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मशहूर कन्नड़ अभिनेत्री लीलावती का 85 वर्ष की उम्र में हुआ निधन


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मुंबई – इंडियन फिल्म इंडस्ट्री को साल के आखिरी महीने में एक और बड़ा झटका लगा है. पॉपुलर कन्नड़ एक्ट्रेस लीलावती अब हमारे बीच नहीं हैं, उन्होंने 85 साल की उम्र में शुक्रवार की शाम आखिरी सांस ली. लीलावती लंबे समय से बीमार चल रही थीं, उनके निधन से सिर्फ साउथ इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक लीलावती, उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं, अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्हें आनन-फानन में एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली. लीलावती ने कन्नड़ की लगभग 400 सहित 600 से अधिक फिल्मों में काम किया और पिछले कई सालों से नेलमंगला में एक्टर बेटे विनोद राज के साथ रह रही थीं.

कन्नड़ अभिनेत्री लीलावती का हुआ निधन

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अभिनेत्री कई दिनों से बीमार चल रही थीं। वृद्धावस्था से संबंधित बीमारियों से पीड़ित होने के कारण उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। 85 वर्षीय अभिनेत्री लंबी बीमारी से पीड़ित थीं। लीलावती के बेटे विनोद राज भी एक अभिनेता हैं। लीलावती ने सखी की भूमिका निभाकर फिल्म नागकन्निके से अपनी शुरुआत की। उन्होंने दक्षिण भारतीय भाषाओं में कई लोकप्रिय फिल्मों में अभिनय किया है। बता दें कि सीएम सिद्धारमैया ने उनके आवास पर जाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी।

विनोद राज ने जताया शोक

अपनी मां के निधन पर शोक जताते हुए विनोद राज ने कहा, ‘अब मैं अकेला रह गया हूं. शुक्र है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया.’ कन्नड़ जिले के बेलथांगडी में लीला किरण के रूप में जन्मी लीलावती को ‘भक्त कुंभारा’, ‘संथा ठुकराम’, ‘भटका प्रह्लाद’, ‘मांगल्य योग’ और ‘मन मेच्चिदा मददी’ में उनकी भूमिकाओं को कोई नहीं भुला सकता. एक एक्टर के तौर पर उनका करियर काफी शानदार था. उन्होंने श्री साहित्य साम्राज्य ड्रामा कंपनी में शामिल होने के बाद अपने करियर की शुरूआत की.

दमदार परफॉर्मेंस के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था

यूं तो लीलावती ने कन्नड़ फिल्मों में काम किया लेकिन वो तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी खूब दिखीं. अपने 50 साल से ज्यादा के करियर में उन्होंने अकेले 400 फिल्में कन्नड़ सिनेमा में कीं और बाकी 200 दूसरी भाषाओं में. यानि अपने करियर में कुल मिलाकर 600 से ज्यादा फिल्मों में वो नजर आईं. इन्हें आज भी इनकी दमदार परफॉर्मेंस के लिए याद किया जाता था. इसी हुनर की बदौलत उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला.

इन लोकप्रिय फिल्मों में आई थीं नजर

लीलावती ने कन्नड़ में 400 सहित 600 से अधिक फिल्मों में काम किया, पिछले कई वर्षों से नेलमंगला में अपने अभिनेता बेटे विनोद राज के साथ रह रही थीं। दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलथंगडी में लीला किरण के रूप में जन्मी लीलावती को ‘भक्त कुंभारा’, ‘संथा ठुकराम’, ‘भटका प्रह्लाद’, ‘मंगल्य योग’ और ‘मन मेच्चिदा मददी’ में उनकी भूमिका के लिए याद किया जाता है। उन्होंने कन्नड़ मैटिनी आइडल डॉ. राजकुमार के साथ कई फिल्मों में काम किया है।

लीलावती का फिल्मी करियर

लीलावती ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत ‘चंचला कुमारी’ और ‘नागकन्निका’ से की थी. बाद में वो सुब्बैया नायडू की नाटक कंपनी में शामिल हो गईं और 1958 में ‘भक्त प्रह्लाद’ में एक छोटी भूमिका निभाई. लीलावती ने कन्नड़ मैटिनी आइडल डॉ. राजकुमार के साथ कई फिल्मों में काम किया था, जहां उन्होंने कई तरह की भूमिकाएं निभाईं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार और छह बार राज्य पुरस्कार जीता था. एक सप्ताह पहले, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उनके डिप्टी डी के शिवकुमार, प्रसिद्ध कन्नड़ फिल्म एक्टर शिव राजकुमार और कई अन्य लोग उनके आवास पर गए थे. लीलावती के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि उनके निधन की खबर ‘दर्दनाक’ है.

1958 में की थी पहली फिल्म

एक्ट्रेस लीलावती ने अपने एक्टिंग करियर का आगाज 1958 में किया था. उनकी पहली फिल्म थी मांगल्य योग जो कन्नड़ भाषा में बनी थी. इसके बाद वो रुकी नहीं बल्कि एक के बाद एक उनकी फिल्में आती चली गईं. हर साल उनकी 3 से 4 फिल्में रिलीज होती थीं लेकिन 1962 तक आते-आते उनकी लोकप्रिया का आलम ये था कि उस साल उनकी 11 फिल्में रिलीज हुईं. 1963 में ये कमाल फिर हुआ फिर से एक साथ उनकी 11 फिल्में रिलीज हुईं.

कर्नाटक सरकार ने दिया सम्मान

सिनेमा में उनके योगदान को देखते हुए ही उन्हें साल 2000 में कर्नाटक सरकार की ओर से डॉ. राजकुमार लाइफ टाइम अचीवमेंट मिला. इसके अलावा साल 2006 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस की कैटेगरी में फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी वो सम्मानित हुईं.

सोशल मीडिया अभिनेत्री को दे रहे हैं श्रद्धांजलि

सोशल मीडिया पर साउथ के दिग्गज कलाकारों के साथ-साथ अभिनेत्री के फैंस उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दे रहे हैं। लीलावती एक अभिनेत्री होने के साथ-साथ एक दयालु इंसान भी थीं, उन्होंने नेलमंगला तालुक के सोल्ला देवनहल्ली में एक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र का निर्माण किया था।

लीलावती के बारे में

अभिनेत्री कई वर्षों से अपने अभिनेता बेटे कन्नड़ अभिनेता और नर्तक विनोद राज के साथ नेलमंगला में रह रही थीं। पिछली फिल्म को शामिल करते हुए लीलावती ने 1990 के दशक की कुल चार फिल्मों का निर्माण भी किया है, हालांकि एक निर्माता के रूप में उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली थी।अपने करियर के दौरान लीलावती को कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए, जिनमें 1999 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी शामिल है और 2008 में तुमकुर विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी अर्जित की। पिछले कुछ हफ्तों में अभिनेत्री की खराब स्थिति के बारे में जानने के बाद, शिव राजकुमार, दर्शन थुगुदीपा और कई अन्य प्रमुख सैंडलवुड अभिनेता उनसे मिलने उनके आवास पर आए और उनके साथ कुछ समय बिताया था।

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