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टेक्नोलॉजी

गूगल मैप फॉलो करते समय टूटे पुल से गिरा युवक हो गई मौत,परिवार ने कंपनी पर किया केस

नई दिल्लीः गूगल मैप हमारी हर जगह पहुंचने में मदद करता है। चाहें कहीं भी जाना हो गूगल मैप आपको हर जगह आसानी से पहुंचा जाता है। लेकिन जरा सोचिए, अगर गूगल मैप आपको रास्ते में धोखा दे दे, तो क्या होगा? एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें उत्तरी कैरोलिना के एक व्यक्ति फिलिप पैक्सन की मृत्यु हो गई। दरअसल, उस व्यक्ति ने गूगल मैप के निर्देशों का पालन किया। इस दौरान हिकॉरी में एक टूटे हुए पुल पर उसने कार चढ़ा दी। इस पुल के साइड में गार्ड नहीं लगे थे जिसके चलते गाड़ी 20 फीट नीचे गिर गई। इससे पैक्सन की मौत हो गई।

गूगल मैप्स का उपयोग करते समय सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके द्वारा सुझाए गए रास्ते कई बार खतरनाक हो सकते हैं। ऐसा ही एक मामला अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना में देखने को मिला। जहां गूगल मैप को फॉलो करते हुए एक व्यक्ति टूटे पुल से नीचे जा गिरा और उसकी मौत हो गई। अब उसके परिवार ने कंपनी पर मुकदमा दर्ज किया है। चलिए जानते हैं पूरा मामला…

पैक्सन के परिवार ने अब Google के खिलाफ मुकदमा दायर किया है और आरोप लगाया है कि Google मैप ने उन्हें गलत रास्ते पर रिडायरेक्ट किया है। पैक्सन की गाड़ी पिछले साल सितंबर में पुल में गिर गई थी। इस केस में पैक्सन की पत्नी एलिसिया ने दावा किया कि जब वह अपनी बेटी के नौवें जन्मदिन की पार्टी से घर जा रहे थे तो गूगल मैप्स ने उन्हें स्नो क्रीक ब्रिज पार करने के लिए कहा। यह पुल 2013 में ढह गया था। सड़क के किनारे कोई चेतावनी भी नहीं लिखी थी।

स्काई न्यूज के अनुसार, यह पिछले साल सितंबर का मामला है। हादसा तब हुआ जब अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना में एक मेडिकल कंपनी में सेल्समैन फिलिप पैक्सन, रात में अपनी बेटी के नौवें जन्मदिन की पार्टी मनाकर घर जा रहे थे। वह डायरेक्शन के लिए गूगल मैप्स को फॉलो कर रहे थे। नेविगेशन सिस्टम ने उन्हें एक टूटे पुल पर पहुंचा दिया, जिसपर कोई चेतावनी बैरिकेड भी नहीं था। दुखद बात यह है कि जब पैक्सन अपनी कार को लेकर उस पुल पर चढ़ें को उनकी कार पुल से 20 फीट नीचे गिर गई, जिससे वह डूब गए और उनकी मौत हो गई।

एलिसिया ने बताया कि उसकी बेटियां पूछती हैं कि उनके पिता की मौत कैसे और क्यों हुई और मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं जिनसे उन्हें समझा सकूं। मैं बड़ी हूं और मैं ही नहीं समझ पा रही कि जीपीएस डायरेक्शन और पुल के लिए जिम्मेदार लोगों ने मानव जीवन की परवाह क्यों नहीं की।

फिलिप के परिवार ने इस लापरवाही के लिए कंपनी पर मुकदमा दर्ज किया है। फिलिप की पत्नी एलिसिया पैक्ससन द्वारा दायर मुकदमे में यह आरोप लगाया गया है कि गूगल मैप्स खतरनाक स्थिति के बावजूद, वर्षों से ड्राइवरों को इस ढह गए पुल का उपयोग करने का निर्देश दे रहा था। दरअसल, यह पुल करीब नौ साल पहले ही आधा टूट चुका है। लोगों ने कथित तौर पर पुल की अनुपयोगीता के बारे में गूगल को सचेत भी किया था। इसके अलावा दुर्घटना स्थल हिकॉरी के एक निवासी ने पुल के ढहने की जानकारी गूगल मैप्स के Suggest an Edit (संपादन का सुझाव दें) को भी दी थी। इसके बाद भी नेविगेशन सिस्टम सजेशन में कोई बदलाव नहीं किया गया।

गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को पैक्सन परिवार के प्रति सहानुभूति है। मुकदमे में कहा गया है कि पैक्सन की मौत से पहले भी कई वर्षों तक लोगों ने गूगल मैप्स को यह बताया है कि गूगल को अपनी डायरेक्शन को अपडेट करनी की जरूरत है। प्रवक्ता का कहना है कि कंपनी का लक्ष्य मैप्स में सटीक रूटिंग जानकारी देना है और कंपनी इसका रिव्यू कर रही है।गूगल के एक प्रवक्ता ने जोस कास्टानेडा ने पैक्सन परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि हमारा लक्ष्य मैप्स में सटीक रूटिंग जानकारी प्रदान करना है, और हम इस मुकदमे की समीक्षा कर रहे हैं।

परिवार का आरोप है कि फिलिप पैक्सन की दुखद मौत के बाद भी गूगल मैप्स को एक बार फिर खतरनाक पुल के बारे में सूचित किया गया था और बताया गया कि पैक्सन ने उस मार्ग का उपयोग करते हुए अपनी जान गंवा दी थी। चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के लगभग छह महीने बाद भी गूगल मैप्स ने ढहे हुए पुल को सजेशन सड़क के रूप में दिखाना जारी रखा।

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