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गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने सैंकड़ों लोगों दिखाया बाहर का रास्ता


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नई दिल्लीः दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी में से एक गूगल ने फिर से कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है. गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट अपनी ग्लोबल रिक्रूटमेंट टीम में से फिर से छंटनी कर रहा है. अल्फाबेट ने बीते कुछ समय से भर्तियों को थोड़ा कम किया हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में कंपनी ने जो सैंकड़ों लेऑफ किए हैं, वो व्यापक पैमाने पर हुई छंटनी का हिस्सा नहीं है. वैसे कंपनी रिक्रूटमेंट में कुछ पोस्ट को बनाए रखेगा ताकि रिक्रूटमेंट प्रोसेस लगातार चलता रहे. इस फैसले के बाद गूगल दुनिया की पहली ऐसी टेक कंपनी बन गई है, जिसने इस तिमाही में लेऑफ किया है. इससे पहले फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों ने 2023 की शुरुआत में बड़े पैमाने पर लेऑफ किया था.

गूगल की पैरेंट कंपनी अल्‍फाबेट ने एक बार फिर छंटनी की है. कंपनी ने इस बार अपनी ग्‍लोबल रिक्रूटमेंट टीम से सैंकड़ों कर्मचारियों को बाहर कर दिया है. चालू वित्‍त वर्ष की दूसरी तिमाही में कर्मचारियों की छंटनी करने वाली अल्‍फाबेट पहली कंपनी बन गई है. कंपनी ने हायरिंग पहले ही स्‍लो कर रखी है. साल 2023 की शुरुआत में टेक कंपनियों ने छंटनी शुरू की थी और कर्मचारियों को निकालने का दौर अभी बीता नहीं है. अल्‍फाबेट के साथ ही मेटा और अमेजन सहित कई दिग्‍गज टेक कंपनियां पहले भी बहुत से कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं.

गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने एक बार फिर छंटनी की है. कंपनी ने ग्‍लोबल रिक्रूटमेंट टीम से सैंकड़ों कर्मचारियों को निकाल दिया है. हालांकि गूगल ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि उसने कितने लोगों को निकाला है. जानकारी के लिए बता दें इससे पहले भी कंपनी ने सैकड़ों लोगों को नौकरी से निकाल दिया था.कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि हम स्किलफुल (कुशलतापूर्वक) तरीके से काम कर रहे हैं, इसी बात को पक्का करने के लिए हमने रिक्रूटमेंट करने वाली टीम को कम करने का फैसला किया है. ज्ञात हो कि कंपनी ने आर्थिक मंदी की वजह से रिक्रूटमेंट प्रोसेस को धीमा कर दिया था. कई जानकारों का मानना है कि कंपनी AI के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से वर्क स्ट्रेंग्थ कम कर रही है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अल्‍फाबेट ने सैकड़ों पदों को समाप्त करने का फैसला लिया है. यह व्यापक पैमाने पर छंटनी का हिस्सा नहीं है. महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए टीम की संख्या को बरकरार रखा जाएगा. अल्फाबेट ने जनवरी में भर्ती और इंजीनियरिंग टीमों में लगभग 12,000 नौकरियों में कटौती की थी. कर्मचारियों की ये छंटनी दुनिया भर में की गई थी, जो कुल वर्कफोर्स का लगभग 6 फीसदी है. अमेजन की ओर से 18,000 नौकरियों में कटौती का एलान किया गया था. माइक्रोसॉफ्ट ने भी 10,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था.

अल्फाबेट ने इससे पहले जनवरी में हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. आंकड़ों के अनुसार कंपनी ने 12,000 लोगों की छंटनी की थी. जिसके बाद कंपनी के कुल वर्कफोर्स में 6 फीसदी की कमी आ गई थी. कंपनी के पास 30 जून 1,81,798 कर्मचारी थे. इंप्लॉयमेंट फर्म चैलेंजर, ग्रे एंड क्रिसमस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में नौकरी से निकाले जाने का सिलसिला जुलाई से अगस्त के बीच में गुना बढ़ गया. वहीं एक साल पहले की तुलना में इसमें करीब चार गुना का इजाफा हुआ है. अर्थशास्त्रियों के अनुमान के अनुसार 8 सितंबर को समाप्त सप्ताह में बेरोजगारी में लगभग 9 फीसदी का इजाफा होगा, जो पिछले सात दिनों की अवधि में 13,000 कम होकर 2,16,000 पर पहुंच गई है.

अमेरिका सहित दुनियाभर में कंपनियां कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं. दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ स्टार्टअप्स ने भी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. रोजगार फर्म चैलेंजर की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में ग्रे और क्रिसमस नौकरी में कटौती अगस्त में जुलाई से तीन गुना से अधिक और एक साल पहले की अवधि की तुलना में लगभग चार गुना बढ़ गई है. रॉयटर्स की ओर से सर्वे में इकनोमिस्ट ने अनुमान लगाया था कि अमेरिका में बेरोजगारी लाभ के लिए नए दावों में 9 सितंबर को समाप्त सप्ताह में लगभग 8 फीसदी की बढ़ोतरी होगी.

छंटनी के बाद मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों की ओर से सुंदर पिचाई की आलोचना की जा रही है. कर्मचारियों ने कहा रोतोंरात कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. जनवरी के बाद से गूगल ने प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए खुद के एआई पर काम करना शुरू कर दिया है. टेक्नोलॉजी को शामिल करने के लिए अपने अधिकांश प्रोडक्ट्स को अपडेट किया है और एक चैटबॉट, बार्ड पेश किया है. नए प्रकार के एआई को डेवलप करना और चलाना बहुत महंगा है, और कंपनी ने निवेशकों से कहा है कि वह अपने निवेश की लागत की भरपाई करने के तरीकों की तलाश करेगी.

इसी साल 20 जनवरी को कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने कर्मचारियों को एक खत लिखा था, जिसमें कहा गया था कि कंपनी ग्लोबली (वैश्विक स्तर) 12000 लोगों को नौकरी से निकालने वाली है, जो कंपनी की कुल वर्क स्ट्रेंग्थ का 6 फीसद है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा दिया जा रहा है कि कंपनी ने तकरीबन 400 लोगों को नौकरी से निकाला है.

इसी साल मार्च के महीने में कंपनी ने अपने कर्मचारियों को ई-मेल के जरिए लिखा था कि पिछले साल के मुकाबले इस साल कर्मचारियों को कम स्तर पर प्रोमोशन मिलेगा. कंपनी ने लागत को कम कने के लिए हाल ही में वर्कस्पेस को घटाने का फैसला किया था. इसके साथ ही कर्मचारियों को मिलने वाले स्नैक्स में कटौती कर दी थी. रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी ने लैपटॉप और दूसरे इक्विपमेंट्स पर भी खर्च करना बंद कर दिया है.

केवल गूगल ही नहीं कई बड़ी कंपनी छंटनी कर चुकी हैं. हाल ही में फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा, अमेजन, ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट ने ग्लोबली बड़ी मात्रा में छटनी की थी. ट्विटर ने अपने खर्च को कम करने के लिए कई दफ्तरों को बंद किया था और काफी लोगों को नौकरी से निकाला था.आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच दुनिया भर की टेक कंपनियां अपने ऑपरेशन को रेशनालाइज बनाने, कॉस्ट कटिंग करने और एफिशिएंसी लाने के लिए नौकरियों में कटौती कर रही हैं. यही वजह है कि गूगल के अलावा अमेजन, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कई टेक कंपनियों ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को बाहर का रास्‍ता इस साल दिखाया है.

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