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साउथ कोरिया में 110 साल पुरानी परंपरा हो जाएगी बंद ,कुत्ते का मांस खाने और बेचने पर लगेगी रोक


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नई दिल्ली – दक्षिण कोरिया के लोग सदियों पुरानी प्रथा का हवाला देकर कुत्तों को मारकर उन्हें खाते आ रहे हैं।लेकिन अब संसद में इस प्रथा को गैरकानूनी घोषित करने की पूरी तैयारी हो चुकी है।कुत्तों को मारने और उनके सेवन के खिलाफ पारित विधेयक का दक्षिण कोरिया की संसद ने पुरजोर समर्थन किया है।विधेयक पर अब राष्ट्रपति यून सुक योल की मंजूरी शेष है। जिसके बाद दक्षिण कोरिया में कुत्तों को मारने की प्रथा को अपराध की श्रेणी में गिना जाएगा।

साउथ कोरिया में डॉग मीट पर बैन से जुड़ा कानून पास

साउथ कोरिया में डॉग मीट पर बैन से जुड़ा कानून पास हो गया है। मंगलवार को संसद में इस कानून के पक्ष में 208 सांसदों ने वोटिंग की। विरोध में कोई वोट नहीं आया। कानून में कई धाराएं हैं। इनको धीरे-धीरे लागू किया जाएगा और पूरी तरह ये कानून 2027 में अमल में लाया जाएगा। साउथ कोरिया में डॉग मीट खाने की परंपरा करीब 110 साल पुरानी है। कई बार इस पर बैन की मांग और कोशिशें हुईं। हालांकि, कुछ ट्रेडर्स और कुछ इसके शौकीनों के चलते ये कोशिशें कामयाब नहीं हो सकीं।

तीन साल में लागू होगा कानून

बता दें कि यह नया कानून तीन साल में लागू होगा।ऐसा इसलिए क्योंकि किसानों और रेस्तरां मालिकों को रोजगार और आय के वैकल्पिक स्रोत खोजने में समय लगेगा।कुत्तों के मीट के व्यवसाय से जुड़े लोगों को चरणबद्ध तरीके से नए कारोबार पर स्विच करना होगा और मौजूदा व्यवसाय को खत्म करने की योजना के बारे में स्थानीय अधिकारियों को बताना होगा।

कुत्तों को मारने के लिए दिया जाता है बिजली का झटका

पशु कार्यकर्ताओं का कहना है कि मांस के लिए अधिकांश कुत्तों को बिजली का झटका दिया जाता है या फांसी पर लटका दिया जाता है। कुत्तों का मांस खाने और बेचने पर बैन लगान का समर्थन खुद राष्ट्रपति यून सुक येओल ने भी किया है। वह खुद एक पशु प्रेमी हैं, जिन्होंने प्रथम महिला किम केओन ही के साथ छह कुत्तों और आठ बिल्लियों को गोद लिया है।सत्तारूढ़ दल द्वारा प्रस्तावित, विधेयक को सोमवार को द्विदलीय कृषि समिति द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद एकल-कक्ष संसद में दो अनुपस्थितों के साथ भारी 208 मतों से पारित कर दिया गया है। पशु संरक्षण समूह ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल कोरिया के बोरामी सेओ ने कहा, ‘इस बिल से मानव उपभोग के लिए कुत्तों के प्रजनन और हत्या पर रोक लगेगी। हम इस क्रूर उद्योग से लाखों कुत्तों को बचा पाएंगे।’

मीट बैन लॉ के बाद साउथ कोरिया में ज्यादातर लोग खुश

साउथ कोरिया में ज्यादातर लोग इस मीट बैन लॉ के बाद खुश हैं। कुछ ने तो जश्न भी मनाया और प्रेसिडेंट यून सुक ईओल का शुक्रिया अदा किया। उनकी पत्नी ने भी डॉग मीट बैन के लिए कैम्पेन चला रहे संगठनों का खुलकर साथ दिया था।नए कानून के लागू होने के बाद डॉग ब्रीडिंग, स्लाटर हाउस (कसाईखाने) के साथ ही कुत्तों के बेचने और इनका मीट खाने पर रोक लग जाएगी। हालांकि, 2027 से ही कानून पूरी तरह लागू हो सकेगा। अगर किसी ने कानून तोड़ा तो उसे तीन साल जेल या जुर्माना देना होगा। नए स्लॉटर हाउस और डॉग फॉर्म्स पर फौरन रोक लगा दी गई है।कानून में यह साफ नहीं है कि अगर कोई डॉग मीट खाते पाया जाएगा तो उस पर क्या कार्रवाई होगी। सरकार के इस कदम से डॉग ट्रेडर्स नाराज है और कानून को अदालत में चुनौती देने की बात कह रहे हैं।

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