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सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की कोकिलाबेन अस्पताल में हुई एंजियोप्लास्टी


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मुंबई – सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की एंजियोप्लास्टी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 81 साल के अभिनेता को कंधे में तकलीफ की वजह से शुक्रवार सुबह 6 बजे मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती किया गया था. हालांकि अभी तक अमिताभ बच्चन या उनकी टीम से इस विषय में कोई खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो अभिनेता की हालत स्थिर है.

बिग बी के स्वास्थ्य के बारे में

बिग बी के स्वास्थ्य के बारे में एक सूत्र ने ईटाइम्स को बताया, ‘उन्हें शुक्रवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था.एंजियोप्लास्टी की गई और अब वह घर वापस आ गए हैं और ठीक हो रहे हैं.” अमिताभ बच्चन ने कुछ घंटे पहले ट्वीट करते हुए कहा, “कृतज्ञतापूर्वक कभी ..”, यह व्यक्त करते हुए प्रतीत होता है कि ऑपरेशन अच्छा हुआ था और वह सुरक्षित और हार्दिक था.कई प्रशंसक भी चिंतित थे और उन्होंने उनके ठीक होने की कामना की है। एक फैन ने लिखा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि आप स्वस्थ रहें.” कई प्रशंसकों ने उनके आखिरी ट्वीट पर भी टिप्पणी की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की क्योंकि वे उनके स्वास्थ्य अपडेट के संबंध में जल्द ही उनके अगले ट्वीट का इंतजार कर रहे हैं.किसी ने कहा, “एंजियोप्लास्टी के बाद आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना सर!

एंजियोप्लास्टी करने के क्या-कारण हैं

ऐसे व्यक्ति जो अथेरोक्लेरोसिस यानी धमनियों के सख्त होने की समस्या से परेशान हैं, उन्हें डॉक्टर एंजियोप्लास्टी कराने की सलाह देते हैं.हार्ट अटैक के रिस्क को कम करने के लिए दिल की सर्जरी की जाती है. इसीलिए हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों की जान बचाने के लिए एंजियोप्लास्टी की मदद ली जाती है.डायबिटीज के खतरनाक लेवल पर पहुंच जाने पर एंजियोप्लास्टी की जाती है.हार्ट अटैक आने पर दिल की धमनियों में ब्लॉकेज हो जाता है, जिसे ठीक करने के लिए एंजियोप्लास्टी की जाती है.सीने में दर्द को मेडिकल भाषा में एंजाइना कहा जाता है. जब हार्ट में पर्याप्‍त ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाती तब एंजाइना होता है. इस समस्या को दूर करने के लिए एंजियोप्लास्टी बेहतर इलाज है.

एंजियोप्लास्टी का खर्च कितना आता है

हार्ट सर्जरी के दौरान धमनियों को खोलने के लिए एंजियोप्लास्टी की जाती है. दोबारा से ब्लॉकेज न बने, इसलिए स्टेंट डाला जाता है. स्टेंट एक ऐसी डिवाइस होती है, जो उस जगह को ओपन कर देती है, जहां कोरोनरी आर्टरी सिकुड़ गई होती हैं. कुछ मरीजों की स्टेंट के बिना भी एजिंयोप्लास्टी की जाती है. इस प्रक्रिया में आने वाला खर्च वैसे तो अस्पताल के हिसाब से तय होता है. अगर महंगा हॉस्पिटल है तो वहां ज्यादा खर्चा आएगा. सरकारी अस्पतालों में इसका खर्च 20-30 हजार रुपए तक आता है. वहीं प्राइवेट अस्पतालों में एंजियोप्लास्टी का कुल खर्च 2-3 लाख और कुछ में तो 3-5 लाख रुपए तक आता है.

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