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Lucknow Mahotsav 2023: उत्तर प्रदेश की राजधानी में मनाया जाएगा ‘लखनऊ महोत्सव


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नई दिल्लीः पांच साल बाद राजधानी में एक बार फिर लखनऊ महोत्सव की रौनक छाएगी। लखनऊ नवाबी शान, खानपान और तहजीब के लिए जाना जाता है. उत्तर प्रदेश की राजधानी में एक बार फिर पांच साल बाद ‘लखनऊ महोत्सव’ की रौनक लौटनेवाली है. अधिकारियों ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम 25 नवंबर से पांच दिसंबर तक आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन में होंगे. दस दिवसीय आयोजन में शायर, कवि, बॉलीवुड,लोक कलाकार ,कवि सम्मेलन और लोकगीत-नृत्य समा बांधेंगे. इस दौरान युवा महोत्सव और अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी.तो पहली बार होने जा रही नौका विहार भी आकर्षण का केंद्र होगी। पर्यटन विभाग के सूत्रों की मानें तो महोत्सव का आयोजन 25 नवंबर से पांच दिसंबर तक आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन में होगा।

लखनऊ महोत्सव का इतिहास

लखनऊ महोत्सव एक अनूठा महोत्सव है जो प्रतिवर्ष लखनऊ में आयोजित किया जाता है। यह महोत्सव उत्तर प्रदेश की कला और संस्कृति, को विशेष रुप देकर प्रदर्शित करता है। लखनऊ महोत्सव की शुरुआत सन् 1975-76 में हुई थी। जब दक्षिण एशियाई पर्यटन वर्ष मनाया गया, तब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए लखनऊ की कला, संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देने के एकमात्र उद्देश्य से लखनऊ महोत्सव को वार्षिक महोत्सव के रूप में आयोजित करने का निर्णय लिया गया था। जिसके बाद से ही प्रतिवर्ष लखनऊ महोत्सव का आयोजन बड़ी धूम-धाम के साथ किया जाता है। 10 दिवसीय इस महोत्सव में प्राचीन लखनऊ की अनन्त भव्यता नजर आती है। यह महोत्सव लखनऊ की वर्तमान संस्कृति का जश्न मनाता है।

सांस्कृतिक आयोजनों में ब्रज, अवधी, बुंदेली लोकगीतों से कलाकार महोत्सव में चार चांद लगेंगे। टिकट की दर 20 रुपये होगी। बच्चों का प्रवेश मुफ्त रहेगा। महोत्सव के दौरान पतंग प्रतियोगिता, विंटेज कार रैली, युवा महोत्सव, नाट्य समारोह, राइफल शूटिंग, कुश्ती, बुक फेयर, प्रदर्शनी, बिजनेस टू बिजनेस मीटिंग, फूड फेस्टिवल भी लुभाएंगे। यहां प्रदेशभर से विभिन्न उत्पादों की एक हजार दुकानें लगने का लक्ष्य है। हस्त शिल्पियों के स्टॉल भी सजेंगे।

लखनऊ महोत्सव की पांच साल बाद लौटेगी रौनक

सांस्कृतिक आयोजनों में ब्रज, अधी, बुंदेली लोकगीतों की महफिल भी सजेगी. टिकट की दर 20 रुपए रखी गई है. बच्चों की एंट्री मुफ्त रहेगी. महोत्सव के दौरान पतंगबाजी, विंटेज कार रैली, कबड्डी, कुश्ती, नाट्य प्रतियोगिताएं और फूड फेस्टिवल भी लुभाएंगे. पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ महोत्सव में प्रदेश भर से विभिन्न उत्पादों के एक हजार स्टॉल लगाने का लक्ष्य रखा गया है. विभिन्न प्रांतों से हस्तशिल्प और कारीगर शिरकत करेंगे. लखनऊ महोत्सव की पांच साल बाद वापसी से कवियों ने खुशी जताई है.

नौका विहार और ऑटो एक्सपो का भी आयोजन होगा

महोत्सव में इस बार नौका विहार और ऑटो एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। नौका विहार महोत्सव परिसर के अलावा गोमती तट पर कराई जा सकती है। इसे पर्यटकों के लिए खास तौर से आयोजित किया जा रहा है। इसके साथ ही गायों से मिलने वाले उत्पादों के मॉडल दिखाए जाएंगे। गाय के गोबर व इससे बने उत्पाद पर जोर रहेगा।

महोत्सव में इस बार नौका विहार और ऑटो एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। नौका विहार महोत्सव परिसर के अलावा गोमती तट पर कराई जा सकती है। इसे पर्यटकों के लिए खास तौर से आयोजित किया जा रहा है। इसके साथ ही गायों से मिलने वाले उत्पादों के मॉडल दिखाए जाएंगे। गाय के गोबर व इससे बने उत्पाद पर जोर रहेगा।

10 दिनों तक सांस्कृतिक आयोजनों की रहेगी धूम

सर्वेश अस्थाना ने कहा कि पांच साल से सांस्कृति कार्यक्रमों की कमी खल रही थी. दोबारा शुरू होने से काफी खुशी मिली है. प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह पिछले दो वर्षों से भारत हस्तशिल्प महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने पर्यटन विभाग को पत्र लिखा कि 30 नवंबर से 14 दिसंबर तक आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन में आवंटन की इजाजत मांगी है. पर्यटन विभाग के उपनिदेशक कल्याण सिंह ने जवाब दिया कि इस बार लखनऊ महोत्सव का आयोजन 25 नवंबर से 5 दिसंबर तक प्रस्तावित है. पर्यटकों में महोत्सव को आयोजित करने के फैसले का स्वागत किया है.

लखनऊ महोत्सव में व्यंजन की बात करें तो

महोत्सव अच्छे भोजन के शौकीनों के लिए एक खुशी की बात है क्योंकि यह स्वादिष्ट व्यंजनों की अंतहीन किस्मों के साथ आगंतुकों के स्वाद को बढ़ाने के लिए एक आदर्श स्थान है क्योंकि महोत्सव में व्यंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है, जिसमें केसरिया दूध, कबाब-पराठे और अन्य स्वादिष्ट मांसाहारी विदेशी व्यंजन।

लखनऊ महोत्सव के लिए स्थान आरक्षित

राजधानी में बीते कुछ वर्षों से भारत हस्तशिल्प महोत्सव का आयोजन हो रहा है। इसे लेकर प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने पर्यटन विभाग को पत्र लिखा कि आयोजन 30 नवंबर से 14 दिसंबर तक आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन पर प्रस्तावित है। इस पर पर्यटन विभाग के उपनिदेशक डॉ. कल्याण सिंह ने कहा कि विभाग काफी समय से लखनऊ महोत्सव करवा रहा है। इस बार यह 25 नवंबर से पांच दिसंबर तक आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन में प्रस्तावित है। आयोजन से दस दिन पहले ही स्थान को दस दिन के लिए मंडलायुक्त, लखनऊ महोत्सव समिति के अध्यक्ष के निदेश पर आरक्षित कर लिया जाएगा।

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