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अमेरिका से पंगा इमरान खान को पड़ेगा भारी,जाएंगे जेल


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नई दिल्लीः पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को उम्रकैद हो सकती है. पीटीआई चीफ पर यूं तो सैकड़ों मामले दर्ज हैं, फिलहाल जिस केस की चर्चा है वो राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है. पाकिस्तान के कानून मंत्री का कहना है कि अगर इमरान दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 14 साल की सजा होगी. उनपर टॉप सीक्रेट के निजी इस्तेमाल करने का आरोप है. मसलन, इमरान खान ने एक विवादित राजनयीक बातचीत को कथित रूप से अपनी राजनीति के लिए सार्वजनिक कर दिया था. आमतौर पर इसे ‘साइफर’ कहते हैं. पाकिस्तान के कानून मंत्री ने कहा कि ‘साइफर’ को सार्वजनिक कर दिया गया और इसकी बातें लीक हो गई थी. इस केस में आरोपी के लिए 14 साल की सजा का प्रावधान है. इमरान खान को पिछले साल अप्रैल में शहबाज शरीफ ने सत्ता से बेदखल कर दिया था.

इसी मामले का जिक्र करते हुए कानून मंत्री आजम नजीर तरार कह रहे हैं कि दोषी पाए जाने पर उन्हें 14 साल की सजा हो सकती है. पाकिस्तान के कानून मंत्री ने कहा कि ‘साइफर’ को सार्वजनिक कर दिया गया और इसकी बातें लीक हो गई थी. इस केस में आरोपी के लिए 14 साल की सजा का प्रावधान है. इमरान खान को पिछले साल अप्रैल में शहबाज शरीफ ने सत्ता से बेदखल कर दिया था.सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद इमरान ने पूरा आरोप अमेरिका पर मढ़ा था. दावा था कि अमेरिकी साजिश की वजह से वह सत्ता से बाहर किए गए. वाशिंगटन स्थित पाकिस्तान एंबेसी ने इमरान को एक केबल भेजा था, जिसके आधार पर वह अमेरिका को जिम्मेदार ठहरा रहे थे. ‘साइफर’ के पूरे मामले का खुलासा पूर्व प्रधान सचिव आज़म खान ने किया था. अपने बयान में उन्होंने दावा किया था कि जब उन्होंने इमरान खान के साथ ‘साइफर’ शेयर किया तो वह जश्न मनाने लगे… बोले “अमेरिका का ब्लंडर.”

इमरान ने मार्च 2022 में एक रैली में उस टॉप सीक्रेट ‘साइफर’ को सार्वजनिक रूप से लहराया था और बताया था कि उनके पास सबूत हैं. अमेरिका को इसपर आधिकारिक रूप से बयान जारी करना पड़ा और इमरान के दावे को ‘बिल्कुल झूठ’ करार दिया था. इमरान को इस केस में कोर्ट ने जमानत भी दिया है. अभी इस मामले की जांच पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी कर रही हैं. एजेंसी ने इमरान को समन भेजा है और 25 जुलाई को जांच में शामिल होने कहा है. अब ये एजेंसी के हाथ में है कि जांच को आपराधिक जांच में बदला जाए या नहीं.

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