Happy Buddha Purnima 2023 : बुद्ध पूर्णिमा पर क्या खाएं और क्या नहीं
नई दिल्ली – बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। यह भी मान्यता है कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म में वैशाख माह को श्री नारायण की भक्ति के लिए उत्तम मास माना गया है, जिसके चलते श्रद्धालु पवित्र तीर्थ स्थलों में स्नान दान कर पुण्य अर्जित करते हैं। वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है, पूर्णिमा जगत के पालन करता श्री हरि विष्णु भगवान को समर्पित होती है। इसी दिन भगवान बुद्ध की जयंती को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
ड्राई फ्रूट्स और फल खा सकते हैं. ये कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. इनमें विटामिन और मिनरल होता है. ये आपके शरीर को एनर्जेटिक रखते हैं. ड्राई फ्रूट्स और फल आपके शरीर को कई अन्य फायदे भी पहुंचे हैं. आप इनसे सलाद बनाकर भी सकते हैं. ये आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियों से बचाने का काम भी करते हैं.
आप दूध से बनी कई मिठाइयां भी खा सकते हैं. ऐसी मिठाइयां जो चावल, गुड़ और दूध से बनाई जाती हैं. इस तरह की मिठाई बहुत लाइट होती है. ये मिठाई बहुत स्वादिष्ट भी होती हैं.आप इस खास मौके पर दाल चावल से बने डिश भी खा सकते हैं. इसमें खिचड़ी आदि शामिल है.
बुद्ध पूर्णिमा पर सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालुओं गंगा स्नान के लिए जुट गए। हरिद्वार के घाटों पर कदम रखने की भी जगह नहीं बची थी। यहां हर की पौड़ी, गऊ घाट, सुभाष घाट, बिरला घाट समेत अन्य घाटों पर भारी भीड़ जमा थी। बुद्ध पुर्णिमा पर देश भर में भक्तिमय का माहौल है। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य कमाया। उत्तराखंड के हरिद्वार में हर-हर गंगे के उद्घोष लगातार गंगा तटों पर सुनाई देते रहे।