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लाइफस्टाइल

दिल्ली प्रदुषण : घर से बाहर निकलते समय रखे ये सावधानियां


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नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के इलाके में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो चुका है। एक्यूआई 400 के पार है। लोग गैस चैंबर में रहने को मजबूर हो रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में GRAP-4 भी लागू कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस जहरीली हवा में निकलने से बचना चाहिए। हालांकि, जिन लोगों को ऑफिस जाना है या कोई जरूरी काम है उन्हें हर हाल में बाहर जाना ही पड़ता है। ऐसे में अगर आप इन बातों का ध्यान रखकर बाहर निकलें तो प्रदूषण के असर से खुद को बचा सकते हैं।

प्रदूषण से बचने के लिए क्या करें?

एक्यूआई का रखें ध्यान

घर से निकलने से पहले एक्यूआई जरूर चेक करें। अगर हवा की क्वालिटी एकदम बदतर श्रेणी में है तो उस जगह पर जाने से बचना चाहिए।

मास्क है जरूरी

अगर बहुत जरूरी काम से आपको बाहर जाना है तो मुंह और नाक को पूरी तरह से कवर करके ही बाहर निकलें। ये सुनिश्चित करें कि आपका मास्क बेहतर क्वालिटी का हो जो प्रदूषण से संपर्क में आने से आपको बचाएं। आप n95 मास्क ही पहनें। इससे काफी हद तक बचाव हो सकता है। मास्क हवा में मौजूद सूक्ष्म कणों को सांस के मार्ग में प्रवेश से रोकता है।

सनग्लासेस लगाएं

प्रदूषण आपके आंखों के लिए भी खतरनाक होता है। इससे आपको जलन, खुजली, आंखों में लालिमा की समस्या हो सकती है। ऐसे में जब भी बाहर निकलें आंखों पर चश्मा जरूर लगाकर निकलें। इससे आंखों को काफी हद तक सेफ रखने में मदद मिलेगी।

हाइड्रेशन है जरूरी

जब भी बाहर निकलें शरीर को हाइड्रेट करके ही निकलें। साथ ही दिन भर खुद को हाइड्रेट रखें। इसका पहला फायदा ये है कि इससे विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं। दूसरा यह है कि पानी फेफड़ों के मार्ग को नम रखता है जिससे सांस की समस्या से बचाव हो सकता है। (ऐसे रखें फेफड़ों को सुरक्षित)

अस्थमा के मरीज दवा साथ रखें- अगर आप अस्थमा के मरीज हैं और प्रदूषण में बाहर निकल रहे हैं तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें। जरूरी दवाएं और इनहेलर साथ लेकर चलें। परेशानी बढ़ने पर तुरंत दवा खा लें।

स्मोकिंग से रहें दूर

कई लोगों को स्मोकिंग की लत होती है। ऐसे में प्रदूषण में अगर बाहर जाते हैं तो स्मोकिंग करने से परहेज करें। क्योंकि पहले से ही आपके फेफड़े प्रदूषण से बुरी तरह से प्रभावित हैं। ऐसे में अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो इससे आपको बड़ा रिस्क हो सकता है। आपका फेफड़ा बुरी तरह से डैमेज हो सकता है।

गर्म पानी साथ लेकर जाएं- प्रदूषण से बचना है तो दिनभर गर्म पानी पिएं। बेहतर होगा कि आप अपने साथ गर्म पानी लेकर चलें। बिना पानी के घर से बाहर न निकलें। ठंडा पानी या कोई ड्रिंक पीने से पूरी तरह बचें।

पैदल या साइकिल पर जाएं

आजकल हमने देखा है कि जिन घरों में बाइक या स्कूटी है, वे घर के बहुत नजदीक जाने के लिए भी इन्हीं वाहनों का यूज करते हैं। आपको बता दें कि ऐसे वाहन प्रदूषण के स्तर को बढ़ाने में अपना योगदान देते हैं। घर के नजदीक यानी कहीं आसपास जा रहे हैं, तो कोशिश करें कि पैदल जाएं या फिर साइकिल का यूज करें। साइक्लिंग करना वैसे भी हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है।

परफ्यूम का इस्तेमाल कम करें

सांस या अस्थमा के मरीज घर से बाहर निकलते वक्त किसी तरह के परफ्यूम या डियो का इस्तेमाल न करें। तेज खुशबू वाली चीजें आपकी परेशानी और बढ़ा सकती हैं।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट करें यूज

