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अंतरिक्ष में रूस रखने जा रहा न्यूक्लियर हथियार,अमेरिका के छूटे पसीने


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नई दिल्लीः अमेरिका ने अंतरिक्ष में रूस के परमाणु हथियार को लेकर चेतावनी दी है। अमेरिका ने बतााय है कि रूस अंतरिक्ष में परमाणु हथियार तैनात करने की तैयारी में है। हालांकि, इससे अमेरिका के लिए तात्कालिक रूप से कोई खतरा नहीं है। इस खतरे का खुलासा अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की इंटेलिजेंस कमेटी के रिपब्लिकन अध्यक्ष सीनेटर माइक टर्नर ने किया। उन्होंने इसे अमेरिका के लिए एक गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा बताया। टर्नर ने आगे कोई जानकारी नहीं देते हुए बयान में कहा, “मैं अनुरोध कर रहा हूं कि राष्ट्रपति बाइडन इस खतरे से संबंधित सभी जानकारी को सार्वजनिक करें ताकि कांग्रेस, प्रशासन और हमारे सहयोगी इस खतरे का जवाब देने के लिए आवश्यक कार्यों पर खुलकर चर्चा कर सकें।”

अंतरिक्ष में तैनात हथियार क्या होते हैं

स्पेस वेपन अंतरिक्ष युद्ध में इस्तेमाल होने वाले हथियार हैं। इनमें वे हथियार शामिल हैं, जो अंतरिक्ष में सैटेलाइट या स्पेस स्टेशन पर हमला कर सकते हैं। इनमें मुख्य तौर पर एंटी सैटेलाइट हथियार शामिल हैं। कुछ हथियार ऐसे भी होते हैं, जो अंतरिक्ष से पृथ्वी पर हमला कर सकते हैं या अंतरिक्ष से गुजरने वाली मिसाइलों को निष्क्रिय कर सकते हैं। इन्हें ही स्पेस आधारित वेपन कहा जाता है। अंतरिक्ष के सैन्यीकरण मुख्य रूप से शीत युद्ध के दौरान शुरू हुआ था। इस दौरान मुख्य रूप से दो प्रतिस्पर्धी महाशक्तियों अमेरिका और रूस ने ऐसे हथियारों का विकास किया था। आज भी दुनिया के कुछ देशों में ऐसे हथियारों का डेवलपमेंट जारी है।

अमेरिका क्यों डरा हुआ है

इस खबर के बाद से ही अमेरिका समेत पूरे यूरोप में रूसी परमाणु हथियार की अंतरिक्ष में तैनाती की चर्चा हो रही है। अमेरिका ने यूरोपीय सहयोगियों को चेतावनी दी है कि रूस पश्चिम में उपग्रहों के खिलाफ इसका इस्तेमाल कर सकता है। अंतरिक्ष में तैनात होने वाली रूसी परमाणु हथियार की सटीक प्रकृति के बारे कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन आशंका है कि इसका इस्तेमाल दुश्मन के उपग्रहों को नष्ट करने और जमीन पर हमला करने के लिए किया जा सकता है। अंतरिक्ष में तैनात परमाणु हथियार के हमले को रोकने की क्षमता दुनिया में किसी भी देश के पास नहीं है।

कॉसमॉस 2543 कितना खतरनाक हथियार

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का दावा है कि पुतिन ने पहले ही पश्चिमी देशों के सैटेलाइट को नष्ट करने के लिए डिजाइन किए गए एंटी सैटेलाइट वेपन का परीक्षण कर लिया है। इसमें सबसे प्रमुख कॉसमॉस 2543 है। इसका परीक्षण 2020 में किया गया था, हालांकि उस समय कॉसमॉस 2543 परमाणु हथियारों से लैस नहीं था। लेकिन, आशंका है कि इस तरह की तकनीक से भविष्य में बनने वाले एंटी सैटेलाइट वेपन को परमाणु हथियारों से लैस किया जा सकता है। रूस का कॉसमॉस 2543 अविश्वसनीय गति से हमला करता है। ऐसे में इससे निकले वॉरहेड पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे किसी भी पश्चिमी सैटेलाइक को नष्ट कर सकता है।

अमेरिका के लिए कैसे बन सकता है खतरा

15 जुलाई 2020 को कॉसमॉस 2543 को उसकी मदरशिप कॉसमॉस 2542 से निकाल दिया गया था। इस दौरान कॉसमॉस 2543 ने एक अविश्वसनीय 400 मील प्रति घंटे की गति से हमला किया था। उसी वर्ष की शुरुआत में एक रूसी अंतरिक्ष यान को पेंटागन के जासूसी उपग्रह के आसपास घूमते हुए भी देखा गया था। कांग्रेस के एक सहयोगी ने कल कहा कि उन्हें लगता है कि बुधवार की खुफिया जानकारी में जिस हथियार के बारे में चेतावनी दी गई है, वह कॉसमॉस 2543 जैसा रूसी एंटी-सैटेलाइट उपकरण हो सकता है।

खतरनाक साबित हो सकता है रूस का प्लान

अमेरिकी एजेंसियों का कहना है चार देशों के बीच अभी युद्ध चल रहा है, ऐसे में रूस का यह प्लान खतरनाक साबित हो सकता है. इन युद्धों में अमेरिका का करीबी देश इजरायल भी शामिल है. इसके अलावा यूक्रेन में भी लगातार अमेरिका को चैलेंज मिल रहा है. अमेरिका की मदद के बावजूद रूस पीछे नहीं हट रहा है. रूस के स्पेस में न्यूक्लियर अभियान पर जेल सुलिवन भी बोलने से बच रहे हैं. उनका कहना है कि अभी इस मुद्दे पर कुछ बोलना उचित नहीं होगा.

अमेरिका इन युद्धों में फंसा

दूसरी तरफ जबसे रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुआ लगातार अमेरिका यूक्रेन की मदद कर रहा है. इसको देखते हुए पिछले दिनों रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने तंज भी कसा. पुतिन ने कहा कि अमेरिका और पश्चिमी शक्तियों को इस बात का तो जरूर पता चल गया है कि रूस पीछे हटने वाला नहीं है. इसके अलावा अमेरिका इजरायल और हमास युद्ध में भी फंसा हुआ है.

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