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विदेश में हुई थी जगजीत सिंह के बेटे की मौत,सिंगर को शव लेने के लिए देनी पड़ी थी रिश्वत


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मुंबई – महेश भट्ट हिंदी सिनेमा के ऐसे फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं, जिन्होंने हिंदी सिनेमा को कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। इसके साथ ही निर्देशक ने कई कलाकारों के करियर में चार चांद भी लगाए हैं। महेश भट्ट लीक से हटकर फिल्में बनाने वाले फिल्मकारों में से एक हैं। अब हाल ही में, निर्देशक ने खुलासा किया है कि प्रसिद्ध गायक जगजीत सिंह को अपने बेटे का शव लेने के लिए रिश्वत देना पड़ा था।

जगजीत ने भट्ट से कही थी ये बात

दरअसल, भट्ट फिल्म की रिलीज के 40 साल पूरे होने पर अनुपम से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “जब जगजीत सिंह के बेटे की दुखद दुर्घटना में मौत हुई तो उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें अपने बेटे के शव को पाने के लिए जूनियर अधिकारियों को रिश्वत देनी पड़ी। उन्हें तब सारांश के महत्व का एहसास हुआ कि एक आम इंसान अपने ही किसी करीबी का शव पाने के लिए कितना संघर्ष करता है।”

20 साल की उम्र में हुई थी जगजीत के बेटे की मौत

जगजीत और चित्रा के 20 साल के बेटे विवेक की 1990 में कार दुर्घटना में मौत हुई थी।जगजीत ने कुछ समय बाद गायकी में वापसी की तो चित्रा ने गाना बंद कर दिया था। 2011 में ब्रेन हेमरेज से जगजीत की मौत हो गई।

जगजीत सिंह को देनी पड़ी थी रिश्वत

महेश भट्ट ने हाल ही में, प्रसिद्ध गायक जगजीत सिंह के बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए, जिन्होंने 1990 में एक कार दुर्घटना में अपने बेटे को खो दिया था। महेश भट्ट ने कहा कि अपने बेटे की मृत्यु के बाद जगजीत सिंह को एक अधिकारी को रिश्वत देनी पड़ी थी, जिससे गायक को उनके बेटे का शव मिल सके और वे अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर पाए।

1990 में हो गया था 20 साल के बेटे का निधन

बताते चलें कि जगजीत सिंह और चित्रा सिंह के एकलौते बेटे विवेक का 1990 में लंदन में हुए एक कार एक्सीडेंट में निधन हो गया था। वो सिर्फ 20 साल के थे। इस ट्रेजेडी के बाद जहां जगजीत ने सिंगिंग से ब्रेक ले लिया था, वहीं उनकी वाइफ चित्रा ने गाना ही छाेड़ दिया था।

अनुपम को अपने साथ हर पार्टी में लेकर जाते थे भट्ट

इस दौरान भट्ट ने बताया कि वह अनुपम को अपने साथ हर पार्टी में लेकर जाते थे ताकि वह सबसे मिले। उन्होंने कहा, “एक पार्टी में राजेश खन्ना अपनी गर्लफ्रेंड के साथ आए थे। अनुपम उन्हें देखते ही कुर्सी से खड़े होने लगे। मैंने उन्हें कहा कि बैठे रहो। ऐसा मैंने अकड़ दिखाने के लिए नहीं किया था बल्कि वहां कुर्सियां खाली थीं।” वह कहते हैं कि अनुपम का दिल बहुत बड़ा है, लेकिन वह खुद को कम आंकते हैं।

आमिर खान ने की थी अनुपम की शिकायत

इस दौरान खेर ने फिल्म ‘दिल है कि मानता नहीं’ से जुड़ा एक किस्सा सुनाया, जिसमें आमिर खान शामिल थे। दरअसल, रिहर्सल में आमिर को अनुपम का अभिनय पसंद नहीं आया था। उन्हें लग रहा था कि वह ज्यादा कर रहे और इसलिए उन्होंने भट्ट से अनुपम को लेकर बात की। हालांकि, अनुपम ने निर्देशक को आश्वस्त किया कि वह जानते हैं कि उन्हें कौन-सा लहजा अपनाना है। ऐसे में भट्ट ने आमिर की बात को ही नजरअंदाज कर दिया।

सारांश’ के लिए मिला रेफरेंस प्वाइंट

हाल ही में, एक इंटरव्यू में महेश भट्ट ने कहा, “जब जगजीत सिंह के बेटे की एक एक्सीडेंट में मौत हो गई, तो उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें अपने बेटे का शव लेने के लिए जूनियर अधिकारियों को रिश्वत देनी पड़ी और तभी उन्हें ‘सारांश’ के महत्व का एहसास हुआ। कैसे एक आम आदमी अपने ही शव को लेने के लिए कितना संघर्ष करता है। यह फिल्म के लिए एक रेफरेंस प्वाइंट है, उनकी मौत के बाद, जगजीत की पत्नी चित्रा सिंह, जो एक फेमस सिंगर थीं, ने गाना बंद कर दिया। इस कपल की एक बेटी भी थी, जिसकी 2009 में मौत हो गई थी।”

तब जगजीत को समझ आई थी मेरी फिल्म की अहमियत: महेश

इवेंट में फिल्म पर बात करते हुए महेश ने कहा, ‘‘जब जगजीत सिंह के बेटे का निधन हुआ था तब उन्होंने मुझे बताया था कि बेटे की डेडबॉडी हासिल करने के लिए उन्हें रिश्वत देनी पड़ी थी। उस वक्त उन्हें मेरी फिल्म ‘सारांश’ की अहमियत समझ आई थी कि किस तरह एक आम आदमी अपनों की बॉडी हासिल करने के लिए भी स्ट्रगल करता है।’

‘सारांश’ ने पूरे किए 40 साल

इस बीच, सारांश ने हाल ही में अपनी रिलीज के 40 साल पूरे किए हैं। इसमें अनुपम खेर, रोहिणी हट्टंगड़ी, सोनी राजदान सहित अन्य ने अभिनय किया है। यह फिल्म मुंबई में रहने वाले एक बुजुर्ग जोड़े की कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने इकलौते बेटे की मौत से उबरने की कोशिश करते हैं।

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