इन दिनों कई ऑफिसों में हाइब्रिड कल्चर चल रहा है। हालांकि, ऐसे ऑफिसों की कमी नहीं है, जो खुले हुए हैं और लोगों को वहां जाकर काम करना पड़ता है। अगर आप भी ऐसे ही कहीं घर से दूर जाना पड़े, तो अपनी गाड़ी का इस्तेमाल करने से बचें। यहां तक कि पर्सनल कैब भी न करें। इसके बजाय, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करें। आपकी यह छोटी सी कोशिश प्रदूषण के सतर को बढ़ने से रोक सकती है।

स्किन ढक कर निकले

स्किन को बचाने से लिए हमेशा फुल स्लीव्स कपड़े पहन कर ही निकलें। प्रदूषण के कारण आपको रैशेज, खुजली या जलन की समस्या हो सकती है। हो सके तो अपने चेहरे को भी दुपट्टा या रुमाल से पूरी तरह से कवर करके ही निकलें। प्रदूषण से स्किन पर भी बुरा असर पड़ता है। स्किन पर रैश, खुजली या जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि बाहर निकलते वक्त फुल स्लीव्स के कपड़ पहनकर ही निकलें।

अपनी गाड़ी को मेंटेंड रखें

यूं तो घर से बाहर कम से कम निकलने की सलाह दी जा रही है। वहीं, अगर आपको जाना ही पड़े, तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करें। इसके अलावा, अगर अपनी गाड़ी किसी इमर्जेंसी में निकालनी पड़े, तो यह ध्यान रखें कि आपकी गाड़ी यानी कार या बाइक, सही तरह से मेंटेंड हो। यह सड़क पर निकलते ही बहुत ज्यादा प्रदूषण न करे। अगर किसी वजह से आपकी गाड़ी बहुत ज्यादा धुआं फेंकती हो, तो उसे दुकान लेकर उसकी रिपेयरिंग करवाएं। प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ी को सड़क पर निकालने से बचें।

शराब न पिएं

शराब सेहत के लिए हानिकारक है, लेकिन प्रदूषण के वक्त ये शराब का सेवन और भी खतरनाक हो जाता है। शराब पीने से शरीर में पानी की कमी होने लगती है और इससे लिवर पर बुरा असर पड़ता है।

केवल एन-95 ही कारगर

फिलहाल जो लोग मास्क लगाए इन दिनों दिख रहे हैं, उनमें कपड़े का मास्क लगाए और सर्जिकल मास्क लगाए लोग भी शामिल हैं। दूसरी ओर एन-95 मास्क का दाम भी बाजार में अच्छा खासा होता है। ऐसे में कई लोग इस मास्क को बार-बार नहीं खरीद सकते। तो क्या प्रदूषण से बचने में कोई और मास्क कारगर है? इस बारे में पीएसआरआई इंस्टिट्यूट में पल्मनरी, क्रिटिकल और स्लीप मेडिसिन विभाग के चेयरमैन डॉ. जी.सी. खिलनानी बताते हैं कि प्रदूषण से बचने की बात है तो सामान्य मास्क इसमें कारगर साबित नहीं होता है। इस प्रदूषण से बचने के लिए एन-95 मास्क कारगर होता है। इसके अलावा केएन-95 मास्क भी इस प्रदूषण से बचने में कारगर होता है। बाकी मास्क कोविड से तो बचाते हैं लेकिन वह प्रदूषण से नहीं बचाते क्योंकि इसमें गैस पार्टिकल्स बहुत छोटेि उनके पास आने वाले ज्यादातर मरीज, जो प्रदूषण से बीमार हुए हैं, वे अभी कोई मास्क नहीं लगाते हैं। जो कुछ लोग लगाते हैं, वह एन-95 नहीं लगाते बल्कि कपड़े वाला मास्क लगाते हैं। डॉ. खिलनानी कहते हैं, ‘भारी प्रदूषण में एन-95 या केएन-95 मास्क भी सिर्फ तीन-चार दिन ही लगाया जा सकता है। बाकी कोई मास्क प्रदूषण से बचाव नहीं कर सकता। हां वह कोविड या अन्य बीमारियों से बचाव जरूर कर सकते हैं।’

इस कंडीशन में न निकलें घर से बाहर

  • अगर आपको बहुत ज्यादा सांस लेने में तकलीफ हो, तो घर से बाहर निकलने से बचें।
  • अगर हाल ही में डिलीवरी हुई है या बहुत छोटा बच्चा है, तो उसे लेकर घर के अंदर ही रहना ही सही होगा।
  • बुजुर्ग व्यक्ति के लिए घर से बाहर निकलने सही नहीं है। उन्हें गले में खराश या सांस से जुड़ी परेशानी हो सकती है।
  • किसी की इम्यूनिटी कमजोर है, तो उन्हें भी घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।

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