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छोटे से देश फिजी ने चीन को दिखा रहा आंख,ड्रैगन को ‘ललकारा’


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नई दिल्ली – चीन इन दिनों रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दुनिया के छोटे-छोटे देशों के साथ सुरक्षा समझौता कर रहा है. इसी के मद्देनज़र उसने फिजी को साधने की भी कोशिश की लेकिन फिजी के प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका ने कहा कि फिजी पुलिस फोर्स की सहायता के लिए हमें चीन के सरकारी सुरक्षाकर्मियों की जरूरत नहीं है.बता दें कि फिजी और चीन में 2011 में सुरक्षा समझौते को लेकर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे. इसके बाद 2021 में चीन ने फिजी में एक चीनी पुलिस संपर्क अधिकारी को तैनात किया था. अब फिजी के प्रधानमंत्री राबुका ने द फिजी टाइम्स से कहा है कि उन्हें समझौते को जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है.

2011 में फिजी पुलिस बल और चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के बीच हुए एक समझौता ज्ञापन के कारण फिजी के पुलिस अधिकारियों को चीन में प्रशिक्षण दिया गया था। इसके बाद चीनी पुलिस अधिकारियों को तीन से छह महीने के लिए अटैचमेंट प्रोग्राम के तहत फिजी में तैनात किया गया था। सितंबर 2021 में चीन ने फिजी में एक चीनी पुलिस लाइजनिक ऑफिसर को भी नियुक्त किया था। इस नियुक्ति को दोनों देशों के रक्षा सबंधों में मील का पत्थर के तौर पर देखा गया था। हालांकि, फिजी में आम नागरिकों और विपक्ष ने सरकार के इस फैसले का विरोध भी किया था।

पीएम मोदी और फिजी के प्रधानमंत्री राबुका में अच्छी खासी दोस्ती है. फिजी में 16 साल के बाद सित्विनी राबुका के रूप में नया प्रधानमंत्री मिला तो पीएम मोदी ने तुरंत बधाई दी. राबुका को देश में त्रिशंकु संसद के चुनाव के बाद कांटे की टक्कर में जीत मिली थी. राबुका 2021 में गठित राजनीतिक दल पीपुल्स एलायंस के नेता हैं.

जब राबुका पीएम बने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सित्विनी राबुका को ट्वीट कर बधाई दी. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं भारत और फिजी के बीच घनिष्ठ और लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं.’

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