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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या में रहेंगे पीएम मोदी, यहां होंगे राहुल गांधी


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नई दिल्लीः राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर हर कोई उत्सुक है। कार्यक्रम के लिए कई विपक्षी पार्टियों को भी न्योता दिया गया था, लेकिन उन्होंने उसे अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस द्वारा निमंत्रण को ठुकराने के बाद खूब राजनीति भी हुई। पीएम मोदी इस राम मंदिर कार्यक्रम के मुख्य यजमान होंगे। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी पार्टी लाइन के अनुसार, राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जाएंगे। उस दिन राहुल क्या करेंगे इस बात का भी अब खुलासा हो गया है।

22 जनवरी को राहुल क्या करेंगे?

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर श्री शंकरदेव की जन्मस्थली असम के नागांव जिले में बोरदोवा सत्रा का दौरा करेंगे।

देश के महान समाज सुधारकों में से एक हैं शंकरदेव

कांग्रेस नेता ने कहा कि शंकरदेव हमारे देश के महान धार्मिक गुरु और समाज सुधारकों में से एक हैं और 15 वीं और 16 वीं शताब्दी के दौरान उनका योगदान एक आज भी प्रेरणा का स्रोत है। उनकी शिक्षाएं हम सबके लिए महत्वपूर्ण हैं।इस आरोप पर कि कांग्रेस के शीर्ष नेता अपने अहंकार के कारण राम मंदिर (Ram Mandir News) का विरोध कर रहे हैं, जयराम रमेश ने जवाब देते हुए कहा कि हमारे देश में एकमात्र व्यक्ति जो अहंकारी है वह प्रधानमंत्री हैं।

‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का विरोध

कांग्रेस द्वारा ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के विचार को खारिज करने पर बोलते हुए, जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने आयोग को तीन पन्नों का पत्र भेजा है कि हम वन नेशन वन इलेक्शन के खिलाफ क्यों हैं। यह लोकतंत्र के खिलाफ है और हम इसका पूरी ताकत से विरोध करेंगे।

राहुल गांधी का असम दौरा

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर श्री शंकरदेव की जन्मस्थली, असम के नागांव जिले में बोरदोवा सत्रा का दौरा करेंगे. जयराम रमेश ने ANI को बताया, ’22 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा का नौवां दिन है. सुबह 7 बजे राहुल गांधी नगांव जिले के बोरदोवा सत्रा जाएंगे, जो श्री श्री शंकरदेव का जन्मस्थान है और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.’

ममता ने कोलकाता में ‘सद्भाव रैली’ का किया ऐलान

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को घोषणा की कि वह 22 जनवरी को कोलकाता में ‘सद्भाव रैली’ का नेतृत्व करेंगी, जिस दिन अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा.सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख बनर्जी ने कहा कि वह कालीघाट मंदिर में देवी काली की पूजा करने के बाद दक्षिण कोलकाता के हाजरा क्रॉसिंग से जुलूस शुरू करेंगी.

शरद पवार, अखिलेश यादव बाद में जाएंगे राम मंदिर

पवार ने निमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया लेकिन कहा कि वह नहीं जाएंगे क्योंकि वे बाद में आराम से दर्शन करने जाएंगे. उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘उस समय तक, राम मंदिर का निर्माण भी पूरा हो जाएगा.’

अरविंद केजरीवाल का गोवा प्लान

अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के बीच अरविंद केजरीवाल इस समय अपने तीन दिवसीय गोवा दौरे पर हैं. हालांकि आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने संकेत दिया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के अपने चुने हुए समय पर धार्मिक स्थल का दौरा करने की संभावना है. गौरतलब है कि आप सुप्रीमो को अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया है.

उद्धव ठाकरे की महाआरती

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण नहीं मिला है. इसलिए, ठाकरे ने घोषणा की कि वह 22 जनवरी को नासिक में कालाराम मंदिर जाएंगे और अपनी पार्टी के नेताओं के साथ महा आरती करेंगे.

लालू प्रसाद की योजना

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बुधवार को कहा कि वह 22 जनवरी को होने वाले अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे. हालांकि, उन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल होने का कोई विशेष कारण नहीं बताया है.

