क्या है आदम सेना? ,घर में घुसकर मुस्लिम युवतियों साथ कर रहे छेड़खानी-जानें
नई दिल्लीः रामगढ़ जिले के विभिन्न गावों में मुस्लिम समुदाय से जुड़े कुछ युवकों ने आदम सेना के नाम से संगठन बनाया है। आदम सेना में शामिल युवक मुस्लिम युवतियों पर जबरन शरिया कानून थोप रहे। आदम सेना का उद्देश्य शरिया कानून का प्रचार करना व इसे लागू है। संगठन महिलाओं-युवतियों को हिंदुओं से बात करने या बुर्का नहीं पहनने पर फौरी कार्रवाई कर रही है।
क्या है आदम सेना?
मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट के मुताबिक, आदम सेना वैसे मुस्लिम युवकों का एक सामाजिक संगठन है, जो मुस्लिम महिलाओं पर शरिया कानून लागू करना चाहता है और मुसलमानों के खिलाफ होनेवाली हिंसा का प्रतिरोध करता है। यह संगठन समाज में लोगों को जगाने का दावा करता है। सोशल मीडिया पर इसके कई तरह के लोगो दिख रहे हैं. सभी में एक समानता है, जिसमें दहाड़ता हुआ शेर दिखाया गया है और तिरंगे को भी जगह दी गई है।
शरिया कानून के नाम पर मुस्लिम युवतियों पर जुल्म
कार्रवाई के नाम पर आदिम सेना से जुड़े युवक उनके घरों में ताला जड़ दे रहे हैं। शरिया कानून का पालन नहीं करने पर युवतियों को गांव से बाहर करने की भी धमकी दे रहे हैं। शरिया कानून के नाम पर मुस्लिम युवतियों को प्रताड़ित करने का एक मामला सामने आया है।मामला जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र के दुलमी प्रखंड अंतर्गत सिकनी गांव का है। सिकनी मुस्लिम बहुल गांव है। यहां की एक युवती निकहत नजमा ने कथित रूप से आदम सेना से जुड़े मुस्लिम युवकों पर शरिया कानून थोपने की शिकायत रामगढ़ डीसी व एसपी से की है।
गांव की युवती ने साझा किया दर्द
निकहत ने बताया कि वे लोग तीन बहन हैं। एक भाई माता-पिता के साथ सिंगरौली (मध्य प्रदेश) में रह रहे थे। पिता एनसीएल में नौकरी करते थे। पिता की मौत के बाद सपरिवार अपने पैतृक गांव सिकनी आ गए। यहां पुश्तैनी जमीन आदि को लेकर परिवार में विवाद होने लगा।मामले में दोनों ओर से रजरप्पा थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई। इसके बाद समझौता कराने के नाम पर अपने आपको आदिम सेना का सदर बताकर गांव के युवक पूरे परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं। कौम में शरिया कानून का हवाला देकर पर्दा में रहने व दूसरे कौम के लोगों से बातचीत नहीं करने बात कही।
युवती ने दी आत्महत्या की धमकी
स्वयं को आदिम सेना का सदर व सदस्य बताने वाले सलमान व अहमद ने घर में घुसकर मुझसे व मेरी बहन के साथ छेड़खानी की। संगठन के युवकों ने यह भी कहा कि हमलोगों में शरिया कानून चलता है। हमलोग प्रशासनिक कार्रवाई को नहीं मानते हैं। कहीं भी शिकायत करो, कोई कुछ नहीं कर सकता है।निकहत ने कहा कि शरिया कानून बताकर मेरे परिवार को परेशान व प्रताड़ित किया जा रहा है। पुलिस-प्रशासन से न्याय नहीं मिल रहा है। प्रशासन की ओर से संगठन पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह एसपी कोठी के समक्ष वह आत्महत्या कर लेंगी।
क्या कहा बाबूलाल मरांडी में
झारखंड भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “झारखंड में पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे मुस्लिम महिलाओं पर जबरन शरिया कानून थोपने का काम चल रहा है। आदम सेना नामक गिरोह बनाकर कुछ असामाजिक तत्व मुस्लिम महिलाओं को हिन्दुओं से बातचीत नहीं करने का दबाव बनाते हुए घरों में घुसकर छेड़खानी भी कर रहे हैं। याद रहे… झारखंड देश के संविधान से चलेगा, किसी शरिया-शरीयत से नहीं! मुख्यमंत्री @ChampaiSoren जी, वोट बैंक के लालच में आदम सेना जैसे गिरोह को संरक्षण देने की बजाय इनके नापाक मंसूबे को कुचलने का काम करें।”
कैसे चर्चा में आया संगठन
आदम सेना तब चर्चा में आया जब एक मुस्लिम महिला ने संगठन के खिलाफ रजरप्पा पुलिस से शिकायत की। हालांकि मामले की आरंभिक जांच में पुलिस ने इसे जमीन विवाद जुड़ा मामला बताया है। वहीं, शिकायतकर्ता मुस्लिम महिला ने पुलिस को दी गयी अर्जी में बताया है कि गांव के ही युवक साबिर ने पिछले साल उसके साथ छेड़खानी की और रेप का प्रयास किया। जब महिला ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गयी और जान से मारने की धमकी दी गयी। कुछ लोगों ने इस युवक को कथित तौर पर आदम सेना का सदस्य बताया है।