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कोरोना ने फिर दी दस्तक,क्या फिर लगेगा लॉकडाउन?


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नई दिल्लीः कोविड के नए वेरिएंट मिलने पर कर्नाटक सरकार ने लोगों को बाहर जाने पर मास्क लगाने की सलाह दी है. दिशानिर्देशों के अनुसार 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी बुजुर्गों, अन्य बीमारियों (किडनी, हृदय, लीवर की बीमारियों) से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं को बाहर जाने पर अनिवार्य रूप से फेस मास्क पहनने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही बंद, कम हवादार स्थानों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से सख्ती से बचने की सलाह दी गई है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी कर सकती है समीक्षा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को भारत के कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 मामलों में ताजा वृद्धि और नए जेएन.1 सब-वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने पर राज्यों को सलाह जारी की है. कोरोना के नए वेरिएंट मिलने पर सरकार सतर्क दिख रही है. इसको लेकर बुधवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री कर समीक्षा बैठक सकते हैं.

ओमिक्रॉन का ही सब वेरिएंट है JN.1

सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन के एचओडी डॉक्टर जुगल किशोर ने बताया कि वैरिएंट ओमिक्रॉन वाला ही है, लेकिन इसके स्पाइक में बदलाव हुआ है। वायरस खुद को जिंदा रखने के लिए मूल स्वरूप में बदलाव करते रहता है। कोविड एक्सपर्ट चंद्रकांत लहारिया ने कहा कि अभी जो मामले आ रहे हैं, यह सरकार और साइंटिफिक कम्युनिटी के लिए है। एक एसओपी बनी हुई है। कोविड मामले का जीनोम सिक्वेंसिंग करते रहना है। वहीं, डॉक्टर जुगल ने कहा कि ओमिक्रॉन खतरनाक नहीं था, इसलिए उम्मीद है कि यह डेडली नहीं होगा। दिल्ली वालों को डरने की जरूरत नहीं है। अभी यहां पर यह संक्रमण नहीं है।

नए साल को लेकर दी गई सलाह

कर्नाटक के पड़ोसी राज्य केरल और तमिलनाडु में कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि के कारण, कर्नाटक में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सेवा आयुक्तालय ने मंगलवार को आशंकाओं के बीच साल के अंत के जश्न के दौरान कई दिशानिर्देशों के साथ एक सलाह जारी की. केरल और तमिलनाडु में जेएन.1 उप-संस्करण के शुरुआत के साथ-साथ क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान, विशेष रूप से बंद स्थानों में भीड़ बढ़ने की उम्मीद के संदर्भ में यह सलाह जारी की गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

देश में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी कर दी। 8 दिसंबर को केरल में JN.1 वेरिएंट के पहले केस की पुष्टि हुई। वहीं सोमवार को देशभर में कुल 260 कोविड केस सामने आए। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को एडवाइजारी जारी कर कहा है कि मौसम में हो रहे बदलाव और फेस्टिव सीजन को देखते हुए सावधानी बरतने की जरूरत है। केंद्र ने जिला स्तर पर इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों की निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं राज्यों से कोविड टेस्टिंग बढ़ाने की अपील की।

इन लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य

दिशानिर्देशों के अनुसार, 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी बुजुर्गों, अन्य बीमारियों (किडनी, हृदय, लीवर की बीमारियों) से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं को बाहर जाने पर अनिवार्य रूप से फेस मास्क पहनने की सलाह दी गई है और साथ ही बंद, कम हवादार स्थानों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से सख्ती से बचने की सलाह दी गई है.

केंद्र ने राज्यों से किया है सतर्कता बढ़ाने का आग्रह

केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को पत्र लिखकर उनसे कोविड ​​-19 मामलों के बढ़ते मामलों को देखते हुए “निरंतर सतर्कता” बनाए रखने का आग्रह किया है। पत्र के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने निरंतर प्रयासों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है।बता दें कि कोविड-19 सब-वेरिएंट JN.1 का पहला मामला 8 दिसंबर को केरल में पाया गया था, जिसके बाद से स्थिति में काफी ज्यादा उभार आया है जो एक चिंता का विषय बना हुआ है।आगामी त्योहारी सीज़न के साथ पंत ने राज्यों को आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को लागू करने और इसे फैलने के जोखिमों को कम करने के लिए बेहतर स्वासथ्य व्यवस्था करने का आग्रह किया है।

अस्पताल में भर्ती मरीजों की होगी टेस्टिंग

आयुक्त रणदीप डी ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा इतिहास वाले रोगसूचक व्यक्तियों के लिए संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (डब्ल्यूजीएस) (whole genome sequencing ) आयोजित करने का निर्देश दिया है. समूहों, गंभीर रूप से बीमार, अस्पताल में भर्ती मरीजों, एसएआरआई मामलों और लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहने वाले प्रतिनिधि नमूने भी अब डब्ल्यूजीएस से गुजरेंगे. केरल में सामने आ रहे कोविड मामलों को देखते हुए, कर्नाटक में कुछ निवारक और सक्रिय उपायों का पालन करना आवश्यक है. सलाहकार ने कहा, तकनीकी सलाहकार समिति (टीआरसी) की सिफारिशों का उचित स्तर पर अनुपालन किया जाना चाहिए.

