साल में सिर्फ एक बार पानी पीती है ये चिड़िया
नई दिल्ली – जल पशु, पक्षी और मनुष्य के जीवन का आधार है। यदि आप पानी नहीं पियेंगे तो 1-2 दिन में आपकी स्थिति बिगड़ जायेगी, 3-4 दिन में आप बीमार होने लगेंगे और लगभग एक सप्ताह के बाद आपकी मृत्यु भी हो सकती है। जीवित रहने के लिए पानी बहुत जरूरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा जीव भी है, जो साल में सिर्फ एक बार पानी पीता है और वह भी किसी खास मौके पर। उसके बाद यह जीव पानी की एक बूंद भी मुंह में नहीं लेता।
चातक की दो प्रजातियां भारत में पाई जाती हैं। इनमें से एक दक्षिणी क्षेत्रों में रहता है और दूसरा अफ्रीका से उत्तरी और मध्य भारत में अरब सागर के पार मानसूनी हवाओं के साथ चलता है।
जैकोबिन कोयल एक ऐसा पक्षी है जो सिर्फ बारिश का पानी पीता है। इसे पपीहा भी कहते हैं। भारतीय साहित्य में लिखा है कि वह बारिश की पहली बूंद पीता है। चातक पक्षी को यदि साफ पानी के तालाब में भी रखा जाए तो भी वह अपनी चोंच बंद कर लेता है और पानी नहीं पीता है। इस पक्षी की एक अनोखी बात यह है कि यह अपने अंडे दूसरे पक्षियों के घोंसलों में देता है। वास्तव में, चातक अपने मेजबान के रूप में बुलबुल और बुलबुल के आकार के पक्षियों को देखता है। ब्लैकबर्ड्स अपने रंग-बिरंगे अंडे अपने घोंसलों में रखते हैं।