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भारत

बुजुर्ग किसान की किस्मत चमकी ,लगी ढाई करोड़ की लॉटरी


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नई दिल्लीः किस्मत कब चमक जाए इसके बारे में कोई नहीं जानता. ऐसा ही एक मामला पंजाब से सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग किसान को खुशियों की चाभी केवल 4 घंटों में मिल गई. वह लॉटरी विजेता बनकर करोड़पति बन गया. किसान का नाम शीतल सिंह है. 4 नवंबर को होशियारपुर में दवा लेने आए इस बुजुर्ग को 2.5 करोड़ रुपये की लॉटरी लगी है. इसका रिजल्ट आने पर लॉटरी विक्रेता एसके अग्रवाल ने उन्हें फोन पर जानकारी दी.

घर पर खुशी का माहौल

शीतल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उनके घर पर खुशी का माहौल है और बधाई देने वालों का तांता लगा है। माहिलपुर के रहने वाले शीतल सिंह ने कहा कि वह चार नवंबर को दवा लेने होशियारपुर आए थे और इसी बीच उन्होंने कोर्ट रोड पर ग्रीन व्यू पार्क के बाहर एक स्टॉल से लॉटरी टिकट खरीदी। महज चार घंटे बाद ही उनका बंपर इनाम निकल आया। इसकी जानकारी लॉटरी स्टॉल मालिक ने उन्हें फोन पर दी।

शीतल सिंह खेती का काम करते हैं

बुजुर्ग शीतल सिंह ने बताया कि वह खेती का काम करते हैं और उनके 2 बच्चे हैं। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि परिवार के साथ सलाह कर वह उन पैसों का इस्तेमाल करेंगे। दूसरी ओर स्टॉल मालिक अग्रवाल ने बताया कि वह पिछले 15 साल से लॉटरी बेचने का काम करता है और पहले उसके पिता काम करते थे। उनके स्टॉल की आज तीसरी करोड़ों की लॉटरी निकली है जो कि बड़ी खुशी की बात है।

महज चार घंटे में खुली किस्मत

बुजुर्ग शीतल सिंह पेशे से किसान हैं और दशकों से खेती करते हैं। शीतल सिंह पिछले 40 सालों से लॉटरी टिकट खरीद रहे थे. उनके दो बेटे और एक बेटी है। सभी की शादी हो चुकी है। उनके बेटे विदेश में रहते हैं। उन्होंने बताया कि वह भगवान के भरोसे थे कि भगवान उन्हें एक मौका जरूर देंगे. उन्होंने कहा कि वह इन पैसों का इस्तेमाल परिवार से सलाह लेने के बाद खर्च करेंगे. शीतल सिंह का परिवार बहुत छोटा है. वह दशकों से खेती के सहारे अपने घर का खर्चा चला रहे हैं.

20 सालों में तीसरी बार करोड़ों का बंपर इनाम

उधर, स्टॉल मालिक एसके अग्रवाल ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से लॉटरी बेच रहे हैं और उनसे पहले उनके पिता लॉटरी बेचते थे। उनके स्टॉल से बिके टिकट ने तीसरी बार करोड़ों का बंपर इनाम जीता है। शीतल सिंह के नाती (बेटी का बेटा) सुखप्रीत ने कहा कि परिवार बहुत खुश है और उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वे इतनी बड़ी रकम जीतेंगे।

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