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मोबाइल को भूल से भी टॉयलेट के अंदर ना करे इस्तेमाल ,जा सकती है आप की जान!


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नई दिल्लीः आज के समय में ज्यादातर लोगों में एक कॉमन आदत देखने को मिल रही है. कई ऐसे लोग हैं जो बाथरुम में अपने साथ मोबाइल ले जाते हैं. लोग बाथरुम में सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं या कोई गेम खेलते हैं. इससे उनका समय कट जाता है. मोबाइल में लगे हुए वो हलके भी हो जाते हैं. लेकिन अगर आप भी अपने साथ टॉयलेट में मोबाइल ले जाते हैं तो ये खबर आपके लिए है. इसे पढ़ने के बाद आप शायद अपने साथ मोबाइल ले जाना बंद कर देंगे.

जानलेवा बीमारियों के हो सकते हैं शिकार

टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में भारत के अंदर प्रगति प्रौद्योगिकी-आधारित विकास के युग की शुरुआत हो रही है. इस युग में स्मार्ट फोन लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. स्मार्ट फोन लोगों की आदत में इस कदर शुमार है कि लोग एक पल भी बिना फोन के नहीं रह सकते हैं. कुछ लोगों की आदत तो ऐसी है कि टॉयलेट के अंदर बैठकर फोन चलाते हैं, लेकिन लोगों की आदत उनको मौत के मुंह में धकेलने का काम कर रही है. दरअसल, टॉयलेट के अंदर बैक्टीरिया और यूरिन इंफेक्शन का खतरा हमेशा बना रहता है. अगर लोग टॉयलेट के अंदर अपना मोबाइल लेकर जाते हैं तो लोग जानलेवा बीमारियों के शिकार हो सकते हैं. आइए जानते हैं कौनसी है वो बीमारियां और इनसे बचाव के उपाय क्या है.

क्यों हानिकारक है ये आदत?

हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं, टॉयलेट की सीट और वहां मौजूद चीजें जैसे बाल्टी-मग आदि पर लाखों वायरस-बैक्टीरिया हो सकते हैं। जब आप इनके इस्तेमाल के बाद फोन को छूते हैं तो हाथों के माध्मय से बैक्टीरिया आपको फोन पर चिपक जाते हैं। इसका एक जोखिम यह भी है कि आपका स्मार्टफोन शौच में मौजूद बैक्टीरिया से दूषित हो सकता है।

इस तरह के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने फोन में ई.कोलाई और अन्य माइक्रोबियल की मौजूदगी का पता लगाया। ब्रिटेन के एक शोध अध्ययन में पाया गया कि औसत स्मार्टफोन स्क्रीन पर टॉयलेट सीट से भी ज्यादा बैक्टीरिया हो सकते हैं।

टॉयलेट में ऐसे फैलते है बैक्टीरिया

डॉक्टरों की मानें तो टॉयलेट बैक्टीरिया का घर होता है. लोग टॉयलेट सीट की तो ठीक से सफाई कर देते हैं, लेकिन बैक्टीरिया टॉयलेट की दीवार, गेट आदि स्थान पर अपना घर बना लेता है. टॉयलेट के हर कौने पर बैक्टीरिया होता है. अगर लोग टॉयलेट के अंदर जाकर फोन चलाते हैं तो खतरनाक बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. बता दें कि जब आप मोबाइल फोन लेकर टॉयलेट में जाते है तो दीवार, गेट, टॉयलेट फ्लश समेत कई जगह हाथ लगते है. यहां से हाथों में कीटाणु आ जाते है. जब आप फोन चलाते है तो मोबाइल पर कीटाणु आ जाते है. साथ ही जब आप टॉयलेट से बाहर जाते हैं तो फोन को साइड रख अपने हाथ ही साबुन से धोते हो, लेकिन बाद में सिर्फ पुनः फोन हाथ में लेकर इस्तेमाल करने लगते हो. ऐसे में फोन पर लगे बैक्टीरिया आपके हाथों में आ जाते है. इसके बाद आपके हाथ के माध्यम से मुंह,नाक की मदद से शरीर के अंदर बैक्टीरिया प्रवेश कर जाते है. जो शरीर में अपना घर बनाकर नई बीमारियों को जन्म देते है.

