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Diwali Muhurat Trading 2023 : क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग ?जानें डेट और टाइमिंग


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नई दिल्लीः हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार इस साल दिवाली (Diwali 2023) 12 नवंबर, रविवार को पड़ेगी! भारत में दिवाली (Diwali) का त्योहार बहुत ही अहम होता है। इस साल 12 नवंबर को दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) होगी। इस दौरान एनएसई और बीएसई एक घंटे के लिए खुलेंगे। ट्रेडिंग का समय शाम 6 बजे से सवा 7 बजे तक होगा। पिछले वर्षों में दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स में उछाल देखा गया है। इस साल भी सेंसेक्स में उछाल आने की संभावना है।

रविवार के दिन भी शेयर बाजार में होगा कारोबार

शेयर बाजार में आम तौर पर हर सोमवार से शुक्रवार तक 5 दिन कारोबार होता है. सोमवार को पहला कारोबारी दिन कहते हैं और शुक्रवार को आखिरी. हर सप्ताह शनिवार और रविवार को बाजार में साप्ताहिक अवकाश होते हैं. इस बार स्थितियां कुछ अलग रहने वाली हैं. आने वाले रविवार को एक तरह से इतिहास बनने वाला है, क्योंकि संडे होने के बाद भी शेयर बाजार में कारोबार होने वाला है.

क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग

दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसे में इसके महत्व को देखते हुए इस दिन कुछ देर के लिए ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading 2023) की जाती है। इसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं। यह शाम को एक घंटे के लिए होती है। इसकी टाइमिंग पहले ही बता दी जाती है। परंपरा के तहत इस बार भी मुहूर्त ट्रेडिंग की जाएगी। यह 12 नवंबर की शाम को होगी। इस दौरान एनएसई और बीएसई दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading 2023) के लिए एक घंटा खुला रहेगा। यहां हम आपको मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

नए संवत का है ये महत्व

रविवार को शेयर बाजार में कारोबार का कारण दिवाली से जुड़ा है. दिवाली का त्योहार भारतीय शेयर बाजार के लिए भी खास होता है. हर साल दिवाली से नए संवत की शुरुआत होती है. नया संवत मने नया कारोबारी साल. इस कारण संवत का भारत में कारोबारियों के लिए खास महत्व होता है. संवत में बदलाव के इस मौके पर ऐसी परंपरा रही है कि कारोबारी पूजा-पाठ करते हैं और पुराने बही-खातों की जगह नए बही-खाते शुरू करते हैं.

बता दें कि यह एक पारंपरिक प्रतीकात्मक टेडिंग होती है। इस दिन निवेशक सौभाग्यशाली वर्ष की कामना के लिए कुछ देर के लिए ट्रेडिंग करते हैं। निवेशकों का मानना है कि इस शुभ समय में ट्रेडिंग करने पर आगे पूरे वर्ष उन्हें पैसा और सफलता मिलती रहेगी। यह परंपरा भारतीय शेयर बाजार में काफी समय से चल रही है।

इस समय होगी मुहूर्त ट्रेडिंग

एनएसई के मुताबिक, 12 नवंबर को शाम 6 बजे से सवा 7 बजे तक चलेगी। इसमें 6 से सवा 6 बजे तक प्री-ओपनिंग होगी। इसके बाद 6.15 से 7.15 बजे तक आम लोग ट्रेडिंग कर पाएंगे। वहीं ब्लॉक डील विंडो 5.45 बजे ही खुल जाएगी। अगर किसी को ट्रेड में मोडिफिकेशन करना है तो यह 7.25 बजे होगी। मुहूर्त ट्रेडिंग का क्लोजिंग सेशन 7.25 से 7.35 बजे तक होगा। कॉल ऑक्शन इललिक्विड सेशन शाम 6:20 बजे से शाम 7:05 बजे के बीच होगा।

मुहूर्त का प्रतीकात्मक महत्व

मुहूर्त ट्रेडिंग का व्यवसायिक तौर पर कोई बहुत महत्व नहीं है, लेकिन यह सिंबोलिक महत्व रखता है. ऐसी मान्यता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग बाजार में नए संवत यानी नए साल की शुरुआत के लिए शुभ है. इस कारण मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन कई इन्वेस्टर प्रतीकात्मक सौदे करते हैं और इस तरह वे नए साल में ट्रेडिंग की औपचारिक शुरुआत करते हैं.

कैसी रहेगी बाजार की चाल

मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान पिछले 5 वर्षों में सेंसेक्स लगातार उछला है। सेंसेक्स हरे निशान पर बंद हुआ है। बीते वर्ष यानी साल 2022 में मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स सिर्फ एक घंटे में ही 524 अंक की उछाल के साथ बंद हुआ था। वहीं साल 2021 में सेंसेक्स 296 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ था। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस साल भी दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स में उछाल देखने को मिल सकती है।

ऐसा है पिछले 10 साल का इतिहास

सामान्य तौर पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार तेजी के साथ ही बंद होता है. पिछले 10 सालों के इतिहास को देखें तो कुछ मौकों को छोड़कर ज्यादा बार मुहूर्त ट्रेडिंग में बाजार ग्रीन जोन में रहा है. पिछले 10 में से 7 बार बाजार ग्रीन रहा है, जबकि 3 बार उसे नुकसान उठाना पड़ा है. इस बार की बात करें तो मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ विक्रम संवत 2080 की शुरुआत होगी. मार्केट एनालिस्ट इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग में बाजार के मजबूत रहने की उम्मीद व्यक्त कर रहे हैं.

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