x
मनोरंजन

मराठी और हिंदी फिल्मों के अभिनेता अशोक सराफ ‘महाराष्ट्र भूषण’ से सम्मानित


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

मुंबई – मराठी और हिंदी फिल्मों के दिग्गज अभिनेता अशोक सराफ को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया जाएगा। अभिनेता को मराठी और हिंदी सिनेमा सहित मराठी थिएटर में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए राज्य के इस सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद ने इस बात की घोषणा की है। अभिनेता ने कई मराठी के साथ कई हिंदी फिल्मों में अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है।

View this post on Instagram

A post shared by Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde)

‘ठाकुर तो गयो’ इनका ही फेमस डायलॉग

हिंदी और मराठी फिल्मों के दिग्गज एक्टर अशोक सराफ ने बहुत नाम कमाया है। ‘ठाकुर तो गयो’ इनका ही फेमस डायलॉग है, जो इन्होंने ‘करण अर्जुन’ में बोला था। इसके अलावा भी इन्होंने सैकड़ों फिल्मों में अभिनय किया है। अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तरफ से साल 2023 के लिए महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कला के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए अशोक सराफ को बधाई दी है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि कला के क्षेत्र में योगदान के लिए अशोक सराफ को वर्ष 2023 के महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अशोक सराफ से बात की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने अभिनेता को बधाई देते हुए कहा है कि अशोक सराफ ने सिर्फ कॉमेडी ही नहीं बल्कि गंभीर से लेकर खलनायक तक के कई शेड्स अपने अभिनय से दिखाए और दर्शकों पर दिलों पर छाए रहे।

मराठी इंडस्ट्री के दिग्गज एक्टर

अशोक सराफ का नाम मराठी इंडस्ट्री में काफी फेमस है।इन्होंने कई मराठी फिल्मों में अपनी अदाकारी से लोगों को इंप्रेस किया।अशोक ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत मराठी फिल्म ‘जानकी’ से की थी। ये फिल्म साल 1969 में रिलीज हुई थी।मराठी के अलावा इन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में भी हाथ आजमाया।इन फिल्मों में ‘करण अर्जुन’, ‘यस बॉस’, ‘जोरू का गुलाम’, ‘सिंघम’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘गुप्त’ और ‘कोयला’ शामिल है।

छोटे पर्दे पर भी खूब बटोरी प्रशंसा

हम पांच और डोंट वरी हो जाएगा जैसे शोज से उन्होंने दर्शकों को खूब हंसाया। फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले अशोक एक सरकारी बैंक में काम करते थे। फिल्मों में काम करने के बाद भी उन्होंने कुछ सालों तक एक बैंक में काम किया। उन्होंने अपनी पहली फिल्म 1974 में बनाई थी और आज भी मनोरंजन की दुनिया में सक्रिय हैं।

Back to top button