होती है कई समस्या

जब कोई बाथरुम में मोबाइल लेकर जाता है तब वो जरुरत से ज्यादा सीट पर बैठ जाता है. ज्यादा समय तक आप टॉयलेट सीट पर जब बैठते हैं, तब कई तरह की बीमारियां हो जाती है. इसमें हेमोर्रोइड्स, रेक्टम से जुड़ी समस्या और कई तरह की पेट की समस्या हो जाती है. NHS के इस डॉक्टर ने बताया कि जो लोग बाथरुम में मोबाइल लेकर जाते हैं उन्हें पाइल्स होने की संभावना भी सबसे ज्यादा होती है. ज्यादा देर तक बैठे रहने से बॉटम के ब्लड वेसल्स फूल जाते हैं और उसमें स्वेलिंग हो जाती है.

कीटाणुओं का वाहक बन सकता है आपका फोन

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं जो फोन आप टॉयलेट से बाहर लेकर आते हैं उसका अगर परीक्षण किया जाए तो यह कीटाणुओं के घर जैसा दिख सकता है। हम अपने हाथों को तो धो लेते हैं पर फोन को साफ नहीं करते हैं। ऐसे में लंबे समय तक जर्म्स फोन की स्क्रीन पर रह सकते हैं और जब-जब इसपर हाथ लगाते हैं तो उसके माध्यम से ये नाक और मुंह के रास्ते पेट में जा सकते हैं।

इन बीमारियों से हो सकते हो संक्रमित

डॉक्टरों के अनुसार बता दें कि बैक्टीरिया पेट में जाने के बाद अपना नया घर बना लेते है और डायरिया, यूटीआई, कब्ज, पेट दर्द,यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और पाचन से जुड़ी तमाम समस्या को जन्म देते हैं. पेट के अंदर जब बीमारियां बढ़ने लगती है तो पेट के अंदरूनी हिस्सों और आंतों पर सूजन भी आ जाती है. अगर लोग समय रहते इन बीमारी का इलाज नहीं हो पाता है तो लोगों की जान भी जा सकती है

इससे कब्ज का भी बढ़ जाता है जोखिम

टॉयलेट में लंबे समय तक फोन के इस्तेमाल के कारण कब्ज होने का खतरा हो सकता है, क्योंकि आपका शरीर बाथरूम में बहुत लंबे और अप्राकृतिक समय तक बैठने का आदी हो जाता है। इसके अलावा, वॉशरूम में आपका 30 मिनट तक बैठने का समय बवासीर का भी खतरा बढ़ा देता है।

पाइल्स की समस्या होने का भी बना रहता है डर

डॉक्टरों के अनुसार बता दें कि कुछ लोगों की आदत होती है कि वो लोग टॉयलेट में कमोड पर बैठकर मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. कई लोग अपना समय बचाने के लिए टॉयलेट के अंदर सोशल मीडिया साइट्स, वीडियो देखने के अलावा अपने दोस्तों से चैटिंग भी करते हैं. टॉयलेट में कमोड पर ज्यादा देर तक बैठने से लोअर रेक्टम और एनस की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ने लगता है. अगर समय पर ध्यान नहीं जाता है तो पाइल्स ( बवासीर) होने का खतरा रहता है. हालांकि पाइल्स की समस्या पाचन क्रिया के कमजोर होने पर होती है, लेकिन अब कुछ हद तक टॉयलेट में मोबाइल का इस्तेमाल भी इसका जिम्मेदार हैं. अगर समय रहते हुए लोगों ने जल्द ही लोगों ने अपने अंदर बदलाव नहीं किया तो इन बीमारियों से कभी निजात नहीं पा सकते है.

इस आदत से कैसे पाएं छुटकारा

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सबसे पहले केवल तब तक ही शौचालय पर बैठना चाहिए जब तक आपकी वास्तविक जरूरत हो। यदि कुछ मिनटों के बाद मल त्याग नहीं होता है, तो जबरदस्ती बैठे रहने का लाभा ने की इच्छा हो, तो आप शौचालय में जाएं।

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