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LPG गैस सिलेंडर पर इस तरह से करे एक्सपायरी डेट चेक


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मुंबई – आप ने अक्‍सर सुना होगा कि गैस सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा हो गया। ऐसे हादसों के बाद लोगों को जिम्‍मेदार ठहराया जाता है, लेकिन अक्‍सर हादसा पेट्रोलियम कंपनी की तरफ से गलत सिलेंडर की सप्‍लाई के कारण भी होता है। हर सिलेंडर की एक एक्‍सपायरी डेट होती है।

जब भी हमें कुछ खाने के लिए बनाना हो, तो हम झटपट गैस चालू करते है और अपनी पसंदीदा चीज बना लेते है। अब खाना बनाने के लिए कोई ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है। लेकिन क्या आप जानते है कि आपके गैस सिलेंडर पर एक्सपायरी यानी इस्तेमाल की आखिरी तारीख भी होती है? इसलिए जरूरी है कि सिलेंडर मिलते ही पहले यह चेक करें कि आपके गैस सिलिंडर की एक्‍सपायरी डेट क्‍या है। गैस सिलेंडर की एक्‍सपायरी डेट जानना काफी आसान है। हर गैस सिलेंडर पर जहां रेग्‍युलेटर लगाया जाता है, वहां पर बड़े-बड़े कुछ नंबर लिखे होते है। गैस सिलेंडर पर आपको A, B, C या D में से कोई एक अक्षर नजर आएगा। ये वही नंबर है जिससे आप एक्सपायरी डेट की पहचान कर सकते है। यह नंबर ही गैस सिलेंडर की एक्‍सपायरी डेट की जानकारी देते है।

हर गैस सिलेंडर पर जहां रेग्‍युलेटर लगाया जाता है, वहां पर D-19 या ऐसा ही कुछ लिखा होता है। यह गैस सिलिंडर की एक्‍सपायरी डेट होती है। यहां पर D-19 मतलब है कि गैस सिलेंडर की एक्सपायर डेट दिसंबर 2019 है। इसके बाद Gas Cylinder का उपयोग करना खतरनाक हो सकता है। ऐसे सिलिंडर में गैस लीकेज और अन्‍य तरह की दिक्‍कतें हो सकती है। जिसके चलते इससे कोई हादसा हो सकता है। यह हादसा गैस सिलेंडर फटने जैसा भी हो सकता है।

गैस सिलिंडर के सबसे ऊपर रेगुलेटर के पास जो तीन पट्टी होती है, उन में से किसी एक पर A, B, C, D लिखा होता है। गैस कंपनी हर एक लेटर को 3 महीनों में बांट देती है। यहां पर A का मतलब जनवरी से मार्च और B का मतलब अप्रैल से जून तक होता है। इसी तरह से C का मतलब जुलाई से लेकर सितंबर और D का मतलब अक्टूबर से दिसंबर तक का होता है।

LPG का Maintenance :

  • अगर ज्यादा दिनों के लिए LPG Gas का इस्तेमाल न करना हो तो Regulator को खोल दें।
  • LPG Cylinder को हमेशा ऊपर की तरफ रखें और ज्वलनशील चीजों से दूर रखें।
  • साबुन के पानी को Cylinder के Joints में डाल कर बीच-बीच में Leakage Check करें। साबुन के बुलबुलों से आप Leakage की जगहों को जान सकते है।
  • पुराने और कटे-फटे Gas Pipe और पुराने Regulator का उपयोग ना करें।
  • Accidents Leakage की करीब 50 फीसदी हादसे होते है। इसीलिए ISI Mark वाले Gas Tubes और Regulator का उपयोग करें।

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