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लीबिया में तूफ़ान के बाद बाढ़ ने मचाई तबाही,हजारों लोग हुए लापता


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नई दिल्लीः लीबिया की प्रतिद्वंद्वी सरकारों में से एक के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि उत्तरी अफ्रीकी देश के पूर्वी हिस्सों में आई बाढ़ के कारण दो हजार लोगों की मौत की आशंका है। ‘अल-मसर’ टेलीविजन स्टेशन को फोन पर दिये इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ओसामा हमाद ने कहा कि पूर्वी शहर डर्ना में दो हजार लोगों के मरने की आशंका है और हजारों अन्य लापता बताए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने सोमवार को तीन दिन के शोक की घोषणा की और देशभर में झंडों को आधा झुकाने का आदेश दिया।

लीबिया में बाढ़ के चलते तबाह हुए एक तटीय शहर में बचाव टीम मलबे से शवों को निकालने में संघर्ष कर रही है. मानवाधिकार एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने अनुमान जताया है कि अकेले डर्ना शहर में 2,000 लोगों की मौत होने की आशंका है.अधिकारियों ने कहा कि भूमध्यसागर से उठे तूफान ‘डेनियल’ ने पूर्वी लीबिया के कई शहरों में तबाही मचाई और अचानक बाढ़ आ गई. लेकिन सबसे ज्यादा तबाही डर्ना में हुई, जहां भारी बारिश और बाढ़ के चलते बांध टूट गए और उनका पानी चारों तरफ फैल गया. ‘इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस’ और ‘रेड क्रिसेंट सोसाइटीज’ में लीबिया के दूत तामीर रमदान ने कहा कि अभूतपूर्व बाढ़ के बाद 10,000 लोग लापता हैं.

उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया में तूफ़ान के बाद आई बाढ़ भीषण तबाही मचाए हुए है. अब तक बाढ़ के कारण तकरीबन 2,000 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग लापता हैं. यह संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है. दरअसल, लीबिया के पूर्वी इलाके भारी बारिश और तूफान की चपेट में हैं, जिसने जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है.लीबिया के प्रधानमंत्री ओसामा हमाद ने कहा कि पूर्वी शहर डर्ना में ज्यादातर मौतें हुई हैं. तूफान के कारण कई प्रांतों में भारी बारिश हुई और अचानक बाढ़ आ गई. ऐसे में हालात बिगड़ते चले गए. उन्होंने कहा है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है. हालांकि अभी भी सैकड़ों लोग लापता है. इसके साथ ही हजारों लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. मृतकों के लिए देश में तीन दिन शोक की घोषणा की गई है.

उन्होंने बताया कि विनाशकारी तूफान डेनियल के बाद आई बाढ़ ने डर्ना में भारी तबाही मचाई है। इसके बाद इस शहर को आपदा क्षेत्र घोषित किया गया है। पूर्वी लीबिया सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ओथमान अब्दुलजलील ने सऊदी के स्वामित्व वाले समाचार चैनल ‘अल-अरबिया’ को टेलीफोन पर दिये साक्षात्कार में सोमवार दोपहर को मरने वालों की संख्या की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कम से कम 50 लोग लापता हैं। अब्दुलजलील ने बताया कि मृतकों की इस संख्या में आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किये गए डर्ना शहर की संख्या शामिल नहीं है। यहां सोमवार दोपहर तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई थी।

पूर्वी लीबिया प्रशासन के एक मंत्री ने मंगलवार (12 सितंबर) को बताया कि पूर्वी लीबिया के शहर डर्ना में बाढ़ की चपेट में आने से 1,000 से ज्यादा शव बरामद किए गए हैं. हालांकि, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज़ के टैमर रमज़ान ने कहा कि वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा है. करीब दस हजार लोग अभी भी लापता है, जिनकी कोई खोज-खबर नहीं मिल रही है.शहर के मुख्य चिकित्सा केंद्र ने कहा कि मृतकों में पूर्वी शहर बायदा के 12 लोग शामिल हैं। एम्बुलेंस और आपातकालीन प्राधिकरण के अनुसार, पूर्वोत्तर लीबिया के तटीय शहर सुसा में सात अन्य लोगों की मौत होने की सूचना है। मंत्री ने कहा कि शाहट्ट और उमर अल-मुख्तार कस्बों में सात अन्य लोगों के मारे जाने की खबर है। रविवार को एक अन्य व्यक्ति की मौत की पुष्टि की गई। पूर्वी लीबिया में सरकार की ओर से संचालित आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसी के प्रवक्ता वालिद अल-अरफी के मुताबिक, वह व्यक्ति अपनी कार में था और पूर्वी शहर मार्ज में बाढ़ में फंस गया था।

न्यूयॉर्क पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में एक मानवीय एजेंसी का हवाला देते हुए दावा किया है कि अकेले डर्ना शहर में लगभग 2,000 लोग मारे गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ ने पूर्वी लीबिया के कई शहरों में जमकर तबाही मचाई है, लेकिन सबसे ज्यादा तबाही डर्ना में हुई है, जहां भारी बारिश और बाढ़ ने बांध को तोड़ते हुए हजारों लोगों को बहा दिया .स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बाढ़ में दर्जनों अन्य लोगों के लापता होने की सूचना है तथा अधिकारियों को बाढ़ में उनके मारे जाने की आशंका है। बाढ़ की वजह से पूर्वी लीबिया के कई शहरों में घर और अन्य संपत्तियां नष्ट हो गयी हैं। सरकार ने शनिवार को आपात स्थिति की घोषणा की थी और रात में आए तूफान से पहले एहतियातन शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया। पश्चिम मिस्र के कुछ हिस्सों में सोमवार को तूफान आने की आशंका है और देश के मौसम अधिकारियों ने संभावित बारिश और खराब मौसम की चेतावनी दी है।

ट्यूनीशिया से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र ब्रीफिंग में पत्रकारों से लीबिया के दूत तामीर रमदान ने कहा कि मरने वालों की संख्या ‘बहुत ज्यादा’ है और आने वाले दिनों में इसके हजारों तक पहुंचने की आशंका है.रिपोर्ट के अनुसार, यह तबाही डेनियल नाम के तूफान से आई है. इसने पिछले हफ्ते ग्रीस में भी काफी नुकसान पहुंचाया था. लीबिया से जो वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं वह बेहद ही चिंताजनक हैं. लोग अपनी गाड़ियों की छत पर फंसे हुए मदद की गुहार लगा रहे हैं.

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