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सफेद और सेंधा नमक में क्या है फर्क -जाने


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नई दिल्ली – सफेद नमक और सेंधा नमक दोनों के डब्बे मौजूद रहते हैं, हालांकि व्हाइट सॉल्ट का जार पिंक सॉल्ट के मुकाबले ज्यादा बड़ा होता है. इसकी वजह है ये कि हम खाने की चीजों में सादे नमक का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं. क्या आप इन दोनों के बीच का फर्क जानते हैं, और बता सकते हैं कि कौन सा नमक सेहत के लिए बेहतर है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं.

सफेद नमक लगभग हर जगह उपलब्ध होता है. यह सबसे आम नमक है, जिसका दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. टेबल सॉल्ट, कॉशर सॉल्ट और सी-सॉल्ट इसके कुछ प्रकार हैं. सफेद नमक ज्यादा इस्तेमाल क्यों होता है और ज्यादातर जगहों पर यह क्यों मिलता है, इसका एक बड़ा कारण यह है कि यह बहुत सस्ता होता है. यह नमक आसानी से किसी भी किराना स्टोर या ऑनलाइन स्टोर पर 12-15 रुपये किलो जितनी कम कीमत से आसानी से मिल जाता है.

सेंधा नमक का मेन सोर्स समंदर या खारे पानी की झीलें हैं, इससे सोडियम क्लोराइड के कलरफुल क्रिस्टल बनते हैं. इस नमक को शुद्ध माना जाता है क्योंकि इसे तैयार करने में किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाती और ये प्योर फॉर्म में आपको मिल जाता है.

खाना पकाने के लिए ज्यादातर सफेद नमक का इस्तेमाल किया जाता है. ज्यादातर डिशेज को सफेद नमक के अनुसार ही तैयार किया जाता है. इसका फाइन टेक्सचर और आसानी से घुलने वाला गुण इसे इस्तेमाल में आसान बनाता है. कई तरह के भोजन में तो सफेद नमक को ऊपर सि छिड़ककर भी इस्तेमाल किया जाता है.

सफेद नमक को रिफाइनिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ता है. इस रिफाइनिंग प्रोसेस में ब्लीचिंग के साथ ही एंटी-केकिंग एजेंट्स एड करना भी शामिल हैं. इसकी वजह से सफेद नमक नेचरल नहीं रह जाता है. सफेद नमक में सोडियम की भी भारी मात्रा होती है. ज्यादा मात्रा में सोडियम का सेवन करने से यह आपके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है. खासतौर पर दिल का स्वास्थ्य, हाई ब्लड प्रेशर और किडनी के स्वास्थ्य के लिए यह घातक हो सकता है.

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