कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दी सफाई,भारत को रोकना था मकसद
नई दिल्ली – भारत के बार-बार सबूत मांगने के बाद भी अब तक मुहैया नहीं करा पाने वाले खालिस्तानियों के हमदर्द कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने चुप्पी तोड़ी है। जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि सिख समुदाय की सुरक्षा चिंताओं और ‘भारत को रोकने’ के लिए उन्होंने सार्वजनिक रूप से भारत की सरकार और हत्या के बीच संभावित संबंध को लेकर आरोप लगाने का विकल्प चुना था। इससे पहले ट्रूडो ने कनाडा की संसद के अंदर आरोप लगाया था कि इस बात के विश्वसनीय आरोप हैं कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के संबंध हैं.
मंदिरों पर हमले को लेकर कही यह बात
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन बुधवार को नई दिल्ली के एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट में पहुंचे,यहां उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों को गंभीरता से लेते हैं। जैसे हम अपने समाज में हो रही अन्य हिंसक घटनाओं पर गंभीर होते हैं.हमारी पुलिस, खुफिया एजेंसियों सहित अन्य संस्थाओं के पास ऐसे मामलों से निपटने का बहुत अनुभव है.हमारे देश में हिंसा नहीं फैलाई जा सकती है.
खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के साथ भारतीय एजेंटों को जोड़ने वाला बयान उन्होंने इसलिए दिया था ताकि भारत दोबारा ऐसा न करे. हालांकि जस्टिन ट्रूडो सरकार अब तक भारत को कोई ठोस सबूत मुहैया नहीं करा पाई है.कनाडाई प्रेस से ट्रूडो ने कहा कि वह हाउस ऑफ कॉमन्स में 18 सितंबर के खुलासे के साथ आगे बढ़े, क्योंकि वे ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में इस साल जून में निज्जर की हत्या के बाद परेशान थे कि अगला कौन हो सकता है या आगे क्या होगा. पीएम ने आगे कहा कि मैसेज का मकसद एक्स्ट्रा सिक्योरिटी बरतना था, क्योंकि बहुत से कनाडाई चिंतित थे कि वे असुरक्षित हैं.
भारत ने निज्जर को 2020 में आतंकवादी घोषित किया था
ट्रूडो ने 18 सितंबर को आरोप लगाया था कि खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट ‘संभावित’ रूप से संलिप्त हैं। इस आरोप के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में खटास आ गयी थी.ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को निज्जर की हत्या कर दी गयी थी। भारत ने निज्जर को 2020 में आतंकवादी घोषित किया था.
‘पीएम मोदी से उठाया था निज्जर हत्या का मामला’
वहीं भारत ने लगातार हत्या से किसी भी संबंध से इनकार किया है और कहा है कि अगर कनाडा सबूत देता है तो वह कार्रवाई करेगा। इससे पहले अमेरिका ने गुर पतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश को लेकर सबूत दिया है जिसकी भारत जांच करवा रहा है.वहीं कनाडा के पीएम अब तक कोई भी सबूत देने में नाकाम रहे हैं। ट्रूडो ने यह भी दावा किया कि उनका सार्वजनिक बयान हफ्तों की “शांत कूटनीति” के बाद आया, जिसमें भारत के साथ उच्चतम स्तर पर आरोपों को उठाना शामिल था.ट्रूडो ने कहा कि इसमें वह बातचीत भी शामिल थी जो उन्होंने नई दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के साथ की थी.इस बैठक के दौरान दोनों 16 मिनट के लिए बंद कमरे में मिले थे। ट्रूडो ने कहा, ‘हमें पता था कि यह कठिन बातचीत होगी, लेकिन हम यह भी जानते थे कि यह भारत के लिए G20 के साथ विश्व मंच पर अपने नेतृत्व का प्रदर्शन करने का एक महत्वपूर्ण क्षण था.