प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां होंगे राहुल गांधी, श्री शंकरदेव के जन्मस्थल का करेंगे दौरा

22 जनवरी को ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले, अयोध्या में उत्सव का माहौल है, पंखुड़ियों से सजाया गया है. 500 साल के वनवास के बाद भगवान राम की वापसी का इंतजार कर रहा था. घूंघट से ढकी हुई मूर्ति की पहली तस्वीर इस सप्ताह गर्भगृह में स्थापना समारोह के दौरान सामने आ गई है

शंकरदेव हमारे देश के महान धार्मिक गुरु

देश के सबसे प्रमुख समाज सुधारकों में से एक के जन्मस्थान पर राहुल गांधी की यात्रा के महत्व के बारे में बोलते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा, “शंकरदेव हमारे देश के महान धार्मिक गुरु और समाज सुधारकों में से एक हैं और 15 वीं और 16 वीं शताब्दी के दौरान उनका योगदान एक आज भी प्रेरणा का स्रोत. उनकी शिक्षाएँ आज के संदर्भ में महत्वपूर्ण हैं.”जयराम रमेश इस आरोप पर कि कांग्रेस के शीर्ष नेता अपने अहंकार के कारण राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं, कहा कि “हमारे देश में एकमात्र व्यक्ति जो अहंकारी है वह प्रधानमंत्री हैं.”

‘वन नेशन वन इलेक्शन’ विचार खारिज

कांग्रेस द्वारा ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के विचार को खारिज करने पर बोलते हुए, जयराम रमेश ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष ने आयोग को तीन पन्नों का एक विस्तृत पत्र भेजा है कि हम वन नेशन वन इलेक्शन के खिलाफ क्यों हैं. यह लोकतंत्र के खिलाफ है और हम इसका पूरी ताकत से विरोध करेंगे.”कांग्रेस ने भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं – मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी – ने अयोध्या में भव्य कार्यक्रम का निमंत्रण ‘अस्वीकार’ कर दिया है. इसकी प्रतिक्रिया में बीजेपी ने विपक्षी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है.

भगवान राम की वापसी का इंतजार

22 जनवरी को ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले, अयोध्या में उत्सव का माहौल है, पंखुड़ियों से सजाया गया है. 500 साल के वनवास के बाद भगवान राम की वापसी का इंतजार कर रहा था. घूंघट से ढकी हुई मूर्ति की पहली तस्वीर इस सप्ताह गर्भगृह में स्थापना समारोह के दौरान सामने आई थी. तस्वीरें विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने साझा कीं. वैदिक ब्राह्मणों और श्रद्धेय आचार्यों को श्री राम मंदिर के पवित्र परिसर के अंदर पूजा समारोहों का नेतृत्व करते देखा गया.

करीब 7,000 लोग समारोह में होंगे शामिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस दिन मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होंगे। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने 10 जनवरी को अपने झारखंड दौरे के दौरान कहा था कि विदेश से लगभग 100 प्रतिनिधियों सहित लगभग 7,000 लोग समारोह में शामिल होंगे।

वैदिक अनुष्ठान एक सप्ताह पहले 16 जनवरी से शुरू हुए

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, जिसमें गणमान्य व्यक्ति और सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 22 जनवरी को दोपहर में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला को विराजमान करने का निर्णय लिया है। अयोध्या में राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान एक सप्ताह पहले 16 जनवरी से शुरू होंगे।

पीएम मोदी ने रखा व्रत

मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के गर्भगृह के अंदर श्री राम लला की औपचारिक स्थापना की अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले शुक्रवार को पीएम मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान की घोषणा की थी। वाराणसी के एक पुजारी लक्ष्मी कांत दीक्षित 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अयोध्या में ‘अमृत महोत्सव’ मनाया जाएगा

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां

बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में 8 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इस समारोह की तैयारियां पटना के महावीर मंदिर में तैयारी चल रही हैं। फिलहाल श्रीराम की चरण पादुकाएं देशभर में घुमाई जा रही हैं। उन्हें भी राम मंदिर में स्थापित किया जाएगा।

कुछ ऐसा होगा राम मंदिर

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी को अयोध्या में एक लाख से ज्यादा भक्त आने की उम्मीद है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे.पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कि निर्मित राम मंदिर परिसर की लंबाई 380 फीट(पूर्व-पश्चिम दिशा)250 फीट चौड़ाई और 161 फीट ऊंचाई है. मंदिर में कुल 44 दरवाजे, 392 पिलर, और 20 फीट ऊंची मंजिल है.

भक्तों मिलेगा ये खास तोहफा

बता दें कि नींव की खुदाई के दौरान निकाली गई राम जन्मभूमि की मिट्टी को डिब्बों में पैककर 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों को भेंट किया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जूट के थैले में पैक की गई राम मंदिर की 15 मीटर की तस्वीर भेंट की जाएगी।

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