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राजनीति

महुआ मोइत्रा प्रकरण : निशिकांत दुबे के आरोपों के समर्थन में गिरिराज सिंह,कही ये बात


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नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल से TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में भाषण देने का आरोप लगा है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ये आरोप लगाया है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से जांच कराने की अपील भी की। दुबे ने कहा है कि संसद में सवाल पूछने के बदले महुआ और एक बिजनेसमैन के बीच रिश्वत का लेनदेन हुआ है।झारखंड के गोड्डा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ रिश्वत के आरोपों पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) आईटी राजीव चंद्रशेखर को पत्र लिखा है. अब इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है.

बीजेपी और जेडीयू आमने सामने

टीएमसी (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) पर रिश्वतखोरी के आरोप को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) द्वारा लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा गया है. इस पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है. अब इस प्रकरण में बीजेपी और जेडीयू आमने सामने आ गए हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सांसद निशिकांत दुबे ने पत्र लिखा तो नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू लाल हो गई। पार्टी नेता नीरज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर दिया। अब भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जेडीयू को समझ बूझकर बोलने की नसीहत दी है।

आरोपों के समर्थन में गिरिराज सिंह

वहीं, निशिकांत दुबे के आरोप पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने सोमवार को प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे एक सम्मानित सांसद हैं, वे तथ्यों के साथ खड़े होते हैं. संसद में उनकी विश्वसनीयता है. उन्होंने अगर पत्र लिखा है तो उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता है.
ऐसे में उन्होंने पत्र लिखकर आरोप लगाए हैं तो आरोप गंभीर होंगे।

बिहार में भी सियासी जंग शुरू

निशिकांत दुबे द्वारा इसी मामले पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखने के एक दिन बाद यह पत्र केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) आईटी राजीव चंद्रशेखर को लिखा गया है. जिसके बाद बिहार में भी सियासी तूफान आ गया है. दरअसल इस पत्र को लेकर जेडीयू की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने इस पर साफ कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में कौन क्या प्रश्न पूछेगा, मोदी सरकार में यह अधिकार भी मोदी तंत्र के लोगों के पास ही है. वैसे भी लोकतंत्र इस देश में है ऐसे में किसी को भी हां सवाल पूछने का अधिकार है.

जेडीयू ने बीजेपी को घेरा

वहीं, इस पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि महुआ मोइत्रा ने जो सवाल पूछा वह इस देश के अंदर में बुनियादी सवाल है. अब लोकसभा और राज्यसभा में कौन क्या प्रश्न पूछेगा यह भी अधिकार मोदी तंत्र में केवल मोदी सरकार के साथ रहने वालों को है? लोकतंत्र है और लोकतंत्र में किसी को भी सवाल पूछने का अधिकार है. उन्हें प्रमाण देना चाहिए. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि आप किसी के बारे में अनर्गल आरोप लगा दीजिएगा. सीएजी की रिपोर्ट आई कि द्वारका एक्सप्रेस-वे में 200 करोड़ से ज्यादा की सड़क बनाई गई. इस पर बीजेपी की जुबान खामोश है. भ्रष्टाचार देखना है तो इस देश की राजनीति में नरेंद्र मोदी के शासनकाल में देखिए.उन्होंने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे को लेकर सीएजी की जो रिपोर्ट आई उसपर भाजपा नेताओं की जुबान खामोश है. ऐसे में नरेंद्र मोदी के शासनकाल में ही भ्रष्टाचार देखने को मिलेगा और ये किसी के बारे में भी अनर्गल आरोप लगा रहे हैं.

गिरिराज सिंह ने जेडीयू को दिया करारा जवाब

इस पर गिरिराज सिंह ने जेडीयू के करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे एक अवार्डेड पार्लियामेंटेरियन हैं। जब वह सवाल पूछने या जवाब देने के लिए संसद में खड़े होते हैं तो तथ्यों और सबूतों के साथ खड़े होते हैं। भारत के पार्लियामेंट में उनकी अपनी विश्वसनीयता है। अगर उन्होंने लोकभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है तो जरूर उनके पास सबकुछ होगा। उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता है। जेडीयू के नेता इस विषय पर पहले समझ बूझ लें फिर बयानवाजी करें।

निशिकांत दुबे ने लगाए हैं ये आरोप

भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के पत्र का हवाला देते हुए जांच की मांग की. ओम बिरला को लिखे पत्र में बीजेपी सांसद ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर लोकसभा में सवाल पूछने के नाम पर घूस लेने का आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा कि ये सदन की अवमानना है. इसकी तत्काल जांच कराई जाए.

बता दें कि वकील साहाब से मिले पत्र का हवाला देते हुए कहा कि उनके पास महुआ और एक बिजनेसमैन के बीच लेन-देन के ऐसे सबूत हैं जिन्हें काटा नहीं जा सकता। महुआ मोइत्रा ने संसद में प्रश्न पूछकर बिजनेसमैन के व्यावसायिक हितों को पूरा करने के लिए आपराधिक साजिश को अंजाम दिया है। इसकी जांच होना चाहिए।

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