अनोखे रेलवे स्टेशन: यहां लोग टिकट तो लेते हैं मगर कोई मुसाफ़री नहीं करता
नई दिल्लीः ट्रेन में यात्रा करने से पहले जरूरी नियम क्या है, यही कि हमें एक टिकट लेनी पड़ती है और उसी के साथ हम अपनी यात्रा को पूरा कर सकते हैं। टिकट न होने पर या तो हमारे ऊपर फाइन लगा दिया जाता है या फिर टीटीई हमें ट्रेन से निकाल देता है। लेकिन कभी आपने ऐसे अनोखे रेलवे स्टेशन के बारे में सुना है, जिसमें लोग पैसे लगाकर टिकट तो खरीदते हैं, पर उस ट्रेन से यात्रा नहीं करते! भारतीय रेलवे से यात्रा हम सभी ने अपने जीवन में एक ना एक बार जरूर किया होगा। भारत के लगभग हर कोने में ट्रेन चलती है। किसी एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए लोग ज्यादातर ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बाकी साधनों के मुकाबले ट्रेन काफी ज्यादा सस्ती होती हैं। ऐसे में अधिकांश लोग ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं।
इस बात को सुनने के बाद सबसे पहले आपके दिमाग में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर क्यों लोग टिकट खरीदते हैं? बता दें कि ये रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित है। इस रेलवे स्टेशन का नाम दयालपुर है। दयालपुर रेलवे स्टेशन देश का एकमात्र रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन की बनने की प्रक्रिया साल 1954 में शुरू हुई थी। इसे बनाने में सबसे बड़ा योगदान देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का था। जहां के लोग टिकट खरीद लेते हैं, लेकिन सफर करना जरूरी नहीं समझते। आप भी सोच रहे होंगे, आखिर ऐसा क्या कारण है, तो चलिए आज हम आपको इस रेलवे स्टेशन के बारे में थोड़ी और जानकारी देते हैं।
साल 2006 में इस रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया था। कहा जाता था कि इस रेलवे स्टेशन से टिकट कम लिए जाते थे। ऐसे में रेलवे को नुकसान होने लगा था। उसके बाद ही इसे बंद करने के प्लान किया गया। कितने प्रयासों के बाद 2020 में इस रेलवे स्टेशन को फिर से शुरू किया गया। ऐसे में यहां के आम लोग अपनी क्षमतानुसार टिकट तो खरीदते रहते हैं, मगर वो ट्रेन का सफर नहीं करते। ऐसा इसलिए ताकि फिर से ये रेलवे स्टेशन बंद ना हो।