से बच सकते हैं।

Back to top button