अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का समारोह 50 से ज्यादा देशों में मनाया जायेगा,कैलिफोर्निया में विशाल रैली की योजना
नई दिल्ली – भारवंशी भी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को मनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी कर रहे हैं.इसी कड़ी में अमेरिका में कार रैली आयोजित करने की योजना हैं.समूह ‘कैलिफ़ोर्निया इंडियंस’ 20 जनवरी को ‘भगवान श्री राम जी की घर वापसी’ का जश्न मनाने के लिए एक विशेष कार रैली का आयोजन कर रहा है.आयोजकों ने कहा कि 400 से अधिक कारें रैली में शामिल होंगी, जिसके साउथ बे से प्रतिष्ठित गोल्डन गेट ब्रिज तक जाने की उम्मीद है.
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह
22 जनवरी को अयोध्या स्थित राम मंदिर में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां जोर शोर से की जा रही हैं. हिंदू धर्म की आस्था से जुड़े इस समारोह में देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के 55 देशों में रह रहे प्रवासी भारतियों को भी जोड़ने का बड़ा प्रयास किया जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से आयोजन से पहले इसको लेकर विदेशों में जश्न मनाने की योजना तैयार की है.प्राण प्रतिष्ठा से पहले संगठन ने 55 देशों में बड़े पैमाने पर प्रार्थना सभाओं का आयोजन करने की योजना बनाई है. 22 जनवरी को अयोध्या में अभिषेक समारोह के साथ समन्वय स्थापित करते हुए इन सभी देशों में प्रार्थनाएं आयोजित की जाएंगी.
अमेरिकी शहरों में कार रैलियां आयोजित की गई
पिछले कई हफ्तों में वाशिंगटन, शिकागो और अन्य अमेरिकी शहरों में कार रैलियां आयोजित की गई हैं.आयोजकों ने बताया कि रोहित शर्मा, मणि कीरन, परम देसाई, दैपायन देब, दीपक बजाज और बिमल भागवत सहित समुदाय के नेता कैलिफोर्निया में रैली की योजना बना रहे हैं.आयोजकों ने कहा, ‘हम अयोध्या नहीं जा सकते लेकिन राम जी हमारे दिलों में हैं और उनकी घर वापसी के लिए यह हमारा योगदान और समर्पण है.’ राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का 22 जनवरी को अमेरिका के प्रसिद्ध टाइम्स स्क्वायर पर लाइव स्क्रीनिंग होगी. स्क्वायर पर किसी भारतीय कार्यक्रम की पहली बार लाइव स्क्रीनिंग होगी.इससे पहले टाइम्स स्क्वायर पर भारत छह बड़े कार्यक्रम कर चुका है.
विदेशों में हिंदू आबादी के बीच उत्सव
इस तरह के समारोह आयोजित कर वीएचपी उन भारतीय प्रवासियों तक पहुंचने का प्रयास कर सकेगी जोकि हिंदू धर्म में परिवर्तित हो चुके हैं. विहिप सूत्रों ने कहा कि इन सभाओं में अफ्रीकी, हिस्पैनिक, दक्षिण अमेरिकी, इंडो-बर्मी, मंगोलियाई और यूरोपीय मूल के हिंदू भी सम्मलित होंगे.अंतरराष्ट्रीय मामलों को संभाल रहे विहिप के संयुक्त महासचिव स्वामी विज्ञानानंद ने कहा कि कार्यकर्ता विदेशों में हिंदू आबादी के बीच शहरों में जा रहे हैं. उनसे अपने पास के मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में एकत्र होने का आग्रह कर रहे हैं.