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राजनीति

बिहार में ‘दही-चूड़ा’ भोज के बहाने चढ़ गई ‘सियासी खिचड़ी,क्या पहुंचेंगे CM नीतीश कुमार


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नई दिल्लीः बिहार की राजनीति हमेशा तीज-त्योहारों के इर्द-गिर्द ही चलती दिखाई देती है. अब मकर संक्रांति का ‘दही-चूड़ा’ भोज पर सभी की निगाहें टिकी हैं. ‘दही-चूड़ा’ खाने के बाद क्या बिहार में सियासत करवट लेने वाली है? ये सवाल इसलिए उठ रहा है कि क्योंकि राज्य का सियासी पारा पहले से ही चढ़ा हुआ है. इंडी अलायंस के संयोजक नहीं बनाए जाने पर नीतीश कुमार अब नाराज चल रहे हैं. दूसरी ओर सीट शेयरिंग का पेंच भी नहीं सुलझ पा रहा है. ऐसे में दलों की ओर से सियासी खिचड़ी चढ़ा दी गई है अब इसमें कौन सा तड़का लगेगा, ये आने वाला वक्त बताएगा.

आयोजन भाजपा किसान मोर्चा की ओर से किया जाएगा

विधानसभा में नेता-प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार (12 जनवरी) को अपने आवास पर ‘दही-चूड़ा भोज’ का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी शामिल हुए. इस भोज में अगर चूड़ा दही परोसा गया तो आगंतुकों ने खिचड़ी का भी स्वाद चखा. इसके अलावा बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री नितिन नवीन आज यानी शनिवार (13 जनवरी) को चूड़ा दही के भोज का आयोजन किया. वहीं बीजेपी कार्यालय में 15 जनवरी को ‘दही-चूड़ा भोज’ का आयोजन किया जाएगा. इसका आयोजन भाजपा किसान मोर्चा की ओर से किया जाएगा.

नेता प्रतिपक्ष के आवास पर दही चूड़ा भोज

विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा के आवास पर शुक्रवार को दही चूड़ा भोज का आयोजन किया गया। इस आयोजन में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी शामिल हुए। इस भोज में अगर चूड़ा दही परोसा गया तो आगंतुकों ने खिचड़ी का भी स्वाद चखा।

राबड़ी आवास में 14 जनवरी को दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया जाएगा

उधर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन की ओर से भी आज (13 जनवरी) को ‘दही-चूड़ा’ के भोज का आयोजन कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार के अलावा पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं के मौजूद रहने की संभावना है. वहीं राजद की ओर से राबड़ी आवास में 14 जनवरी को दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया जाएगा. कहा जा रहा है कि लालू यादव भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. लालू यादव का दही-चूड़ा भोज हमेशा से बिहार की सियासत को नए रूप देता रहा है. इस कार्यक्रम में भी कई दलों के नेता शामिल होंगे. माना जा रहा है कि इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग का पेंच यहां सुलझाया जा सकता है.

क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक?

इस बीच जिस तरीके से नीतीश कुमार सीट शेयरिंग के मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े हाथों ले रहे हैं, इसके बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या बिहार महागठबंधन में सब कुछ ठीक है. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि नीतीश कुमार अगर लालू प्रसाद के द्वारा आयोजित भोज में शामिल होते हैं, तो महागठबंधन को इससे नई ऊर्जा मिल सकती है.

राबड़ी देवी के आवास पर 14 को भोज

राजद की ओर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर 14 जनवरी को चूड़ा-दही भोज का आयोजन होगा। राजद प्रमुख लालू प्रसाद स्वयं इस भोज की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस मौके पर 10 क्विंटल से अधिक दही और पांच क्विटल चूड़े की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा चूड़ा-दही भोज में शामिल लोगों को तिलकुट और आलू-गोभी- मटर की सब्जी भी परोसी जाएगी। चूड़ा-दही भोज के लिए राजनीतिक दिग्गजों के साथ-साथ आम कार्यकर्ताओं को भी न्योता दिया जा रहा है।

लालू यादव कर रहे हैं तैयारी

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर 15 जनवरी को चूड़ा-दही भोज का आयोजन 11 बजे से होगा. इस बाबत राजद की ओर से लेटरपैड पर प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू द्वारा एक पत्र भी जारी किया गया है. बता दें कि लालू प्रसाद स्वयं इस भोज की तैयारी कर रहे हैं. सूत्रों की माने तो इस मौके पर 10 क्विंटल से अधिक दही और 05 क्विटल से अधिक चूड़ा की व्यवस्था की जा रही है.इसके अलावा चूड़ा-दही भोज में शामिल लोगों को तिलकुट और आलू-गोभी-मटर की झालदार सब्जी भी परोसी जाएगी. चूड़ा-दही भोज के लिए राजनीतिक दिग्गजों के साथ-साथ आम कार्यकर्ताओं को भी न्योता दिया गया है.

बीजेपी कार्यालय में 15 को चूड़ा दही भोज

भाजपा कार्यालय में भी 15 जनवरी को चूड़ा दही भोज का आयोजन किया जा रहा है। भाजपा किसान मोर्चा की ओर से इसका आयोजन किया जा रहा है। इस बीच, भाजपा के नेता और पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने भी 13 जनवरी को चूड़ा दही के भोज का आयोजन किया है।

ललन सिंह की ओर से आज भोज का आयोजन

इधर, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन 13 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर दही- चूड़ा के भोज का आयोजन कर रहे हैं। इस भोज में सीएम नीतीश कुमार के अलावा पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं के मौजूद रहने की संभावना है।

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