मरने वालों की संख्या हुई 5

कोविड-19 के नए वेरिएंट का कहर न सिर्फ केरल राज्य में है, बल्कि देश के कई अन्य राज्यों में भी इसका कहर है। बताया जा रहा है कोरोना से मरने वालों की संख्या 5 हो चुकी है, जिसमें 4 केरल और 1 यूपी के रहने वाले व्यक्ति हैं। ऐसे में देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। वहीं, रविवार को देश में कोरोना के नए एक्टिव मामले 335 बताए गए थे।

सभी सीमावर्ती जिलों को रहना होगा सतर्क

“भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, वर्तमान में घबराने या तुरंत प्रतिबंध लगाकर सीमा पार (केरल, तमिलनाडु राज्यों) निगरानी बढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है. हालांकि, राज्य के केरल और तमिलनाडु से लगे सभी सीमावर्ती जिलों को सतर्क रहना होगा और पर्याप्त परीक्षण और कोविड मामलों की समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करनी होगी. मेडिकल कॉलेजों सहित सभी निजी और सरकारी केंद्रों पर सभी एसएआरआई (SARI) मामलों और 20 आईएलआई (ILI) मामलों में से कम से कम एक में कोविड 19 की टेस्ट की जाएगी. सलाहकार ने कहा, “सभी जिले दिसंबर के तीसरे और चौथे सप्ताह में सार्वजनिक और निजी दोनों स्वास्थ्य सुविधाओं पर ड्रिल आयोजित करेंगे. ड्रिल का उद्देश्य किसी भी संभावित कोविड मामले में वृद्धि को संभालने के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की परिचालन तैयारी सुनिश्चित करना है.”

हेल्थ मिनिस्ट्री ने जारी की एडवाइजरी

हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार, भारत में कोविड-19 के नए वेरिएंट JN. 1 के प्रवेश की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में सभी राज्यों को अलर्ट रहने की जरूरत है। नए साल पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होगें, जहां पर भीड़ कंट्रोल करने के लिए राज्य सरकारों को उचित कदम उठाने होंगे। इसके साथ ही कोरोना के नए मामलों की जांच के लिए आरटी पीसीआर तकनीक से टेस्टिंग बढ़ानी होगी। साथ ही सभी तरह के बुखार का नियमित रूप से मॉनिटरिंग होना जरूरी है। यदि किसी मरीज के ब्लड सैंपल में कोविड टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो उसके ब्लड सैंपल को तुरंत जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए INSACOG LAB में भेजा जाए। ताकि कोविड के बढ़ते मामलों को कंट्रोल किया जा सके।

इस राज्य में मास्क पहनना हुआ अनिवार्य

बता दें कि केरल में नए सब-वेरिएंट के सामने आने के बाद देश का लगभग हर एक राज्य सतर्कता अपना रहा है। इसे लेकर सरकार काफी अलर्ट हो चुकी है। इसी के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। ताकि संक्रमण फैलने का खतरा कम हो सके।

भारत में कोविड​​-19 के नए मामले

बताया जा रहा है कि 18 दिसंबर को भारत में कोविड​​-19 के 260 नए मामले दर्ज किए गए, ऐसे में भारत में कोविड के एक्टिव मामले बढ़कर 1,828 हो गए। हेल्थ मिनिट्री वेबसाइट के अनुसार, कोविड से मरने वालों की संख्या 5,33,317 तक पहुंच गई। इसके अलावा, भारत में कुल COVID-19 मामलों की संख्या 4.50 करोड़ (4,50,05,076) है और रिकवरी बढ़कर 4,44,69,931 हो गई है, जिससे राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत हो गई है। मंत्रालय की वेबसाइट बताती है कि अब तक देश भर में 220.67 करोड़ लोगों को कोविड-19 वैक्सीन दी जा चुकी हैं।

रखे ये सावधानियाँ

  • कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 से बचने के लिए आप हमेशा मास्क पहने इससे आप वायरस को फेफड़ों में जाने से रोक पाएंगे और इंफेक्शन का खतरा कम हो जाएगा. मास्क को वक्त वक्त पर धोते और बदलते भी रहें
  • बेवजह अपने नाक और मुंह को हाथों या उंगलियों से न छुएं क्योंकि ये इन दो अंगों के जरिए बॉडी में कोरोना वायरस की एंट्री होती है, अगर आपको भी ऐसा आदत है, तो इस पर लगाम लगाएं.
  • हाथों के जरिए वायरस फैलने से रोकने का तरीका ये है कि आप नियमित तौर से हाथों को धोते रहें या फिर सैनिटाइजर के जरिए डिसइंफेक्ट करें.
  • अगर आपके शहर में कोविड के नए वेरिएंट का खतरा है तो बिना किसी ठोस कारण भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करें. अगर एयरपोर्ट, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर जा रहे हैं तो लोगों से 6 फीट दूरी बनाए रखें.
  • प्रशासन के लिए जरूरी है कि वो कोरोना के मामलों का पता लगाते रहें, इसके लिए रैंडम आरटी-पीसीआर टेस्ट करना जरूरी है. हमारे लिए भी ये अहम हैं कि कोविड के लक्षण नजर आते ही तुरंत अपनी जांच कराएं.
  • अगर आपने अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाई है को डॉक्टर की सलाह पर आप तुरंत कोविड का टीका लगवा सकते हैं. जो खतरा कम करने का एक कारगर उपाय है.

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